मोदी सरकार अड़ी, संसद में नीट पर बहस नहीं होने दी, सदन सोमवार तक स्थगित
कांग्रेस के कई सांसदों ने शुक्रवार सुबह को नीट पर चर्चा कराने के लिए लोकसभा और राज्यसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया था लेकिन स्पीकर ने इस पर चर्चा नहीं होने दी। सदन पहले दोपहर तक स्थगित हुआ। करीब 12 बजे जब सदन फिर से शुरू हुआ तो विपक्ष ने फिर से नीट पर चर्चा की मांग रखी। इस पर स्पीकर ने सोमवार तक सदन स्थगित कर दिया। सत्ता पक्ष ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए चर्चा की मांग की। लेकिन विपक्ष ने कहा कि इस काम को रोककर सबसे पहले नीट पर चर्चा कराई जाए। देश के युवक आंदोलनरत हैं, इसलिए इस पर चर्चा जरूरी है।
भारी शोरगुल के बीच लोकसभा में अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान स्थगन प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष से नीट मुद्दे और एनटीए द्वारा आयोजित परीक्षाओं में 'अनियमितताओं' पर चर्चा की अनुमति देने का आग्रह किया, और जोर दिया कि यह 'युवाओं का मामला' है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, “कल (गुरुवार), विपक्षी दलों के सभी नेताओं ने एक बैठक की और आमराय से निर्णय लिया कि आज हम NEET मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं... यहां सदन में NEET पर चर्चा होनी चाहिए। मैं प्रधान मंत्री से आग्रह करता हूं कि यह हमारे युवाओं से संबंधित है और गहन और सम्मानजनक चर्चा का हकदार है। हम इसे सम्मान के साथ लेंगे। मैं आपको चर्चा में शामिल होने और भाग लेने के लिए आमंत्रित करता हूं क्योंकि यह हमारे युवाओं के बारे में है। संसद को यह संदेश देना चाहिए कि भारत सरकार और विपक्ष दोनों छात्रों की चिंताओं को दूर करने के लिए एकजुट हैं।
जहां एक ओर नरेंद्र मोदी NEET पर कुछ नहीं बोल रहे, उस वक्त विपक्ष के नेता राहुल गांधी जी युवाओं की आवाज़ सदन में उठा रहे है.
— Congress (@INCIndia) June 28, 2024
लेकिन...
ऐसे गंभीर मुद्दे पर माइक बंद करने जैसी ओछी हरकत करके युवाओं की आवाज़ को दबाने की साजिश की जा रही है. pic.twitter.com/NhJnZZVM66
शुक्रवार को कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन और गौरव गोगोई ने NEET-UG 2024 में कथित अनियमितताओं और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) की 'विफलता' पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया था।