मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध WTO के नियमों के ख़िलाफ़: चीन
भारत सरकार द्वारा 43 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाए जाने के एक दिन बाद चीन ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। चीन ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर चीन आधारित मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। इसने यह भी आरोप लगाया है कि यह निष्पक्ष बाज़ार के नियमों के ख़िलाफ़ है और डब्ल्यूटीओ यानी विश्व व्यापार के नियमों का उल्लंघन है।
भारत में चीनी दूतावास के प्रवक्ता जी रोंग ने कहा है, 'राष्ट्रीय सुरक्षा के बहाने चीन की पृष्ठभूमि वाली मोबाइल ऐप को प्रतिबंधित करने की भारत की बार-बार कार्रवाई का चीन दृढ़ता से विरोध करता है। आशा है कि भारत बाज़ार के सभी खिलाड़ियों के लिए न्याय संगत, निष्पक्ष और भेदभाव रहित माहौल प्रदान करेगा और भेदभावपूर्ण प्रथाओं को सुधारेगा।'
#China firmly opposes #Indian side’s repeated use of "national security” as excuse to prohibit #MobileAPPs with Chinese background. Hope India provides fair,impartial&non-discriminatory biz environ for all market players,& rectify discriminatory practices. https://t.co/hPqSHT7NLF pic.twitter.com/zD4FhajYt1
— Ji Rong (@ChinaSpox_India) November 25, 2020
केंद्र सरकार ने सुरक्षा ख़तरों का हवाला देते हुए मंगलवार को ही 43 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है। इनमें से कई चीन की मोबाइल ऐप हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इसके लिए आदेश जारी किया है।
इससे पहले कम से कम तीन बार सरकार ऐसी मोबाइल ऐप पर कार्रवाई कर चुकी है। पहले ये कार्रवाइयाँ तब की गई थीं जब सीमा पर चीन के साथ तनाव चरम पर था और कहा जा रहा था कि यह कार्रवाई चीन की आक्रामकता के ख़िलाफ़ की गई है।
Ministry of Electronics and Information Technology, GoI (@GoI_MeitY) issued an order today under section 69A of the Information Technology Act blocking access to 43 mobile apps in India.
— Ministry of Electronics & IT (@GoI_MeitY) November 24, 2020
More details - https://t.co/l9pwJKk3un@PIB_India @MeityPib @rsprasad @SanjayDhotreMP
मोबाइल ऐप पर ताज़ा कार्रवाई के बाद चीन ने मीडिया के जवाब में विस्तृत बयान जारी किया है। इस बयान में इसने बाज़ार की दुहाई दी है और कहा है कि बाज़ार के नियमों का ख्याल रखा जाए।
बयान में कहा गया है कि चीनी सरकार ने हमेशा विदेशी कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करने, क़ानूनों और विनियमों के अनुपालन में काम करने और सरकारी आदेश व नैतिकता के अनुरूप रहने को कहा है।
प्रवक्ता ने कहा, 'चीन और भारत ख़तरों के बजाय एक-दूसरे के विकास के अवसर हैं। दोनों पक्षों को द्विपक्षीय आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को आपसी लाभ के परिणामों के लिए सही रास्ते पर वापस लाना चाहिए।'
तनाव था तब भी लगाया था प्रतिबंध
इससे पहले इसी साल 29 जून को सरकार ने 59 मोबाइल ऐप और 2 सितंबर को 118 मोबाइल ऐप को प्रतिबंधित कर दिया था।
पिछली बार जब सितंबर महीने में कार्रवाई की गई थी तब चीन के साथ सीमा पर तनाव चल रहा था। गलवान में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद चीन पहले तो बातचीत का नाटक करता रहा लेकिन फिर से वह नापाक हरक़तों पर उतर आया। 29-30 अगस्त को पैंगोंग त्सो झील के इलाक़े में चीन के सैनिकों की ओर से भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश के बाद सीमा पर हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए थे। इसी बीच भारत सरकार ने 118 चीनी मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था। उस दौरान भी सूचना और प्रोद्यौगिकी मंत्रालय ने कहा था कि ये ऐप भारत की संप्रभुता, एकता और सुरक्षा के लिए ख़तरा थे।
सरकार ने पहली बार में 59 और फिर 49 ऐप को बैन किया था। इस तरह भारत सरकार अब तक कुल 269 ऐप को बैन कर चुकी है। सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी क़ानून की धारा 69 ए के तहत यह क़दम उठाया है। सरकार ने कहा है कि यह फ़ैसला ख़तरे की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए लिया गया है।