दिल्ली के 14 निजी अस्पतालों में अब सिर्फ़ कोरोना का इलाज होगा
तेज़ी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच दिल्ली सरकार ने 14 निजी अस्पतालों को पूरी तरह कोरोना के इलाज के लिए आरक्षित घोषित कर दिया है। उन अस्पतालों को कहा गया है कि वे अब कोरोना संक्रमित मरीज़ के अलावा अब दूसरे रोगी का इलाज नहीं करें। इसके अलावा 19 निजी अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने 80 फ़ीसदी आईसीयू बेड कोरोना मरीज़ों के लिए आरक्षित रखें। अन्य 82 अस्पतालों से कहा गया है कि वे 50 फ़ीसदी बेड कोरोना मरीज़ों के लिए आरक्षित रखें।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली सरकार के इस आदेश की कॉपी को ट्वीट किया है। उसके साथ उन्होंने लिखा है, '14 निजी अस्पतालों को पूरी तरह कोविड घोषित किया गया। अन्य अस्पतालों में बिस्तर 50 से 60% तक बढ़ गए। प्राइवेट अस्पतालों में कुल 2060 बेड बढ़े हैं।'
14 pvt hospitals declared full covid. In other hospitals beds increased from 50 to 60%. Total 2060 beds increased in pvt hospitals. pic.twitter.com/Uq10MdegLY
— Satyendar Jain (@SatyendarJain) April 12, 2021
दिल्ली सरकार ने ऐसा फ़ैसला तब लिया है जब कोरोना संक्रमण काफ़ी तेज़ी से फैल रहा है और सोमवार को राज्य में कोरोना संक्रमण के 11,491 मामले सामने आए और इस दौरान 72 लोगों की मौत भी हुई। अब तक दिल्ली में 11,355 लोगों की मौत कोरोना वायरस के कारण हो चुकी है और एक्टिव मामलों की संख्या 38,095 है। दिल्ली में कोरोना के अबतक कुल 7,36,688 मामले सामने आ चुके हैं। दिल्ली में अभी 19,354 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
संक्रमण के मामलों के बढ़ने से अस्पतालों में बेड कम पड़ने की आशंका हो गई थी और इसलिए ही दिल्ली सरकार ने यह ताज़ा फ़ैसला लिया है। जिन 14 अस्पतालों को पूरी तरह कोरोना मरीज़ों के लिए तय किया गया है, वे हैं-
- इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, सरिता विहार
- सर गंगा राम अस्पताल
- होली फैमिली अस्पताल, ओखला
- महाराजा अग्रसेन, पंजाबी बाग
- श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, पश्चिम विहार
- जयपुर गोल्डन अस्पताल, रोहिणी
- मैक्स अस्पताल, शालीमार बाग
- फोर्टिस अस्पताल, शालीमार बाग
- मैक्स अस्पताल, साकेत
- वेंकटेश्वर अस्पताल, द्वारका
- माता चानन देवी अस्पताल, जनकपुरी
- पुष्पावती सिंघानिया अस्पताल, साकेत
- मणिपाल अस्पताल, द्वारका
- सरोज सुपर स्पेशलिटी अस्पताल
दिल्ली में कोरोना के हालात को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तो कह दिया है कि राज्य में चौथी लहर बेहद ख़तरनाक है। अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा था कि पिछले 10-15 दिनों में कोरोना के केस तेज़ी से बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली कोरोना की चौथी लहर का सामना कर रही है और यह बेहद ख़तरनाक है। उन्होंने कहा हि तीसरी लहर से भी ज़्यादा ख़राब हालात हैं।
केजरीवाल ने कहा था, 'मार्च के मध्य तक शहर में 200 से कम हर रोज़ कोरोना संक्रमण के मामले आ रहे थे। लेकिन पिछले 24 घंटों में 10,732 मामले दर्ज किए गए... शनिवार को 7897 और उससे एक दिन पहले 8,500 केस दर्ज किए गए थे। पिछले 10-15 दिनों में कोरोनो वायरस बहुत तेज़ी से फैल गया है।'
मुख्यमंत्री ने लोगों से मास्क पहनने की अपील की। केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने केंद्र से कोरोना वैक्सीन के लिए उम्र की सीमा हटाने का आग्रह किया है। उन्होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन इसका समाधान नहीं है।
राजधानी में बेतहाशा बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर शनिवार देर शाम को नयी पाबंदियों की घोषणा की गई है। ये नयी पाबंदियाँ रेस्तराँ, थियेटर, सार्वजनिक परिवहन, सार्वजनिक सभा और शादियों व अंतिम संस्कार में लोगों के इकट्ठे होने के संदर्भ में हैं। नयी घोषणा 30 अप्रैल तक के लिए है। यानी इस महीने के आख़िर में जैसी स्थिति होगी, उसके अनुसार फ़ैसले लिए जाएँगे।