CWC बैठकः खड़गे का ओबीसी महिला कोटा, राष्ट्रीय जाति जनगणना का वादा
केंद्रीय चुनाव आयोग ने जैसे ही सोमवार को 5 राज्यों के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की, उसका लाभ उठाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में दो बड़ी घोषणाएं कीं और भाजपा को इस मुद्दे पर बोलने या कदम उठाने पर मजबूर कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अगर केंद्र में सत्ता मिली तो वो ओबीसी महिलाओं को आरक्षण देगी और देशव्यापी जाति जनगणना कराएगी। ये दो ऐसी घोषणाएं हैं, जिनसे भाजपा दूर भाग रही है। बिहार जाति जनगणना की रिपोर्ट आने के बाद पीएम मोदी ने उस नेरेटिव को बदलने की कोशिश की लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष की सोमवार की घोषणा ने भाजपा के कमंडल नीति की हवा निकाल दी है। मोदी ने अपनी पिछली रैली में आरोप लगाया था कि कांग्रेस हिन्दुओं को बांट रही है।
दिल्ली में चल रही सीडब्ल्यूसी बैठक में अपने भाषण के कुछ हिस्से को खड़गे ने एक्स (ट्विटर) पर भी शेयर किया है। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने बैठक में आश्वासन दिया कि महिला आरक्षण विधेयक को लागू किया जाएगा और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) तक बढ़ाया जाएगा। खड़गे ने लिखा, “हम 2024 में सत्ता में आने पर ओबीसी महिलाओं को आरक्षण देने सहित महिला आरक्षण को लागू करने का संकल्प लेते हैं… हम देशव्यापी जाति आधारित जनगणना, प्रभावी सरकारी कार्यक्रमों और कल्याणकारी योजनाओं को लागू करेंगे।”
खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हिंसा प्रभावित मणिपुर से गैरमौजूदगी की भी आलोचना की। खड़गे ने कहा कि मोदी आगामी राज्य विधानसभा चुनावों से पहले विभिन्न राज्यों में जा रहे हैं लेकिन मणिपुर के लिए समय नहीं है। खड़गे ने लोगों से प्रधानमंत्री द्वारा फैलाए गए फर्जी बयानों का मुकाबला करने का आग्रह किया। उन्होंने कांग्रेस नेताओं से कहा “मणिपुर में प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति चुनाव वाले राज्यों में उनकी लगातार यात्राओं के बिल्कुल विपरीत है। आने वाले दिनों में कांग्रेस पार्टी पर उनके झूठ और झूठ से भरे बेबुनियाद हमले और बढ़ेंगे। यह आवश्यक है कि हम इन झूठों का प्रतिकार करें और अपना स्वयं का संवाद बनाएं।''
कांग्रेस अध्यक्ष ने सत्तारूढ़ भाजपा की "विभाजनकारी रणनीति और स्वायत्त संस्थाओं के दुरुपयोग" पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने भाजपा को "लोकतांत्रिक स्थिरता के लिए खतरा" बताया।
खड़गे ने पार्टी के भीतर समन्वय, अनुशासन और एकता बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हमें सरकारी विफलताओं को उजागर करने और आम लोगों को प्रभावित करने वाली चिंताओं को उठाने के प्रयासों में भी तेजी लानी चाहिए।"
कांग्रेस प्रमुख ने कहा, “2024 में, हमें एक ऐसी सरकार स्थापित करने का प्रयास करना चाहिए जो इन गंभीर चुनौतियों का समाधान करे और हाशिए पर रहने वाले लोगों, युवाओं, महिलाओं, किसानों और मजदूरों के सपनों को पूरा करे। इसके साथ ही, हमें लोगों की आवाज़ के प्रति सचेत रहते हुए महंगाई और बेरोजगारी जैसे गंभीर मुद्दों का समाधान करना चाहिए... हमें कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकारों और पिछली कांग्रेस सरकारों के अनुकरणीय कार्यों का प्रचार करना चाहिए। इन उपलब्धियों को उजागर करके, हम जनता के बीच विश्वास पैदा कर सकते हैं।
पिछले महीने हैदराबाद में आयोजित दो दिवसीय बैठक में, सीडब्ल्यूसी ने विश्वास व्यक्त करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था कि पार्टी को विधानसभा चुनावों में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिजोरम, राजस्थान और तेलंगाना के लोगों से निर्णायक जनादेश मिलेगा। कांग्रेस प्रमुख ने उस समय भी पार्टी नेताओं से पार्टी की सफलता सुनिश्चित करने के लिए अपने व्यक्तिगत मतभेदों को दूर करने के लिए कहा था। इस बात को उन्होंने सोमवार को भी दोहराया।