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कांग्रेस का दावा - सुरक्षित है कमलनाथ सरकार, 19 विधायक पुलिस की हिरासत में

कांग्रेस का दावा - सुरक्षित है कमलनाथ सरकार, 19 विधायक पुलिस की हिरासत में

डी.के. शिवकुमार ने दावा किया है कि वह बाग़ी विधायकों के संपर्क में हैं और बाग़ी विधायक जल्दी वापस लौटेंगे। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस के 19 विधायक पुलिस की हिरासत में हैं।

मध्य प्रदेश में सियासी तसवीर हर पल बदल रही है। सोमवार को चले जोरदार सियासी ड्रामे के बाद कांग्रेस और बीजेपी अपने विधायकों को ख़रीद-फरोख़्त से ‘बचाने’ में जुट गये हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा कांग्रेस के 22 विधायक-मंत्रियों द्वारा इस्तीफ़ा देने के बाद कमलनाथ सरकार का सदन में बहुमत साबित कर पाना बेहद मुश्किल हो गया है। लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है कि उनकी सरकार बहुमत साबित करेगी और कार्यकाल भी पूरा करेगी।  

कर्नाटक में लंबे समय तक चले सियासी घटनाक्रम में कांग्रेस के संकटमोचक रहे डी.के. शिवकुमार ने दावा किया है कि वह बाग़ी विधायकों के संपर्क में हैं और बाग़ी विधायक जल्दी वापस लौटेंगे। उन्होंने दावा किया कि इस्तीफ़ा देने वाले कई विधायक पार्टी में वापस आने के लिये तैयार हैं। डी.के. शिवकुमार ने एनडीटीवी से कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस के 19 विधायक पुलिस की हिरासत में हैं। 

महिला कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा कि कांग्रेस सरकार में शामिल मंत्रियों और विधायकों को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुमराह किया है। ओझा के मुताबिक़, ‘मंत्रियों, विधायकों से कहा गया था कि सिंधिया राज्यसभा सीट की मांग कर रहे हैं, इसलिए एकजुट होने की ज़रूरत है लेकिन सिंधिया के बीजेपी में जाने से वे लोग नाराज हैं।’ ओझा ने कहा कि सभी मंत्री कमलनाथ के संपर्क में हैं। 

एनडीटीवी के मुताबिक़, राज्य सरकार में मंत्री पी.सी शर्मा ने दावा किया कि कमलनाथ अपना ‘मास्टर स्ट्रोक’ खेलने वाले हैं लेकिन ‘मास्टर स्ट्रोक’ क्या होगा, इस बारे में कुछ भी बताने से उन्होंने इनकार कर दिया। कमलनाथ सरकार की ओर से लगातार यह दावा किया जा रहा है कि राज्य सरकार पूरी तरह सुरक्षित है।  

बहुमत साबित करना बेहद मुश्किल

22 विधायकों के इस्तीफ़े के बाद कांग्रेस के पास 92 विधायक रह गए हैं। मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं। दो सीट अभी रिक्त हैं। 228 सीटों में से कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफ़े के बाद विधानसभा की सदस्य संख्या 206 रह गई है। ऐसे में बहुमत साबित करने के लिए 104 विधायकों की आवश्कता होगी। कांग्रेस को यदि समर्थक दलों और निर्दलीय विधायकों का साथ मिल भी जाता है तो भी उसकी नैया पार होनी नामुमकिन है। 

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एनडीटीवी से कहा कि कमलनाथ इस्तीफ़ा नहीं देंगे और फ़्लोर टेस्ट का सामना करेंगे। सिंह ने दावा किया कि चारों निर्दलीय और बीएसपी विधायक कांग्रेस के साथ हैं। उन्होंने कुछ बाग़ी विधायकों के वापस आने की भी उम्मीद जताई।

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