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चीन पर बहस से कौन बच रहा, संसद सत्र 23 को ही खत्म हो जाएगा?

चीन पर बहस से कौन बच रहा, संसद सत्र 23 को ही खत्म हो जाएगा?

राजनीति और नेताओं की थाह पाना मुश्किल है। संसद का मौजूदा शीतकालीन सत्र एक हफ्ता पहले ही खत्म हो सकता है। संसद में चीन पर बहस नहीं हो पा रही। सरकार अनुमति नहीं दे रही। दूसरी तरफ 20 दिसंबर को सूत्रों के हवाले से बताया जाता है कि विपक्ष दलों समेत तमाम सांसद क्रिसमस और नए साल की वजह से सत्र का समापन 23 दिसंबर को ही चाहते हैं। जानिए पूरा घटनाक्रमः

क्या चीन पर बहस से बचने के लिए संसद के दोनों सदनों का शीतकालीन सत्र एक हफ्ता पहले 23 दिसंबर को खत्म हो जाएगा। न्यूज एजेंसी एएनआई ने आज 20 दिसंबर को खबर दी है कि संसद का मौजूदा सत्र एक हफ्ता पहले खत्म हो सकता है। एएनआई ने बीजेपी बिजनेस एडवाइजरी काउंसिल की बैठक का हवाला देते हुए सूत्रों का उल्लेख कर कहा है कि सत्रावसान 23 दिसंबर को हो सकता है।

2020 से अब तक 6 सत्र हो चुके हैं और हर सत्र तय समय से एक हफ्ता पहले खत्म हो रहा है। 

सूत्रों ने कहा कि 19 दिसंबर को भी कई विपक्षी नेताओं ने सरकार और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से क्रिसमस और नए साल के जश्न का हवाला देकर सत्र को जल्द समाप्त करने की मांग की थी। इस बैठक में विपक्ष से कांग्रेस सांसद भी मौजूद थे।

संसद का शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से शुरू हुआ था। इसे 29 दिसंबर तक चलना है। इसी बीच 9 दिसंबर को तवांग में चीनी सेना और भारतीय सेना में मामूली झड़प हुई। यह खबर जब भारतीय मीडिया में आई गई तो सरकार ने 13 दिसंबर को संसद के दोनों सदनों में बयान देकर घटना की पुष्टि की। इस पर विपक्ष ने इस पर चर्चा और पीएम मोदी से बयान की मांग की। लेकिन सरकार ने संसद में चीन पर चर्चा नहीं होने दी। 13 दिसंबर से कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के सांसद बार-बार चीन पर चर्चा का नोटिस दे रहे हैं लेकिन उन नोटिसों को लोकसभा स्पीकर और राज्यसभा के उपसभापति खारिज कर दे रहे हैं। इस वजह से शीतकालीन सत्र में हंगामेदार दृश्य और बार-बार स्थगन देखने को मिला है। पिछले एक हफ्ते से संसद की शुरुआत ही चीन पर बयान की मांग से होती है। लेकिन सरकार इस पर राजी नहीं है।

केंद्र सरकार ने इस मुद्दे पर कांग्रेस पर पलटवार किया। बीजेपी नेताओं और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एलएसी पर तनाव को लेकर सरकार की आलोचना करने के लिए पार्टी सांसद राहुल गांधी द्वारा "पिटाई" शब्द के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई। जयशंकर ने कहा, हमारे जवान यांग्त्से में 13,000 फीट की ऊंचाई पर खड़े हैं, हमारी सीमा की रक्षा कर रहे हैं, वे 'पिटाई' शब्द के लायक नहीं हैं। 'पिटाई' शब्द का इस्तेमाल हमारे जवानों के लिए नहीं किया जाना चाहिए।

मल्लिकार्जुन खड़गे के कल सोमवार को अलवर में कुत्ता वाले बयान पर बीजेपी सांसद राज्यसभा में आज 20 दिसंबर को काफी बिफरते दिखाई दिए। बीजेपी सांसदों ने कांग्रेस और खड़गे से माफी की मांग की।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में बीजेपी ने आज राज्यसभा में उनकी माफी की मांग की। हंगामे के बीच उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि खड़गे ने यह टिप्पणी संसद के बाहर की थी। खड़गे ने माफी की मांग का मजाक उड़ाया और गोयल के साथ गरमागरमी के बीच कई और टिप्पणियों भी कर डालीं।

कल 19 दिसंबर को राजस्थान के अलवर में एक रैली में, कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि ग्रैंड ओल्ड पार्टी कांग्रेस ने देश के लिए आजादी की लड़ाई लड़ी, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी जैसे नेताओं ने अपने जीवन का बलिदान दिया। क्या आपके (बीजेपी) घर का कुत्ता भी देश के लिए मरा है? फिर भी, वे (बीजेपी) देशभक्त होने का दावा करते हैं और अगर हम कुछ कहते हैं तो हमें देशद्रोही करार दिया जाता है।

खड़गे ने राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा को बीजेपी द्वारा "भारत तोड़ो" बताने के जवाब में यह टिप्पणी की थी।

बार- बार हो रहा सत्र का स्थगन

2020 में कोविड महामारी की वजह से संसद का बजट सत्र बाधित हुआ था, जो निर्धारित 3 अप्रैल के बजाय 23 मार्च, 2000 को खत्म हो गया। उसके बाद आयोजित किए गए सभी छह संसद सत्रों को तमाम कारणों से निर्धारित समय से पहले स्थगित कर दिया गया। कभी चुनाव की वजह से स्थगित करना पड़ा तो कभी सांसदों के अनुरोध का हवाला दिया गया। पिछले दो सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गए। इस सत्र में चीन मुद्दा बना। लेकिन अब कहा जा रहा है कि क्रिसमस और नए साल के जश्न का हवाला देकर विपक्ष और सत्ता पक्ष संसद का शीतकालीन सत्र एक हफ्ता पहले ही खत्म कराना चाहते हैं।

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