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बीजेपी एजेंट जैसे अफसरों में कलेक्टर संजय मिश्रा भी: कांग्रेस

बीजेपी एजेंट जैसे अफसरों में कलेक्टर संजय मिश्रा भी: कांग्रेस

मध्य प्रदेश में आख़िर कांग्रेस क्यों आरोप लगा रही है कि सरकारी अफसर बीजेपी एजेंट की तरह पेश आ रहे हैं? क्या ब्यूरोक्रेसी का भाजपाकरण हो गया है और अब कलेक्टर का नाम क्यों आ रहा है?

कांग्रेस आरोप लगा रही है कि मध्य प्रदेश में नौकरशाही का भाजपाकरण हो गया है। अधिकांश अफसर निष्पक्ष नहीं रहे हैं, वे चुन-चुनकर कांग्रेसियों को निशाना बनाते हैं। ये और ऐसे बहुतेरे आरोप कांग्रेस बार-बार लगाती है। कांग्रेस के ऐसे आरोपों पर मध्य प्रदेश के एक विवादास्पद कलेक्टर ने ‘मुहर’ लगाई है।

पन्ना जिले के कलेक्टर संजय मिश्रा का एक वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो राज्य सरकार की विकास यात्रा के दौरान का है। वायरल हुए वीडियो में मिश्रा मंच से कहते नज़र आ रहे हैं, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि देश की आजादी का 75वां वर्ष चल रहा है। 25 साल बाद शताब्दी वर्ष हो तब भी यह सरकार रहे। ऐसे में आपको इसी मेहनत के साथ आगामी 25 सालों तक इसी सरकार के साथ बने रहना है। किसी के भटकाने या बहकावे में आने की ज़रूरत नहीं है।’

बताया जा रहा है कि यह कथित वीडियो पन्ना जिले की अमानगंज नगर परिषद का है। जहां विकास यात्रा के बाद हुई आमसभा में कलेक्टर पहुँचे थे।

मध्य प्रदेश कांग्रेस वीडियो पर भड़क गई है। राज्य कांग्रेस मीडिया सेल के प्रमुख के.के. मिश्रा ने दो टूक कहा है, ‘कांग्रेस बार-बार अफसरों से अनुरोध करती आ रही है कि वे सीमा और मर्यादा को नहीं लांघे। चूँकि सरकार ने मशीनरी का भाजपाकरण कर दिया है, लिहाजा अनेक उत्साही अफसर भूल गये हैं कि वे सरकार का अंग हैं।’

मिश्रा ने कहा, ‘भाजपा के एजेंट की तरह काम करने वाले अफसरों में संजय मिश्रा भी शामिल हैं। उनके वीडियो को राज्यपाल जी को संज्ञान में लेना चाहिए। तत्काल उन्हें पद से हटाना चाहिए। हमने इस पूरे मामले की शिकायत आईएएस एसोसिएशन को कर दी है। आज डोओपीटी को भी शिकायती पत्र और वायरल वीडियो की काॅपी भेजेंगे। डीओपीटी से मांग करेंगे कि वह कलेक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।’

उधर कलेक्टर संजय मिश्रा ने मीडिया से बातचीत में कहा है, ‘मैंने कोई विवादास्पद बयान नहीं दिया है। हम प्रशासनिक अधिकारियों का काम सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार करना है, जो हम कर रहे हैं।’

हाईकोर्ट ने संजय को लेकर कहा था पाॅलिटिकल एजेंट

पन्ना कलेक्टर संजय मिश्रा को लेकर मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने पिछले दिनों टिप्पणी करते हुए कहा था, ‘कलेक्टर पॉलिटिकल एजेंट की तरह काम कर रहे हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई की जाना चाहिए। इन्हें तत्काल पद से हटाया जाना चाहिए।’ पन्ना जिले की गुन्नौर जनपद पंचायत में उपाध्यक्ष पद के चुनाव में कांग्रेस समर्थक परमानंद शर्मा को 13 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी समर्थक रामशिरोमणि मिश्रा 12 वोट पा सके थे। निर्वाचन अधिकारी द्वारा शर्मा को निर्वाचित घोषित किया गया था।

 - Satya Hindi

हारे हुए उम्मीदवार कलेक्टर के दरबार में पहुंचे थे। अपील की थी। दावा किया था कि एक बैलेट पर पर स्याही लगी है। कलेक्टर ने उस वोट को निरस्त करते हुए दोनों को बराबर घोषित कर दिया था। पर्ची उठवाई गई थी, जिसमें भाजपा के मिश्रा विजयी हो गए थे। यह मामला बाद में हाईकोर्ट पहुंचा था। हाईकोर्ट ने संजय मिश्रा को लेकर तल्ख टिप्पणी की थी। 

कमलनाथ ने कहा है सरकार में आने पर निपटेंगे

पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने भी कई अवसरों पर दो टूक कहा है, ‘अफसर यह नहीं भूलें कि निज़ाम नहीं बदलेगा। निज़ाम बदलने पर हम ऐसे अफसरों को सबक सिखायेंगे, जो भूल गए हैं कि वे अधिकारी हैं, पार्टी के कार्यकर्ता नहीं हैं।’

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