उत्तर प्रदेश में सिर्फ़ तीन महीने बाद होने जा रहे विधानसभा चुनावों में अपना सब कुछ झोंकने में जुटी कांग्रेस अब पदयात्रा के ज़रिए माहौल बनाएगी। प्रदेश के सभी विधानसभाओं में पदयात्रा से 32240 किलोमीटर की दूरी तय करने का फ़ैसला किया गया है। चुनावों में अधिकांश स्थानों पर सपा-बीजेपी के बीच सीधा मुक़ाबला बताया जा रहा है, लेकिन उनके बीच अपनी जगह बनाने में जुटी कांग्रेस 5000 नुक्कड़ सभाएँ भी करेगी।
इससे पहले अक्टूबर में कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में चार अलग-अलग जगहों से वाहनों के ज़रिए प्रतिज्ञा यात्रा निकाली थी। अब पार्टी प्रदेश की सभी विधानसभाओं में पदयात्रा निकालेगी। विधानसभा के टिकटों में महिलाओं को 40 फ़ीसदी आरक्षण, लड़कियों को स्मार्ट फोन, स्कूटी, दस लाख तक मुफ्त सरकारी ईलाज, महिलाओं को मुफ्त तीन गैस सिलेंडर, मुफ्त बस यात्रा और किसानों की कर्जमाफी जैसे वादों के साथ विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्ष में भी हलचल पैदा कर दी है। मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और योगी के गढ़ गोरखपुर में बड़ी रैली कर प्रियंका गांधी ने अपनी ताक़त भी दिखायी है।
कांग्रेस ने इस कार्यक्रम को महंगाई के ख़िलाफ़ पदयात्रा का नाम दिया है। पदयात्रा के दौरान पार्टी के बड़े नेता जो खास तौर पर संबंधित क्षेत्र से आते हों, वो मौजूद रहेंगे। पहले की तरह ही इसे प्रतिज्ञा पदयात्रा का नाम दिया गया है। कांग्रेस मीडिया विभाग के वाइस चेयरमैन पंकज श्रीवास्तव के मुताबिक़ नेहरू जयंती 14 नवंबर से 24 नवंबर के बीच 403 विधानसभाओं में 'बीजेपी हटाओ-महंगाई भगाओ' के नारे के तहत पदयात्रा निकलेगी।
हर दिन सात गाँवों व वार्डों से निकलेगी यात्रा
कार्यक्रम के मुताबिक़ प्रत्येक दिन न्यूनतम 10 किलोमीटर की पदयात्रा होगी। पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि हर दिन न्यूनतम 7 ग्रामसभाओं या वार्डों से होकर पदयात्रा निकलेगी। पदयात्रा के दौरान महँगाई की समस्या पर नागरिकों के साथ बैठक होगी और घर-घर कांग्रेस के प्रतिज्ञापत्र का वितरण होगा। पदयात्रा के रूट पर पड़ने वाले हाट व बाज़ार में शाम को रोज़ाना नुक्कड़ सभा होगी। प्रत्येक विधानसभा में कुल 8 नुक्कड़ सभाएँ होंगी।
हर दो दिन की यात्रा के बाद एक दिन का विश्राम होगा। कुल मिलाकर एक विधानसभा में चार टुकड़ों में आठ दिन की पदयात्रा होगी। प्रत्येक विधानसभा में 80 किलोमीटर की पदयात्रा होगी जो न्यूनतम 60 ग्रामसभाओं या वार्डों से होकर निकलेगी।
हाल के दिनों में कांग्रेस ने न्याय पंचायत व ग्राम पंचायत स्तर पर संगठन तैयार किया है। पार्टी का मानना है कि संगठन निर्माण का फायदा इस पदयात्रा में मिलेगा।
गाँवों में होंगी 24000 बैठकें, परखी जाएगी संगठन की चुस्ती
यूपी में कांग्रेस की पदयात्रा के दौरान प्रदेश के गांवों में बैठकों का दौर चलेगा। ये बैठकें अनौपचारिक तरीक़े से संवाद का ज़रिया बनेंगी जहां लोगों से महंगाई के असर, इससे निपटने के सरकारी उपायों, नाकामी और खेती किसानी पर हुए असर के बारे में बात करने के साथ ही रोजगार के घटते अवसरों पर चर्चा होगी। पंकज श्रीवास्तव कहते हैं कि जहां पूरे प्रदेश में 32,240 किलोमीटर की पदयात्रा होगी वहीं 24,180 ग्रामस्तरीय बैठकें होंगी। कुल 5000 नुक्कड़ सभाओं का आयोजन होगा। कई विधानसभा क्षेत्रों में पदयात्रा में शामिल नेता गांवों में ही रात्रि विश्राम भी करेंगे। पदयात्रा के दौरान सुबह प्रभातफेरी भी निकाली जाएगी और कांग्रेस से जुड़े गीत भी गाए जाएंगे। गांवों में पदयात्रा के पहुँचने के साथ स्थानीय संस्कृति के मुताबिक़ कार्यक्रम भी होंगे।
महिलाओं, किसानों, युवाओं पर कांग्रेस का फोकस
यूपी चुनावों में कांग्रेस का सबसे ज़्यादा जोर महिलाओं, किसानों और युवाओं पर है। पार्टी ने अब तक जो संकल्प पत्र के ज़रिए वादे किए हैं वो इन्हीं वर्गों से संबंधित हैं। महिलाओं को टिकट देना, मुफ्त गैस सिलेंडर, सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा, 12वीं की छात्राओं को स्मार्टफोन और स्नातक छात्राओं को स्कूटी हो या बड़े पैमाने पर महिलाओं के सेवायोजना वाली आंगनबाड़ी व आशा बहुओं जैसी नौकरियों में मानदेय को बढ़ाकर 10000 रुपये किए जाने जैसे वादे इस वर्ग को लुभाने के लिए किए गए हैं। बेरोजगार नौजवानों से पार्टी लगातार संवाद कर रही है और उनसे जुड़े मुद्दे उठा रही है। किसानों की कर्ज माफी के साथ ही उन्हें धान गेहूं की क़ीमत 2500 रुपये प्रति क्विंटल व गन्ना 400 रुपये प्रति क्विंटल खरीद का वादा भी कांग्रेस ने किया है।