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दस राज्यों में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 10% से ज़्यादा, केंद्र की चेतावनी

दस राज्यों में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 10% से ज़्यादा, केंद्र की चेतावनी

कोरोना टीका देने के तमाम सरकारी दावों के बीच 10 राज्यों में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से ज़्यादा है, यानी जितने लोगों की कोरोना जाँच कराई गई है, उनमें से 10 प्रतिशत लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया है।

कोरोना टीका देने के तमाम सरकारी दावों के बीच 10 राज्यों में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से ज़्यादा है, यानी जितने लोगों की कोरोना जाँच कराई गई है, उनमें से 10 प्रतिशत लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया है। 

 केंद्र सरकार ने इन राज्यों को सख़्त कदम उठाने की सलाह दी है और कहा है कि 45 से 60 और 60 से ऊपर की उम्र के ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को जल्दी से जल्दी कोरोना टीका दे। जिन राज्यों में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से ज़्यादा पाई गई है, वे हैं, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, असम, मिज़ोरम, मेघालय और मणिपुर। 

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिन राजेश भूषण, इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च के महानिदेशक बलराम भार्गव व दूसरे लोगों की बैठक में इस पर बात हुई और राज्यों को चेतावनी दी गई है।  केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन राज्यों को चेतावनी जारी की है।

46 ऐसे ज़िले हैं जहाँ कोरोना पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से ज़्यादा हैं तो 53 ज़िलों में कोरोना पॉजिटिविटी रेट पाँच से 10 प्रतिशत के बीच है।

राज्य सरकारों से कहा गया है कि इन ज़िलों में टीकाकरण तेज़ी से बढ़ाएं, वर्ना स्थिति विकट हो सकती है। 

केंद्र के निर्देश

केंद्र सरकार ने 10 प्रतिशत से ज़्यादा कोरोना पॉजिटिविटी वाले ज़िलों में भीड़ रोकने और लोगों के आपस में मिलने जुलने पर सख्त पाबंदी के निर्देश दिए हैं।

कोरोना टीके की दूसरी खुराक़ को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा कोरोना संक्रमण रोकने के लिए होम आइसोलेटेड लोगों की प्रभावी और नियमित निगरानी के साथ निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन पीएसए प्लांट लगाने पर जोर दिया गया है।

 - Satya Hindi

कोरोना टीके की दूसरी खुराक़ को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा कोरोना संक्रमण रोकने के लिए होम आइसोलेटेड लोगों की प्रभावी और नियमित निगरानी के साथ निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन पीएसए प्लांट लगाने पर जोर दिया गया है।

जिन राज्यों में 10 प्रतिशत से ज़्यादा पॉजिटिविटी रेट है, वहाँ 80% से ज्यादा सक्रिय मामले होम आइसोलेशन में हैं। 

 इन मामलों पर प्रभावी ढंग से और सख्ती से निगरानी रखने की ज़रूरत है जिससे वे आपस में मिल कर अपने पड़ोस, समुदाय, गाँव, मोहल्ला, वार्ड आदि में न घूमें और संक्रमण न फैलाएं।

बता दें कि केरल में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद अब कर्नाटक में भी संक्रमण के मामले काफ़ी तेज़ी से बढ़े हैं।

राज्य में एक दिन में कोरोना पॉजिटिव केसों में 34 फ़ीसदी का उछाल आया है। यहाँ बुधवार को जहाँ 1531 मामले आए थे वहीं गुरुवार को 2052 मामले आए हैं।

कर्नाटक के पड़ोसी राज्य केरल में गुरुवार को 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 22 हज़ार से ज़्यादा मामले आए हैं। ये पूरे देश में हर रोज़ आ रहे मामलों के क़रीब 50 फ़ीसदी हैं। 

स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार को जारी आँकड़ों के अनुसार, पूरे देश में क़रीब 43 हज़ार नये पॉजिटिव केस आए हैं।

कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंकाओं के बीच इन राज्यों में संक्रमण बढ़ने से नये सिरे से चिंताएँ पैदा हो गई हैं।

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