वाट्सऐप चैट लीक: अर्णब के ख़िलाफ़ शिकायत, गिरफ़्तारी की माँग
कांग्रेस के नेताओं ने वाट्सऐप चैट लीक मामले में रिपब्लिक टीवी के प्रमुख संपादक अर्णब गोस्वामी के ख़िलाफ़ पुलिस में लिखित शिकायत दी है। एक शिकायत कांदीवली के समता नगर पुलिस थाने में दी गई है तो दूसरी बांद्रा ईस्ट के निर्मलनगर पुलिस थाने में। शिकायत में एफ़आईआर दर्ज करने की माँग की गई है। अर्णब पर आरोप लगाया गया है कि 2019 में बालाकोट में हवाई हमले की जानकारी उन्होंने कथित तौर पर वाट्सऐप पर लीक की जो राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला था।
वाट्सऐप चैट लीक पर हाल ही में देश भर में हंगामा मचा था। वह वाट्सऐप चैट कथित तौर पर बार्क के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता और अर्णब गोस्वामी के बीच की है।
उस चैट में दोनों के बीच नज़दीकी संबंध, एक-दूसरे के लिए फायदे और ग़लत तरीक़े से फ़ैसलों को प्रभावित करने की बात उजागर होती है। कांदीवली के समता नगर पुलिस स्टेशन में एफ़आईआर दर्ज कराने वाले कांग्रेस नेता सचिन सावंत ने शिकायत देने की जानकारी ट्वीट कर दी। उन्होंने शिकायत देने की तसवीरों को तो ट्वीट किया ही है साथ में शिकायत की कॉपी को भी ट्वीट किया है।
उन्होंने उस ट्वीट के साथ लिखा है, 'आधिकारिक रूप से कांदीवली के समता नगर पुलिस में एसीपी मोहिते और सीनियर पीआई हके के समक्ष शिकायत दर्ज की गई, जिसमें ओएसए की धारा 5 को भंग करने के लिए अर्णब गोस्वामी की तत्काल गिरफ्तारी और जांच की मांग की गई है। यह जानने की भी ज़रूरत है कि किसने उन्हें बालाकोट हमले के बारे में जानकारी दी?'
Officially Filed complaint at Kandiwali's Samtanagar police stn with ACP Mohite & Senior PI Hake against Arnab Goswami demanding his immediate arrest for breaching Section 5 of OSA & investigate. It needs to be known asto - Who gave him info regarding Balakot strike? pic.twitter.com/YMTTvnA8N5
— Sachin Sawant सचिन सावंत (@sachin_inc) January 27, 2021
निर्मल नगर थाने में शिकायत कांग्रेस विधायक जीशान सिद्दीकी ने दी है।
जो वाट्सऐप चैट लीक हुई है वह कथित तौर पर वही है जिसे मुंबई पुलिस द्वारा सप्लीमेंट्री चार्जशीट यानी पूरक आरोप पत्र में सबूत के तौर पर पेश किया गया है। मुंबई पुलिस टीआरपी स्कैम की जाँच कर रही है। टीआरपी में गड़बड़ी का यह मामला 8 अक्टूबर को तब सामने आया जब मुंबई पुलिस ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस की थी। 6 अक्टूबर को केस दर्ज किया गया था। मुंबई पुलिस का दावा है कि कुछ टीवी चैनल पैसे देकर अपनी टीआरपी बढ़ाया करते थे। इस मामले में रिपब्लिक टीवी पर भी गंभीर आरोप लगे हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने तीन दिन पहले ही तमिलनाडु के करूर में एक रोडशो के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री समेत सिर्फ पाँच लोगों को किसी सैन्य कार्रवाई के बारे में पहले से जानकारी रही होगी। उन्होंने अर्णब की कथित वॉट्सऐप चैट की बातचीत का हवाला देते हुए कहा, 'कुछ दिनों पहले यह जानकारी सामने आई कि एक पत्रकार बालाकोट में एयर स्ट्राइक के बारे में पहले से जानता था। पाकिस्तान में भारतीय वायुसेना की ओर से बमबारी किए जाने के तीन दिनों पहले ही एक पत्रकार को बता दिया गया कि क्या होने जा रहा है।'
जेपीसी की माँग
विपक्षी दलों ने पहले अर्णब गोस्वामी के लीक हुए वॉट्सऐप चैट की जाँच संयुक्त संसदीय समिति से कराने की माँग केंद्र सरकार से की है। इन दलों का कहना है कि यह क्लासीफ़ाइड इनफॉर्मेशन के लीक होने और मिलीभगत का मामला बन सकता है, लिहाज़ा पूर मामले की जाँच होनी चाहिए।
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा था, 'मीडिया के एक वर्ग ने जो कुछ रिपोर्ट किया है, वह यदि सच है तो बालाकोट हमले और 2019 के आम चुनावों के बीच सीधा तार जुड़ता है। क्या राजनीतिक फ़ायदे के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा का दोहन किया गया है, इस मुद्दे पर संयुक्त जाँच समिति की जाँच होनी चाहिए।'
बता दें कि बार्क के जिस पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता ने कथित तौर पर टीआरपी रेटिंग में गड़बड़ी कर अर्णब गोस्वामी की सहायता की थी उन्हीं के बयान से अर्णब की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। पार्थो दासगुप्ता ने पुलिस को लिखित में बयान दिया है। बयान में उन्होंने अर्णब से घूस लेने की बात स्वीकारी है। इसमें उन्होंने टीआरपी में गबड़बड़ी करने के लिए तीन साल में 40 लाख रुपये और दो बार होलीडे के लिए 12 हज़ार यूएस डॉलर यानी क़रीब साढ़े आठ लाख रुपये लेने की बात मानी है। हालाँकि यह लिखित बयान तब का है जब 11 जनवरी को मुंबई पुलिस ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी।