कोरोना: फिर एक दिन में रिकॉर्ड 2.61 लाख केस, 1501 मौतें
कोरोना संक्रमण के फिर से रिकॉर्ड मामले आए हैं। शनिवार को एक दिन में 2 लाख 61 हज़ार 500 केस आए। इस दौरान 1501 मौतें हुईं। ये आँकड़े एक दिन पहले के आँकड़ों से कहीं ज़्यादा हैं। शुक्रवार को 2 लाख 34 हज़ार 692 केस आए थे और 1341 लोगों की मौत हुई थी। यह लगातार चौथा दिन है जब एक दिन में 2 लाख से ज़्यादा मामले आए हैं। संक्रमण के मामले काफ़ी तेज़ी से बढ़ते जा रहे हैं। 14 अप्रैल को 2 लाख केस आए थे जो चौथे दिन बढ़कर 2 लाख 61 हज़ार से ज़्यादा हो गए।
संक्रमण कितनी तेज़ी से फैल रहा है यह इससे ही पता चलता है कि 4 अप्रैल को पहली बार एक दिन में 1 लाख से ज़्यादा केस आए थे और 14 अप्रैल को एक दिन में 2 लाख से ज़्यादा केस हो गए।
भारत में पिछले साल 30 जनवरी को पहली बार कोरोना संक्रमण का मामला आया था। हर रोज़ संक्रमण के मामले घटते-बढ़ते रहे, लेकिन पहली बार एक दिन में एक लाख से ज़्यादा केस आने में 1 साल दो महीने लगे। यानी क़रीब 425 दिन। हर रोज़ अब एक लाख से दो लाख के पहुँचने में सिर्फ़ दस दिन लगे। इस रफ़्तार से तो लगता है कि दो-तीन दिनों में संक्रमण के मामले तीन लाख से भी ज़्यादा आने लगेंगे।
स्वास्थ्य विभाग ने रविवार सुबह जो शनिवार के आँकड़े जारी किए हैं उसके अनुसार अब तक देश भर में 1 करोड़ 47 लाख 88 हज़ार से ज़्यादा मामले आ चुके हैं और 1 लाख 77 हज़ार 150 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में अब सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 18 लाख से ज़्यादा हो गई है। अब तक कुल 1 करोड़ 28 लाख लोग ठीक हो चुके हैं।
देश में सबसे ज़्यादा प्रभावित महाराष्ट्र है। राज्य में शनिवार को 67 हज़ार 123 पॉजिटिव केस आए जो एक दिन में अब तक सबसे ज़्यादा है। यह लगातार दूसरा दिन है जब रिकॉर्ड मामले आए हैं। एक दिन पहले ही शुक्रवार को रिकॉर्ड 63 हज़ार 729 मामले आए थे।
महाराष्ट्र में ही शनिवार को एक दिन में 419 लोगों की मौत हुई। राज्य में अब तक कुल 37 लाख 70 हज़ार 707 केस आ चुके हैं। इसमें से 30 लाख से ज़्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। राज्य में फ़िलहाल 6 लाख 47 हज़ार से ज़्यादा सक्रिय केस हैं।
कोरोना के इतनी संख्या में मरीज़ों के आने के कारण महाराष्ट्र अस्पताल के बिस्तर, आक्सीज़न और दूसरी चिकित्सा सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहा है। इस महीने की शुरुआत में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्र से राज्य को ऑक्सीजन की दिक्कतों का समाधान करने में मदद करने के लिए कहा था। शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र सहित दूसरे राज्यों को इसका आश्वान दिया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी कहा कि इस संबंध में उन्होंने उद्धव ठाकरे से बात की और उनको आश्ववासन दिया कि राज्य को पर्याप्त आपूर्ति की जाएगी।
दिल्ली में भी हालात ख़राब हैं। राज्य में रिकॉर्ड संक्रमण के मामले आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को चेताया कि राज्य में बहुत तेज़ी से ऑक्सीजन, रेमडेसिविर दवा और अस्पताल बेड कम पड़ते जा रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि हम दो या तीन दिनों में 6,000 बेड बढ़ा लेंगे। जिस रफ़्तार से कोरोना बढ़ रहा है, शिखर कब आएगा यह कोई नहीं जानता। केंद्र सरकार ने नवंबर में 4100 बेड दिए थे लेकिन इस बार केवल 1800 बेड दिए गए हैं। मैंने डॉ. हर्षवर्धन से कोरोना रोगियों के लिए 50% बेड आरक्षित करने का अनुरोध किया।'
इधर, उत्तर प्रदेश में 27 हज़ार 734 मामले और छत्तीसगढ़ में 16 हज़ार 83 पॉजिटिव केस आए हैं। कर्नाटक में भी संक्रमण के मामले काफ़ी ज़्यादा आ रहे हैं। राज्य में शनिवार को एक दिन में 17 हज़ार 489 मामले दर्ज किए गए और 80 मौतें हुईं। राज्य में अब तक कुल 11 लाख 41 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आ चुके हैं और 13 हज़ार से ज़्यादा मौतें हो चुकी हैं।
राजस्थान में 24 घंटे में 9 हज़ार 46 संक्रमण के मामले आए हैं और 37 मौतें हुई हैं। राज्य में अब कुल सक्रिय मामले क़रीब 60 हज़ार हो गए हैं। मध्य प्रदेश में भी संक्रमण तेज़ी से फैल रहा है और वहाँ एक दिन में 11,269 नये संक्रमण के मामले आए हैं। इस दौरान 66 लोगों की मौतें हुईं। राज्य में सक्रिय केस 63 हज़ार से ज़्यादा हो गए हैं। गुजरात में भी एक दिन में 9 हज़ार 541 मामले आए हैं और 97 लोगों की मौत हुई। राज्य में सक्रिय मामले 55 हज़ार से ज़्यादा हैं।