जेएनयू हमला : दिल्ली के लेफ़्टीनेंट गवर्नर ने की निंदा, पुलिस से कहा, कड़ी कार्रवाई करे
दिल्ली के लेफ़्टीनेंट गवर्नर अनिल बैजल ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए पुलिस से कहा है कि वह कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे। उन्होंने ट्वीट किया, 'जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों पर हुआ हमला बहुत ही निंदनीय है। मैंने दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया है कि वह जेएनयू प्रशासन के साथ मिल कर क़ानून व्यवस्था बनाए रखे और हिंसा करने वालों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करे। स्थिति की निगरानी की जा रही है।'
The violence in JNU against students and teachers is highly condemnable. Directed @DelhiPolice to take all possible steps in coordination with JNU Administration to maintain law and order & take action against the perpetrators of violence. The situation is being closely monitored
— LG Delhi (@LtGovDelhi) January 5, 2020
कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने इन हमलों की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों पर नकाबपोश गुंडों द्वारा किए गए हमले से वे हतप्रभ है, जिसमें कई लोग घायल हो गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘हमारे राष्ट्र पर जिन फ़ासिस्टों ने कब्जा कर रखा है, वे बहादुर छात्रों की आवाज़ से डरते हैं। जेएनयू में हुई आज की हिंसा इस डर को दिखाती है।’
The brutal attack on JNU students & teachers by masked thugs, that has left many seriously injured, is shocking.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 5, 2020
The fascists in control of our nation, are afraid of the voices of our brave students. Today’s violence in JNU is a reflection of that fear.
#SOSJNU pic.twitter.com/kruTzbxJFJ
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस कांड पर चिंता जताई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'जेएनयू में हुई हिंसा को जानकर मैं बहुत आहत हूँ। छात्रों पर बेरहमी से हमला किया गया। पुलिस को तुरंत हिंसा को रोकना चाहिए और शांति बहाल करनी चाहिए। अगर हमारे छात्र विश्वविद्यालय परिसर के अंदर सुरक्षित नहीं रहेंगे तो देश कैसे आगे बढ़ेगा'
Chief Minister of Delhi, Arvind Kejriwal: I am so shocked to know about the violence at JNU. Students attacked brutally. Police should immediately stop violence and restore peace. How will the country progress if our students will not be safe inside university campus (file pic) pic.twitter.com/B8utHsMSMS
— ANI (@ANI) January 5, 2020
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी जेएनयू पर नकाबपोश गुंडों के हमलों की निंदा की है। उन्होंने कहा, ‘आज की वारदात की मैं साफ़ शब्दों में निंदा करती हूं। पिछले कुछ हफ़्तों में जो कुछ कहा गया है उसके बावजूद सरकार चाहती है कि सभी विश्वविद्यालय सुरक्षित रहे।’ निर्मला सीतारमण ने जवाहर लाल नेहरू विश्विविद्यालय से पढ़ाई की है। उन्होंने कहा कि वे जिस जगह का जानती हैं, वहाँ ज़बरदस्त बहसें हुआ करती थी, पर हिंसा की कोई जगह नहीं थी।
Finance Minister Nirmala Sitharaman tweets, "...I unequivocally condemn the events of today. This govt, regardless of what has been said the past few weeks, wants universities to be safe spaces for all students". pic.twitter.com/wmLpnNSKS1
— ANI (@ANI) January 5, 2020
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, ‘जेएनयू में जो कुछ हुआ है, उसकी तसवीरें मैंने देखी हैं। मैं इस हिंसा की निंदा करता हूं। यह विश्वविद्यालय की परंपरा और संस्कृति के ख़िलाफ़ है।’
Have seen pictures of what is happening in #JNU. Condemn the violence unequivocally. This is completely against the tradition and culture of the university.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 5, 2020
कांग्रेस सांसद व मशहूर लेखक शशि थरूर ने ट्वीट किया, ‘यह अविश्वसनीय है। यह 1930 के जर्मनी में अपनाई गई रणनीति है, भारत की 2020 की नहीं। मैं सम्बन्धित अधिकारियों से अपील करता हूं कि वे इसे रोकें। वे भारत के लोकतंत्र और लोकतांत्रिक दुनिया में देश की जो छवि है, उसे नष्ट कर रहे हैं।’