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कोरोना के रिकॉर्ड 2.73 लाख केस, 1619 मौतें हुईं

कोरोना के रिकॉर्ड 2.73 लाख केस, 1619 मौतें हुईं

देश में रविवार को कोरोना संक्रमण के फिर से रिकॉर्ड मामले आए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार सुबह जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार रविवार को 24 घंटे में 2 लाख 73 हज़ार 810 पॉजिटिव केस आए। 

देश में रविवार को कोरोना संक्रमण के फिर से रिकॉर्ड मामले आए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार सुबह जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार रविवार को 24 घंटे में 2 लाख 73 हज़ार 810 पॉजिटिव केस आए। इस दौरान 1619 कोरोना मरीज़ों की मौत हुई। इससे एक दिन पहले शनिवार को एक दिन में 2 लाख 61 हज़ार 500 केस आए थे और इस दौरान 1501 मौतें हुई थीं। यह लगातार पाँचवाँ दिन है जब कोरोना के केस दो लाख से ज़्यादा आए हैं। 

स्वास्थ्य विभाग ने आज जो आँकड़े जारी किए हैं उसके अनुसार देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या डेढ़ करोड़ से ज़्यादा हो गई है। कोरोना से मरने वालों की संख्या भी 1 लाख 78 हज़ार से ज़्यादा हो गई है। 1 करोड़ 29 लाख से ज़्यादा मरीज़ ठीक हो गए हैं। देश में फ़िलहाल 19 लाख 29 हज़ार से ज़्यादा सक्रिए मामले हो गए हैं।

महाराष्ट्र, दिल्ली और कर्नाटक में एक दिन में रिकॉर्ड कोरोना पॉजिटिव केस दर्ज किए गए। महाराष्ट्र में 68,631 संक्रमण के मामले आए, दिल्ली में 25,462 नए मामले, जबकि कर्नाटक में 19,067 मामले आए। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में भी 12,793 केस आए जो एक दिन में सबसे ज़्यादा हैं।

बिहार, राजस्थान, तमिलनाडु और मणिपुर ने नए प्रतिबंधों की घोषणा की है। बिहार में 15 मई तक रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है। इसके अलावा मॉल, स्कूल, सिनेमा हॉल और पूजा स्थल बंद कर दिए गए हैं। तमिलनाडु ने मंगलवार से रात 10 बजे से सुबह 4 बजे के बीच रात के कर्फ्यू की घोषणा की है। समुद्र तट, पार्क अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं और बसों के अंतर-राज्यीय आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया गया है।

देश में कोरोना संक्रमण इतनी तेज़ी से फैल रहा है और इतने ज़्यादा केस हो गए हैं कि स्वास्थ्य व्यवस्थाएँ चरमराने लगी हैं। अस्पताल में बेड कम पड़ने लगे हैं, ऑक्सीजन की आपूर्ति कम पड़ने लगी है, आईसीयू बेड की कमी होने लगी है।

सरकार ने रविवार को कहा कि उसने महाराष्ट्र सहित सबसे ज़्यादा प्रभावित 12 राज्यों को ऑक्सीजन की आपूर्ति में वृद्धि की है। केंद्र ने कहा है कि उद्योगों के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति भी चिकित्सा उपयोग के लिए कर दी जाएगी।

रेलवे कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई को मज़बूत करने के लिए ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें चलाने की भी योजना बना रहा है।

बता दें कि संक्रमण के मामले काफ़ी तेज़ी से बढ़ते जा रहे हैं। 14 अप्रैल को 2 लाख केस आए थे जो चौथे दिन बढ़कर 2 लाख 61 हज़ार से ज़्यादा हो गए। संक्रमण कितनी तेज़ी से फैल रहा है यह इससे ही पता चलता है कि 4 अप्रैल को पहली बार एक दिन में 1 लाख से ज़्यादा केस आए थे और 14 अप्रैल को एक दिन में 2 लाख से ज़्यादा केस हो गए।

भारत में पिछले साल 30 जनवरी को पहली बार कोरोना संक्रमण का मामला आया था। हर रोज़ संक्रमण के मामले घटते-बढ़ते रहे, लेकिन पहली बार एक दिन में एक लाख से ज़्यादा केस आने में 1 साल दो महीने लगे। यानी क़रीब 425 दिन। हर रोज़ अब एक लाख से दो लाख के पहुँचने में सिर्फ़ दस दिन लगे।

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