कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक हफ्ते के यूरोप दौरे पर रवाना
पीटीआई के मुताबिक कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार देर रात लगभग एक सप्ताह के यूरोप दौरे पर रवाना हो गए। इस दौरान वो यूरोपीय संघ (ईयू) के वकीलों, छात्रों और भारतीय प्रवासियों के साथ बैठकें करेंगे। सूत्रों ने बताया कि राहुल 7 सितंबर को ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के वकीलों के एक समूह से मिलेंगे और हेग में भी इसी तरह की बैठक करेंगे। वो 8 सितंबर को पेरिस की एक यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करेंगे।
उनका 9 सितंबर को पेरिस में फ्रांस की लेबर यूनियन की बैठक में भी भाग लेने का कार्यक्रम है। इसके बाद, वह नॉर्वे का दौरा करेंगे, जहां वह 10 सितंबर को ओस्लो में एक प्रवासी कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। जी20 शिखर सम्मेलन समाप्त होने के एक दिन बाद 11 सितंबर तक राहुल गांधी के दिल्ली लौटने की संभावना है। भारत में जी20 सम्मेलन 9 से 10 सितंबर तक है।
भारत जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है और इसमें 30 से अधिक राष्ट्राध्यक्षों, यूरोपीय संघ और आमंत्रित अतिथि देशों के शीर्ष अधिकारियों और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के भाग लेने की संभावना है।
राहुल गांधी का विदेश दौरा उनके बयानों के कारण कई बार सुर्खियों में आ जाता है। पिछली बार जब वो अमेरिका और यूरोपीय देशों की यात्रा पर गए तो भाजपा ने आरोप लगाया कि उन्होंने विदेशों से भारत के आंतरिक हालात का हवाला देकर मदद मांगी। हालांकि राहुल ने उन देशों में भारत में बढ़ती नफरत का मामला उठाया था और इस तरफ मानवाधिकार संगठनों का ध्यान आकर्षित किया था।
राहुल गांधी इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। अभी हाल ही में उन्होंने लाल यादव के घर जाकर एक रेसिपी बनाने में दिलचस्पी दिखाई और मटन बनाते दिखाई दिए। इससे पहले उन्होंने दिल्ली के एक सब्जी विक्रेता को अपने घर खाने पर आमंत्रित किया था। इस सब्जी विक्रेता को आजादपुर सब्जी मंडी में काफी नुकसान हुआ था और उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसी तरह जुलाई में उन्हें हरियाणा के खेतों में महिलाओं के साथ धान रोपते और बातचीत करते देखा गया था।
बहरहाल, भारत में राहुल गांधी की लोकप्रियता बढ़ रही है। एबीपी और सी वोटर के हालिया सर्वे में राहुल गांधी की लोकप्रियता बढ़ने के संकेत हैं। सर्वे में जब लोगों से पूछा गया कि वे राहुल गांधी के दावे के बारे में क्या सोचते हैं कि वो 2024 में पीएम मोदी को हरा देंगे, तो सर्वेक्षण में शामिल कुल लोगों में से 55 प्रतिशत ने 'हां' कहा। सर्वे में शामिल 20.3 फीसदी एनडीए समर्थक मतदाताओं ने भी अगले साल पीएम मोदी की हार के राहुल गांधी के दावे का समर्थन किया।