कोरोना मामलों में बढ़ोतरी क्या चौथी लहर का संकेत है?
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने अधिकारियों को कोरोना जाँच में तेजी लाने के लिए कहा है। सार्वजनिक जगहों पर मास्क ज़रूरी कर दिया गया है। केरल में दो महीने बाद पहली बार हर रोज़ 1000 से ज़्यादा केस आने लगे हैं। और संक्रमण के बढ़ते मामलों से चिंतित केंद्र सरकार ने पाँच राज्यों को चिट्ठी लिखकर सचेत किया है। तो क्या भारत में कोरोना की नयी लहर आने की आशंका है? क्या आईआईटी कानपुर के शोधकर्ताओं का आकलन सही होने जा रहा है?
आईआईटी कानपुर के शोधकर्ताओं ने फरवरी महीने में एक आकलन में कहा था कि देश में कोरोना की चौथी लहर अगले 4 महीने में यानी जून में आ सकती है। यह लहर 4 महीने तक रह सकती है।
शोध में दावा किया गया कि भारत में जून के मध्य से जून के अंत तक चौथी लहर आ सकती है। अध्ययन का नेतृत्व आईआईटी कानपुर के गणित विभाग के सबरा प्रसाद राजेशभाई, सुभरा शंकर धर और शलभ ने किया है। अध्ययन को MedRxiv में प्री-प्रिंट के रूप में प्रकाशित किया गया।
शोधकर्ताओं ने कहा था कि डेटा बताते हैं कि भारत में कोरोना की चौथी लहर प्रारंभिक डेटा उपलब्ध होने की तारीख़ से 936 दिनों के बाद आएगी। देश में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 30 जनवरी, 2020 को आया था। शोध में कहा गया है कि गंभीरता देश भर में टीकाकरण की स्थिति, कोरोना के नये वैरिएंट की प्रकृति पर निर्भर करेगी।
तो क्या शोध का अनुमान अब सच होने जा रहा है? देश में कोरोना मामलों में वृद्धि से चिंतित केंद्र सरकार ने पांच राज्यों- तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, महाराष्ट्र और कर्नाटक को पत्र लिखा है। केंद्र का मानना है कि इन राज्यों में कोरोना स्थानीय स्तर पर तेजी से फैल रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने लिखा है, 'महामारी के ख़िलाफ़ लड़ाई में अब तक मिले लाभ को गँवाए बिना सार्वजनिक स्वास्थ्य पर जोखिम मूल्यांकन-आधारित दृष्टिकोण अपनाने की ज़रूरत है... यह ज़रूरी है कि राज्य को सख़्त निगरानी बनाए रखनी चाहिए और संक्रमण के किसी भी उभरते प्रसार को नियंत्रित करने के लिए यदि आवश्यक हो तो पहले से ही क़दम उठाने चाहिए।'
बता दें कि केरल में पूरे देश में आए कुल नए मामलों का 31.14 प्रतिशत हिस्सा है। राज्य में 3 जून को समाप्त सप्ताह में पिछले सप्ताह के 4,139 मामलों से बढ़कर 6,556 नए मामले दर्ज किए गए हैं। केरल के 11 जिलों में मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है।
महाराष्ट्र में इस सप्ताह 4,883 नए कोविड मामले दर्ज किए गए, जो पिछले सप्ताह के 2,471 मामलों से काफ़ी ज़्यादा हैं।
राज्य में भारत के 23.19 प्रतिशत मामले हैं। मुंबई में संक्रमण के मामले तेज़ी से बढ़ने की वजह से शहर में कोरोना जाँच में तेजी लाने का फ़ैसला लिया गया है। बृहन्मुंबई नगर निगम यानी बीएमसी के अधिकारियों ने कहा है कि युद्ध स्तर पर जाँच को तुरंत बढ़ाया जाए।
महाराष्ट्र में लक्षण वाले मामलों में तेज वृद्धि की आशंका के मद्देनज़र बीएमसी ने जंबो फील्ड अस्पतालों को पर्याप्त रूप से स्टाफ रखने और अलर्ट पर रखने के लिए कहा है। निजी अस्पतालों को भी अलर्ट पर रहने को कहा गया है। अन्य उपायों जैसे वार्ड वार रूम की स्थिति की समीक्षा करना सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है ताकि वे पूरी तरह से कर्मचारियों, चिकित्सा टीमों और एम्बुलेंस से लैस रहें।
तमिलनाडु में पिछले सप्ताह 335 मामले और इस सप्ताह 659 नए मामले दर्ज किए गए। तेलंगाना में भी पिछले सप्ताह 287 से बढ़कर इस सप्ताह 375 नए मामले आए हैं। कर्नाटक में पिछले सप्ताह 1,003 मामले से बढ़कर इस सप्ताह 1,446 मामले हो गए।
तो सवाल वही है कि इन राज्यों में संक्रमण के मामले बढ़ने के क्या संकेत हैं? क्या भारत में कोरोना की अगली लहर जल्द ही आ सकती है, जैसा कि आईआईटी कानपुर ने आकलन पेश किया है?