दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले गुरुवार को भी तेज़ी से बढ़े और बुधवार से 41 फ़ीसदी ज़्यादा मामले आए। राज्य में 24 घंटे में 15 हज़ार 97 पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए। यह संख्या 8 मई के बाद से सबसे अधिक है। एक दिन पहले यानी बुधवार को 10,665 मामले सामने आए थे।
इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में पॉजिटिविटी दर 15 फीसदी को पार कर गयी है। दिल्ली कोरोना महामारी से सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्यों में से एक है। ताज़ा आँकड़ों के अनुसार दिल्ली के अस्पतालों में मरीजों की संख्या 1 जनवरी को 247 से बढ़कर 4 जनवरी को 531 हो गई है। पिछले तीन दिनों में, ऑक्सीजन सपोर्ट पर मरीजों की संख्या 94 से बढ़कर 168 और वेंटिलेटर पर चार से बढ़कर 14 हो गई है।
दिल्ली में संक्रमण के मामलों में एकाएक उछाल आया है। पिछले महीने 19 दिसंबर को 24 घंटे में सिर्फ 107 मामले दर्ज किए गए थे। लेकिन अब यह संख्या 15 हज़ार के पार हो गई है।
आज दिन में ही राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा था कि दिल्ली में आज क़रीब 14,000 नए मामले सामने आने की संभावना है। उन्होंने लॉकडाउन की संभावना से इनकार किया है।
दिल्ली के लोगों को कोरोना मामले से निपटने के लिए शहर की तैयारियों के बारे में उन्होंने आश्वस्त किया। मंत्री ने कहा, 'वर्तमान में मृत्यु अनुपात 1,000 में 1 है। पिछली बार की तुलना में यह स्थिति बेहतर है।'
सत्येंद्र जैन ने कहा कि कल हमारे पास 9,000 बिस्तर थे, आज यह 12,000 हो गए हैं, इसलिए हमारी तैयारी पूरी हो गई है। अब हम हर रोज़ 90,000 के क़रीब जाँच कर रहे हैं।
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार सुबह ही कहा है कि एक दिन में कोरोना संक्रमण के 90,928 नए मामले सामने आए हैं। ये मामले बीते दिन के मामलों से 56.5 फ़ीसदी ज्यादा हैं। 24 घंटों में 325 लोगों की जान गई है। कल कोरोना के 58,097 नए मामले सामने आए थे।
ओमिक्रॉन के संक्रमण के मामलों का आंकड़ा बढ़कर 2,630 हो गया है। इसमें महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 797 जबकि दिल्ली में 465 केस हैं।
चिंता की बात यह भी है कि कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। बीते दिन यह आंकड़ा 2,14,004 था जबकि आज यह आंकड़ा 2,85,401 हो गया है। साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 3.47 फ़ीसदी है जबकि हर दिन की पॉजिटिविटी दर 6.43 फ़ीसदी है। कोरोना से रिकवरी रेट 97.81 फ़ीसदी है।