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26 दलों की बैठक कल, सभी वरिष्ठ नेता आएँगे; आज रात्रिभोज: कांग्रेस

26 दलों की बैठक कल, सभी वरिष्ठ नेता आएँगे; आज रात्रिभोज: कांग्रेस

विपक्षी एकता की बेंगलुरु में होने वाली बैठक को लेकर आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। जानिए, क्या है विपक्षी एकता की बैठक को लेकर क्या कहा गया।

विपक्षी दलों की एकता की आख़िर ज़रूरत क्या है और वे क्यों एकजुट हो रहे हैं? इस सवाल का जवाब विपक्षी दलों की बेंगलुरु में होने वाली बैठक को लेकर आज एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में दिया गया। इसमें कहा गया है कि लोकतंत्र की रक्षा, संवैधानिक अधिकारों व हमारे संस्थानों की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं। इसके साथ ही उन ख़बरों का खंडन किया गया कि कई वरिष्ठ नेता आज नहीं, बल्कि कल शामिल होंगे। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने साफ़ किया कि विपक्षी दलों की बैठक कल यानी मंगलवार सुबह शुरू हो रही है और आज रात्रिभोज है।

जयराम रमेश ने कहा, 'कुछ आज ख़बर निकल रही है कि कुछ वरिष्ठ नेता आज नहीं आ रहे हैं, पर कल आएँगे। मैं इसका पूरा खंडन करना चाहता हूँ। 26 पार्टियों की बैठक की शुरुआत कल सुबह 11 बजे ही होने वाली है। आज रात को कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने भोज दिया है। लेकिन बैठक औपचारिक तरीक़े से कल 11 बजे शुरू होगी।' उन्होंने आगे कहा कि कल शाम चार बजे सभी 26 दलों के नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। उनकी यह सफाई इसलिए आई है कि शरद पवार को लेकर ख़बर सामने आई कि वह आज नहीं, बल्कि कल बैठक में जाएँगे और इसको लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे।

संयुक्त विपक्ष की बैठक पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, 'हम सभी एक सामान्य उद्देश्य से एकजुट हैं - इस देश में लोकतंत्र की रक्षा करना, संवैधानिक अधिकारों और हमारे संस्थानों की स्वतंत्रता सुनिश्चित करना। इन सभी पर भाजपा सरकार के शासनकाल में वर्तमान में हमला हो रहा है। वे विपक्ष की आवाज को दबाना चाहते थे। वे विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। राहुल गांधी को संसद से अयोग्य घोषित करना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। महाराष्ट्र में भी जो घटना हो रही है, वह भी एक उदाहरण है...'।

बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक पर कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा, 'पीएम और बीजेपी हैरान हैं। विपक्ष की पटना बैठक के बाद पीएम को अचानक एनडीए का ख्याल आया। एनडीए में नई जान फूंकने की कोशिश की जा रही है।' 

एनडीए की बैठक को लेकर जयराम रमेश ने कहा कि 'अचानक ख़बर आई कि कल एनडीए की बैठक बुलाई गई है। यह पटना की बैठक का नतीजा है...।'

जयराम रमेश की यह टिप्पणी तब आई है जब भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 18 जुलाई को नई दिल्ली में एनडीए की बैठक बुलाई है। 

विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना के साथ बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने भी 18 जुलाई को एक बैठक बुलाई है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान सहित कई नए सहयोगी और कुछ पूर्व सहयोगी एनडीए की बैठक में शामिल हो सकते हैं। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सत्तारूढ़ दल सहित विभिन्न राजनीतिक नेताओं से संपर्क किया है।

बिहार से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उपेंद्र सिंह कुशवाहा और विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी को बैठक में शामिल होने का निमंत्रण मिला है। इनके अलावा भी कई दलों को उस बैठक में शामिल होने का निमंत्रण मिला है।

विपक्षी एकता पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, 'इस बैठक का संदेश लोगों के लिए है कि उन्हें चिंता करने की ज़रूरत नहीं है और हम उनके मुद्दों को उठाने के लिए एकजुट हो रहे हैं... लोग 9 साल से तंग आ चुके हैं... यह संविधान की रक्षा के लिए है'।

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