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पाकिस्तान संकटः अविश्वास प्रस्ताव खारिज, इमरान ने संसद भंग कर चुनाव कराने को कहा 

पाकिस्तान संकटः अविश्वास प्रस्ताव खारिज, इमरान ने संसद भंग कर चुनाव कराने को कहा 

पाकिस्तान में फिलहाल इमरान खान सरकार बच गई। नैशनल असेम्बली (संसद) में अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर दिया गया है। इमरान खान ने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से कहा है कि नैशनल असेम्बली को भंग कर दें। पाकिस्तान में चुनाव जल्द हो सकते हैं।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने सुरक्षा खतरे का हवाला देते हुए खारिज कर दिया है। इमरान ने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से कहा है कि राष्ट्रीय असेम्बली ( पाकिस्तानी संसद) भंग कर दी जाए। नए चुनाव कराए जाएं। उन्होंने अपनी पार्टी से चुनाव की तैयारी को कहा है। विपक्ष ने कहा कि पाकिस्तान में संवैधानिक संकट पैदा हो गया है। विपक्ष ने सुप्रीम कोर्ट पाकिस्तान से दखल देने को कहा है। पाकिस्तान नैशनल असम्बेली का इजलास आज भारतीय समय के मुताबिक 12 बजे बुलाया गया था जो करीब दस मिनट की देरी से शुरू हुआ। नैशनल असम्बेली के सदस्य और इमरान के विश्वस्त फव्वाद चौधरी ने एक छोटा सा प्रस्ताव पढ़ा कि इमरान खान की सरकार को विदेशी पावर के इशारे पर गिराया जा रहा है। इसलिए अविश्वास प्रस्ताव को रद्द किया जाए। स्पीकर ने फौरन ही पाकिस्तान संविधान की धाराओं का उल्लेख करते हुए अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को खारिज कर दिया। 

नैशनल असम्बेली के इस घटनाक्रम के बाद इमरान खान ने देश को संबोधित किया। पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने आज घटनाओं में तेजी से बदलाव करते हुए राष्ट्रपति अल्वी से नेशनल असेंबली को भंग करने के लिए कहा और अविश्वास प्रस्ताव से पहले नए सिरे से चुनाव की घोषणा की।

नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने अविश्वास प्रस्ताव को पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 5 के खिलाफ करार देते हुए खारिज किया है। सूरी ने आज के सत्र की अध्यक्षता की, जब विपक्षी दलों ने एक आश्चर्यजनक कदम में अध्यक्ष असद कैसर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया। पाकिस्तान संविधान के अनुच्छेद 5 के अनुसार: राज्य के प्रति वफादारी प्रत्येक नागरिक का मूल कर्तव्य है। संविधान और कानून का पालन करना हर नागरिक का दायित्व है कि वह कहीं भी हो। सत्र शुरू होने के कुछ देर बाद ही सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि अनुच्छेद 5(1) के तहत राज्य के प्रति वफादारी प्रत्येक नागरिक का मूल कर्तव्य है। उन्होंने प्रधानमंत्री इमरान के पहले के दावों को दोहराया कि सरकार को हटाने के कदम के पीछे एक विदेशी साजिश थी।

प्रधान मंत्री इमरान ने अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के लिए राष्ट्र को बधाई दी। इमरान ने कहा- 

मुझे कई लोगों से संदेश मिल रहे थे जो चिंतित थे, यह कहते हुए कि "देशद्रोह" राष्ट्र के सामने किया जा रहा था। मैं कहना चाहता हूं, 'घबराना नहीं है। चिंता मत करिए। अल्लाह पाकिस्तान पर नजर रख रहा है।


-इमरान खान, पीएम पाकिस्तान रविवार को अवाम को संबोधित करते हुए

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