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जामिया हिंसा पर चार्जशीट दाखिल, शरजील इमाम का नाम भी शामिल

जामिया हिंसा पर चार्जशीट दाखिल, शरजील इमाम का नाम भी शामिल

नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ जामिया मिल्लिया इसलामिया में हुए प्रदर्शन और उसमें हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है।

नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ जामिया मिल्लिया इसलामिया में हुए प्रदर्शन और उसमें हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है।

इस चार्जशीट में हिंसा, उसकी वजहों और उसमें जुड़े लोगों के नाम शामिल हैं। अलीगढ़ मुसलिम विश्वविद्यालय में विवादास्पद बयान देने वाले शरजील इमाम का नाम भी इस चार्जशीट में शामिल है।

दिसंबर में दिल्ली के जामिया नगर क्षेत्र और एनएफसी मार्केट के पास हुई हिंसा पर दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। पुलिस ने बीते 13 फरवरी को गोपनीय तरीके से साकेत कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। इसमें कई अहम दावे किए गए हैं।

  • पुलिस ने दावा किया है कि उसे हिंसा वाले इलाक़े से 3.2 एमएम के खाली कारतूस मिले।
  • सीसीटीवी, सीडीआर और सबूत के तौर पर करीब 100 गवाहों के बयान चार्जशीट में शामिल किए गए हैं।
  • एक आरोप पत्र में शरजील इमाम का नाम भी शामिल किया गया है।
  • हिंसा का अभियुक्त कौन है, इसका पता लगाने के लिए दिल्ली पुलिस ने पहचान और तस्वीरें भी साझा की हैं। 

95 लोग गिरफ़्तार

  • 8 लोगों को जामिया नगर से पकड़ा गया है।
  • दिलचस्प बात यह है कि चार्जशीट में किसी छात्र का नाम नहीं है।
  • दिल्ली पुलिस ने धारा 307, 147, 148,149, 186, 353, 332, 427 और दूसरी धाराओं के तहत चार्जशीट दाखिल की है।
  • चार्जशीट के मुताबिक़, 15 दिसंबर को हुई हिंसा में 95 लोग घायल हुए थे, इनमें 47 पुलिसकर्मी हैं।

पीएफ़आई की भूमिका?

  • पुलिस ने चार्जशीट में दावा किया है कि उपद्रवियों ने हिंसा के दौरान 6 बसें, 3 निजी वाहनों को नुक़सान पहुँचाया।
  • दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया का भी उल्लेख किया और उसकी भूमिका की जाँच करने की बात कही है।

शरजील इमाम

दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में जेएनयू के छात्र शरजील इमाम का नाम भी शामिल किया गया है। शरजील इमाम पर आरोप है कि उन्होंने अलीगढ मुसलिम विश्ववविद्यालय परिसर में एक कार्यक्रम में असम को पूरे देश से कुछ समय के लिए काट कर अलग कर देने की बात कही थी। इमाम का कहना है कि उन्होंने असम को जाने वाले रास्ते पर चक्काजाम करने की बात कही थी। लेकिन उन पर राजद्रोह का आरोप लगाया गया है। शरजील फ़िलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।

याद दिला दें, जामिया मिल्लिया इसलामिया में नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ 13 दिसंबर को ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन हुुआ। पुलिस और छात्रों के बीच ज़बरदस्त झड़प हुई। स्थिति अनियंत्रित होती देख पुलिस ने प्रदर्शन करने वाले छात्रों पर लाठीचार्ज किया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आँसू गैस के गोले भी दागे। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि छात्रों द्वारा कथित तौर पर पथराव करने बाद पुलिस ने बल का प्रयोग किया। क़रीब 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है। 

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