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लॉकडाउन को लेकर 5 लाख से ज़्यादा सुझाव मिले, आने वाला समय बेहद कठिन: केजरीवाल

लॉकडाउन को लेकर 5 लाख से ज़्यादा सुझाव मिले, आने वाला समय बेहद कठिन: केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली में लॉकडाउन को लेकर कुल मिलाकर 5 लाख से ज़्यादा सुझाव आए हैं। 

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली में लॉकडाउन को लेकर लोगों ने अपने सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा कि फ़ोन, ई-मेल और वॉट्स ऐप मैसेज से कुल मिलाकर 5 लाख से ज़्यादा सुझाव आए हैं। 

केजरीवाल ने गुरुवार को कहा, ‘दिल्ली के अधिकतर लोगों का कहना है कि कॉलेज, स्कूल और दूसरे शिक्षण संस्थान गर्मी की छुट्टियों तक बंद रहने चाहिए। इसी तरह अधिकतर लोग होटल बंद रखने के पक्ष में है लेकिन वे चाहते हैं कि रेस्तरां खोल दिए जाएं। इसके अलावा लोग चाहते हैं कि खाने की होम डिलीवरी और टेक अवे (खाना ले जाने) को शुरू कर दिया जाए लेकिन रेस्तरां में बैठकर खाने की अनुमति न दी जाए।’ 

मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग सभी लोगों की सहमति है कि बार्बर शॉप, सिनेमा हॉल, स्पा, सैलून, स्विमिंग पूल को अभी नहीं खोलना चाहिए। इसके अलावा लोगों का कहना है कि बुजुर्गों, दिल के मरीजों को घर से बाहर नहीं निकलने देना चाहिए। 

केजरीवाल ने कहा, लोगों के सुझाव हैं कि राजधानी में सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य होनी चाहिए और मास्क न पहनने वालों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के लोगों का यह भी कहना है कि मॉर्निंग वॉक के लिए पार्क खोल देने चाहिए। इसके अलावा ऑटो रिक्शा और टैक्सी को भी खोल दिया जाना चाहिए लेकिन उसमें लोगों की संख्या एक या दो होनी चाहिए। 

केजरीवाल के मुताबिक़, अधिकतर लोगों ने कहा है कि बसें शुरू कर देनी चाहिए लेकिन इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए कम सवारियों को चढ़ने देना चाहिए और मेट्रो को भी लिमिटेड तरीक़े से खोलना चाहिए। 

केजरीवाल ने कहा, ‘मार्केट एसोसिएशनों का कहना है कि मार्केट कॉम्प्लेक्स को खोल देना चाहिए, चाहे इसे ऑड-ईवन करके खोला जाए। इसके अलावा लोगों ने कहा कि मॉल्स में एक-तिहाई दुकानों को खोला जाना चाहिए। इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि इंडस्ट्रियल एरिया को पूरी तरह खोला जाना चाहिए।’ 

केजरीवाल ने कहा, ‘पिछले डेढ़ महीने से लॉकडाउन के कारण दिल्ली और देश बंद था। बंद करना आसान था लेकिन अर्थव्यवस्था को खोलने में काफ़ी मेहनत करनी पड़ेगी। आने वाला समय काफ़ी कठिन है।’ 

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों के सुझावों को लेकर शाम को राज्यपाल के साथ बैठक है। बैठक में सुझावों पर चर्चा होगी और इसके बाद दिल्ली सरकार अपना प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार को भेज देगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार फ़ैसला लेगी कि किस राज्य को कितनी ढिलाई देनी है। उन्होंने कहा कि केंद्र के निर्देश के बाद सोमवार से दिल्ली में कुछ काम शुरू होंगे लेकिन हमें सोशल डिस्टेंसिंग को फ़ॉलो करना है और मास्क पहनकर ही बाहर निकलना है। 

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