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146 ज़िलों में हर छठा आदमी कोरोना संक्रमित

146 ज़िलों में हर छठा आदमी कोरोना संक्रमित

ऐसे समय जब देश के कोने-कोने से कोरोना संक्रमण फैलने की खबरें आ रही हैं और इससे रोज़ाना प्रभावित होने वाले लोगों की तादाद लगातार बढ़ रही है, सरकार 146 ज़िलों को लेकर ज़्यादा चिंतित है। 

ऐसे समय जब देश के कोने-कोने से कोरोना संक्रमण फैलने की खबरें आ रही हैं और इससे रोज़ाना प्रभावित होने वाले लोगों की तादाद लगातार बढ़ रही है, सरकार 146 ज़िलों को लेकर ज़्यादा चिंतित है। ये वे ज़िले हैं जिनमें कोरोना संक्रमित लोगों की तादाद 15 प्रतिशत से अधिक है, यानी हर छठा आदमी इस महामारी की चपेट में आ गया है। 

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि इसके अलावा 247 ज़िले ऐसे हैं, जहाँ कोरोना से प्रभावित होने वालों की तादाद पाँच से 15 प्रतिशत है, यानी कुल मिला कर 393 ज़िले कोरोना की चपेट में किसी न किसी रूप में ज़रूर हैं।

55% लोगों को कोरोना

जनगणना विभाग के मुताबिक, भारत में 741 ज़िले हैं, यानी कुल आबादी के लगभग 55 से 60 प्रतिशत लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। 

राजेश भूषण ने कहा, हमें 146 ज़िलों को लेकर चिंता है। हमने इन ज़िलों के प्रशासन से विस्तार से बात की है कि कोरोना फैलने से रोकने के लिए हमें क्या करना चाहिए। ये वे ज़िले हैं जहाँ कोरोना संक्रमण के सबसे ज़्यादा मामले हैं और स्वास्थ्य सेवाओं पर काफी बोझ है। 

18 से ऊपर के लिए राज्य खरीदें टीके

उन्होंने कहा कि टीकाकरण का अगला चरण 1 मई से शुरू होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों को टीका आपूर्ति की जानकारी 15 दिन पहले ही दे दी जाएगी। उन्हें टीका खुराकों की उपलब्धता के बारे में पूरी जानकारी दे दी जाएगी और भविष्य में मिलने वाले खुराकों के बारे में भी बताया जाएगा। 

केंद्र सरकार ने 18 साल से ज़्यादा उम्र के सभी लोगों को कोरोना टीका देने का एलान तो कर दिया, पर इसका पूरा बोझ राज्यों पर डाल दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने साफ शब्दों में कहा, 

18 साल से ज़्यादा की उम्र के लोगों को जो टीका लगेंगे वे राज्य सरकारें निजी क्षेत्र के खुले बाज़ार से खरीद कर देंगी।

टीका के बाद भी संक्रमण

केंद्र सरकार ने टीका लगवाने के बाद भी कोरोना संक्रमण की आशंका से इनकार नहीं किया है, पर यह कहा है कि ऐसे मामले बहुत ही कम हैं।

सरकारी एजेन्सी इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा, दो टीकों से गंभीर बीमारी और मौत कम हुए हैं। इससे संक्रमण रुका है। उन्होंने कहा, टीके लगने के बाद भी संक्रमण हो सकता है, इसे ब्रेकथ्रू इनफेक्शन कहते हैं। यह इनकी संख्या 10 हज़ार में दो-चार ही हैं। 

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उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा, 'इसकी वजह वे स्वास्थ्य कर्मी व अग्रिम पंक्ति के कर्मचारी हैं, जिन्हें पहले दौर में ही टीके की खुराकें दी गईं थीं, उन्हें संक्रमण का ख़तरा अधिक है।' 

उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आने की वजह से भी कोरोना टीका लगाने वालों को संक्रमण हो रहा है। 

बता दें कि पहली बार कोरोना संक्रमण के मामले रिकॉर्ड 3 लाख से ज़्यादा आए हैं। दुनिया में अब तक किसी भी देश में एक दिन में इतना ज़्यादा संक्रमण के मामले नहीं आए थे जितने भारत में आए हैं। बुधवार को 24 घंटे में 3 लाख 14 हज़ार 835 पॉजिटिव केस आए। इस दौरान 2104 लोगों की मौत हुई।

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रोज़ बढ़ रहे हैं आँकड़े

एक दिन में यह आँकड़ा सबसे ज़्यादा है। मंगलवार को एक दिन में 2 लाख 95 हज़ार 41 पॉजिटिव केस आए और 2023 लोगों की मौत हुई थी। यह लगातार आठवाँ दिन है जब कोरोना पॉजिटिव केस के 2 लाख से ज़्यादा मामले आए। 

स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार को जो बुधवार के आँकड़े जारी किए हैं उसके अनुसार अब तक 1 करोड़ 59 लाख 30 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आ चुके हैं। अब तक 1 लाख 84 हज़ार से ज़्यादा मौतें हो चुकी हैं। 1 करोड़ 34 लाख से ज़्यादा कोरोना मरीज़ ठीक हो चुके हैं। देश में फ़िलहाल 22 लाख 91 हज़ार सक्रिय मामले हैं।

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