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’ईओडब्ल्यू के छापे पर भोपाल में स्वास्थ्य महकमे के क्लर्क ने ज़हर पीया’

’ईओडब्ल्यू के छापे पर भोपाल में स्वास्थ्य महकमे के क्लर्क ने ज़हर पीया’

मध्य प्रदेश में आर्थिक अपराध शाखा ने जब छापा मारा तो कर्मचारी ने जहरीला पदार्थ क्यों पी लिया? जानिए, छापा क्यों मारा गया और उसमें क्या मिला।

मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग में पदस्थ एक बाबू (क्लर्क) ने ईओडब्ल्यू के छापे पड़ने पर ज़हरीला पदार्थ निगल लिया। बाबू के कदम से हड़कंप मच गया। आनन-फानन में उसे अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल में उसका उपचार चल रहा है।

घटना बुधवार सुबह की है। उपनगर बैरागढ़ निवासी हीरो केसवानी के यहां राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने छापा मारा था। ई.ओ.डब्ल्यू. को शिकायत मिली थी कि क्लर्क ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित की हुई है। छापामार टीम ने अपनी कार्रवाई शुरू की। घर की तलाशी शुरू करते ही इधर-उधर घूम रहे हीरो गिर पड़े। टीम को उसी ने बताया कि जहर पी लिया है। अप्रत्याशित घटना से टीम में शामिल लोगों के हाथ-पैर फूल गये।

हीरो को तत्काल हमीदिया अस्पताल लेकर जाया गया। डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि आरोपी की हालत ख़तरे से बाहर है। उधर, छापामार कार्रवाई में आरोपी के घर से काफी तादाद में अनुपातहीन संपत्ति और जमीन-जायदाद से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। टीम इस बात का आकलन कर रही है कि आरोपी ने आय से कितनी ज्यादा संपत्ति अर्जित की। 

आरोपी के खिलाफ आत्महत्या के प्रयास का मामला भी पुलिस ने दर्ज कर लिया है।

‘आय से 200 गुना ज्यादा संपत्ति मिली’

ईओडब्ल्यू की टीम ने भोपाल के अलावा बुधवार सुबह जबलपुर नगर निगम के एक सहायक यंत्री आदित्य शुक्ला के यहां भी छापा मारा। टीम को आलीशान बंगले की साज-सज्जा और महंगी सामग्री दिखी हैं।

शुक्ला के पास तीन महंगी गाड़ियां, छह लाख रुपयों से ज्यादा नकद और करोड़ों रुपयों की अनुपातहीन संपत्ति मिली है। ईओडब्ल्यू विंग के जबलपुर एसपी देवेन्द्र सिंह ने बताया है, ‘आरोपी ने आय से 200 गुना ज्यादा संपत्ति बनाई है। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और कार्रवाई की जा रही है।’

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