मोदीनॉमिक्स ने अर्थव्यवस्था को तबाह किया: कांग्रेस
मोदी सरकार के बजट 2022 पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। इसने कहा है कि "बजट 2022 की सच्चाई- 'कुछ नहीं बजट'। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बजट को लेकर प्रतिक्रिया में कहा है कि ग़रीब की जेब खाली है, नौकरी पेशा की जेब खाली है, मध्यम वर्ग की जेब खाली है, लेकिन बजट में कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि युवाओं की उम्मीद टूटी है।
निर्मला सीतारमण का भाषण ख़त्म होने के बाद कांग्रेस ने अपने पहले ट्वीट में मोदी सरकार की अर्थनीति को तबाह करने वाला क़रार दिया है।
मोदी सरकार की अनर्थनीति ने देश पर ऋण बढ़ाने का ही काम किया है, मोदीनॉमिक्स ने अर्थव्यवस्था को तबाह किया है।
— Congress (@INCIndia) February 1, 2022
देश के लिए मोदी सरकार की अनर्थनीति हानिकारक साबित हुई है। pic.twitter.com/j1dTQ87NuO
कांग्रेस ने इस ट्वीट में आर्थिक सर्वेक्षण के आँकड़ों का हवाला दिया है। इसने लिखा है कि मार्च 2014 में 53 लाख करोड़ का ऋण था जबकि मार्च 2022 में यह ऋण 136 करोड़ रुपये हो गया है।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बजट पेश करने से पहले सोमवार को संसद में देश की आर्थिक स्थिति को बताने वाली सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश की थी। इसमें वित्तीय वर्ष अप्रैल 2022 से मार्च 2023 में भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए 8-8.5 फीसदी की विकास दर का अनुमान लगाया गया। हालाँकि भारत सरकार के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय का कहना है कि देश की जीडीपी 9.2 फीसदी रह सकती है।
आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23, अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों की स्थिति के साथ-साथ विकास में तेजी लाने के लिए किए जाने वाले सुधारों का विवरण देता है।
आज के बजट को लेकर रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया है कि खपत बढ़ाने के लिए कुछ नहीं किया गया है। उन्होंने कहा है कि छोटे उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भी कुछ नहीं किया गया है।
. #Budget2022 की सच्चाई- ‘कुछ नहीं बजट’
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) February 1, 2022
• गरीब की जेब ख़ाली, कुछ नहीं,
• नौकरीपेशा की जेब ख़ाली, कुछ नहीं,
• मध्यम वर्ग की जेब ख़ाली, कुछ नहीं,
• किसान की जेब ख़ाली, कुछ नहीं,
• युवाओं की आशा टूटी, कुछ नहीं,
• खपत बढ़ाने के लिए, कुछ नहीं,
• छोटे उद्योग को बढ़ावा, कुछ नहीं
बता दें कि निर्मला सीतारमण ने कई घोषणाएँ की हैं। उनमें से एक यह भी है कि सरकार ने इस साल आयकर दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। करदाताओं द्वारा त्रुटियों को ठीक करने के लिए 2 वर्षों के भीतर अपेडट रिटर्न दाखिल कर सकते हैं। वित्त मंत्री ने 400 नई वंदे भारत ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि विकास के 7 इंजन हैं- पीएम गति शक्ति, समावेशी विकास, उत्पादकता वृद्धि, ऊर्जा संचरण, जलवायु कार्रवाई और निवेश का वित्तपोषण। सरकार ने मुख्य तौर पर ऐसी घोषणाओं पर जोर दिया है।