कोरोना वायरस से लड़ने की तैयारी कैसी? संसद में सरकार का जवाब
कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश कितना तैयार है, इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने संसद को जानकारी दी। दिल्ली हिंसा को लेकर दोनों सदनों के बार-बार स्थगित होने के बीच ही स्वास्थ्य मंत्री ने पहले राज्यसभा और फिर लोकसभा में बताया कि कोरोना वायरस कितना बड़ा संकट है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी, वह ख़ुद और मंत्री समूह लगातार निगरानी में जुटे हैं। देश में गुरुवार को एक और पॉजिटिव मामला आया है। अब तक कोरोना वायरस के 29 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 3 ठीक हो चुके हैं और अन्य का इलाज चल रहा है। एक दिन पहले तक यह संख्या 28 थी जिसमें 16 इटली के पर्यटक शामिल हैं।
गाँवों में स्थिति कैसे संभालेगी सरकार
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि प्रत्येक के पास सैनिटाइज़र्स की सुविधा नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि एयरपोर्ट पर तो स्क्रीनिंग यानी जाँच की जा रही है लेकिन गाँवों के बारे में क्या किया जा रहा है उन्होंने पूछा कि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोग सावधानियों के बारे में जागरूक कैसे होंगे कांग्रेस नेता ने कहा कि इसके लिए बड़ा अभियान चलाने की ज़रूरत है। कुछ ऐसा ही सवाल समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भी उठाया। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट पर जाँच तो की जा रही है, लेकिन तब क्या होगा जब यह इन्फ़ेक्शन ट्रेन से यात्रा करने वालों तक पहुँच जाए जो हज़ारों ग्रामीणों को प्रभावित करेगा।हर्षवर्धन ने लोकसभा में कहा कि सरकार ने चीन से भारतीय लोगों को बाहर निकालने के लिए दो मिशन चलाए जिसमें 767 लोगों को वापस ले आया गया। सभी को अलग-थलग कर डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि चीन से वापस आए लोगों में एक भी पॉजिटिव नहीं पाए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ईरान से भारतीय लोगों को वापस लाने के लिए सरकार तैयारी कर रही है।
इससे पहले उन्होंने राज्यसभा में कहा कि 4 मार्च तक कुल 28529 लोगों को कम्युनिटी सर्विलांस पर रखा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार ने डब्ल्यूएचओ की ओर से दिशा-निर्देश जारी करने से पहले ही तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने दावा किया कि भारत ने 17 जनवरी से तैयारी शुरू कर दी थी, तब डब्ल्यूएचओ ने सलाह भी जारी नहीं की थी।
हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार ने कोरोना वायरस को रोकने के लिए कई क़दम उठाए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, 'एक बार जब व्यक्ति वायरस के संपर्क में आ जाता है तो वह 1-14 दिनों के भीतर संक्रमित हो सकता है। हमारे देश में, 4 मार्च तक 29 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर नियमित रूप निगरानी कर रहे हैं। स्थिति पर नज़र रखने के लिए मंत्रियों का एक समूह गठित किया गया है। हर दूसरे दिन राज्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की जा रही है। भारतीय नागरिकों को चीन, कोरिया और कोरोना वायरस से प्रभावित अन्य देशों की यात्रा से परहेज करने की सलाह दी गई है।'
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि 3 फ़रवरी को मंत्रीसमूह के गठन के बाद इसकी चार बैठकें हो चुकी हैं।
बता दें कि एक दिन पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने इसको लेकर प्रेस कॉन्फ़्रेंस की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि भारत घूमने आए इटली के 15 पर्यटकों में बुधवार को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। इससे एक दिन पहले जयपुर में इटली के एक पर्यटक में भी इसकी पुष्टि हुई थी। यह पर्यटक भी उसी दल का हिस्सा है जिसमें इटली के 15 पर्यटकों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। दरअसल, इटली से 21 पर्यटकों का यह दल भारत घूमने आया हुआ है। इस दल के 16 लोग कोरोना वायरस के पॉजिटिव पाए गए हैं।
दुनिया भर में कोरोना वायरस के 93 हज़ार से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इसमें से 51 हज़ार से ज़्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। 3200 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे 81 देश प्रभावित हैं।