कांग्रेस साथ आए...बीजेपी को 100 के नीचे कर देंगे: नीतीश
#WATCH | I want you people (Congress) to take a quick decision. If they take my suggestion & fight together, they (BJP) will go below 100 seats, but if they don't take my suggestion, you know what will happen: Bihar CM Nitish Kumar at 11th General Convention of CPI-M, Patna pic.twitter.com/StbAEOjgWE
— ANI (@ANI) February 18, 2023
बिहार के सीएम नीतीश ने विपक्षी एकता की कोशिशें तेज कर दी हैं। उनका दावा है कि अगर विपक्ष एकजुट हो जाए तो बीजेपी 100 सीटों से नीचे आ जाएगी। लेकिन इसके लिए कांग्रेस का साथ चाहिए। नीतीश ने आज शनिवार को विपक्षी एकता के मुद्दे पर खुलकर बयान दिया।
नीतीश लंबे समय से विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने इस संबंध में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की। दिल्ली यात्रा के दौरान वो आम आदमी पार्टी प्रमुख केजरीवाल से भी मिले थे। लेकिन इसी दौरान केसीआर ने पटना जाकर नीतीश से मुलाकात की। फिर अखिलेश, ममता बनर्जी ने हैदराबाद जाकर केसीआर से मुलाकात की। केसीआर दरअसल गैर कांग्रेसी मोर्चा बनाना चाहते हैं। लेकिन बीएसपी प्रमुख मायावती इन सबसे अलग हैं। उन्होंने पहले ही कह दिया है कि वो किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं होंगी। इस तरह नीतीश कुमार की चिन्ता को समझा जा सकता है कि विपक्ष चाहकर भी एकजुट नहीं हो पा रहा है।
बहरहाल, नीतीश ने एक बार फिर कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों को 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए हाथ मिलाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि एक "संयुक्त मोर्चा" बीजेपी को 100 से कम सीटों पर लाने में सक्षम होगा।
उन्होंने कहा, मैं चाहता हूं कि आप लोग (कांग्रेस) जल्द निर्णय लें। अगर वे मेरा सुझाव मान लेते हैं और एक साथ लड़ते हैं, तो बीजेपी 100 सीटों से नीचे चली जाएगी, लेकिन अगर मेरा सुझाव नहीं मानते हैं, तो आप जानते हैं कि क्या होगा।
पटना में सीपीआई-एमएल के 11वें आम सम्मेलन में बोलते हुए, उन्होंने यह भी दोहराया कि उनकी प्रधान मंत्री बनने की कोई महत्वाकांक्षा नहीं है, या वो इस पद के दावेदार हैं। उन्होंने कहा-
“
मेरी एकमात्र महत्वाकांक्षा देश को एकजुट करना और नफरत फैलाने वाले लोगों से मुक्त करना है। मुझे वास्तव में कुछ नहीं चाहिए। हम आपके साथ खड़े रहेंगे।
-नीतीश कुमार, सीएम बिहार, पटना में 18 फरवरी 2023 को
इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भाग लिया।
सहयोगी दलों की अदला-बदली और आरजेडी के साथ नई सरकार बनाने के बाद नीतीश कुमार ने आगामी लोकसभा चुनावों में बीजेपी को चुनौती देने के लिए समान विचारधारा वाले दलों के गठबंधन को एक साथ जोड़ने के कई प्रयास किए हैं।
पिछले साल, बिहार के नेता ने कहा था कि बीजेपी के विरोधी दल 2024 के लोकसभा चुनावों में "भारी बहुमत" से जीत सकते हैं यदि वे हाथ मिलाने के लिए सहमत हों। उन्होंने कहा था कि वह इसे हकीकत बनाने की कोशिश करते रहेंगे और यह अब इन पार्टियों पर निर्भर है।
उन्होंने कहा था कि वह इसे हकीकत बनाने की कोशिश करते रहेंगे और यह अब इन पार्टियों पर निर्भर है।