चीन से जुड़ी मोबाइल कंपनी शाओमी इंडिया के 5551 करोड़ जब्तः ईडी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को विदेशी मुद्रा कानून तोड़ने पर स्मार्टफोन की बड़ी कंपनी शाओमी (Xiaomi) के 5,000 करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति को जब्त कर लिया। शाओमी इंडिया चीन की शाओमी समूह की सहायक कंपनी है।ईडी ने कहा है कि विदेशी मुद्रा अधिनियम, 1999 के कानूनों के तहत कंपनी के बैंक खातों से 5,551.27 करोड़ शनिवार को जब्त किए गए हैं। शाओमी इंडिया के खिलाफ ईडी ने फरवरी 2022 में अवैध रकम भेजने के संबंध में जांच शुरू की थी।
ईडी के मुताबिक शाओमी ने 2014 में भारत में अपना काम शुरू किया और 2015 में पैसा भेजना शुरू कर दिया। इसने अब तक तीन विदेश से जुड़ी संस्थाओं को 5,551.27 करोड़ के बराबर विदेशी मुद्रा भेजी है, जिसमें रॉयल्टी की आड़ में शाओमी ग्रुप की यह कंपनी भी शामिल है। ईडी का कहना है कि रॉयल्टी के नाम पर इतनी बड़ी रकम उनके चीनी मूल समूह की संस्थाओं के निर्देश पर भेजी गई थी। यूएस से जुड़ी दूसरी दो संस्थाओं को पैसा भेजा गया। इसे कथित तौर पर शाओमी समूह की संस्थाओं का अंतिम लाभ से जुड़ा पैसा बताया गया था।
शाओमी ब्रांड एमआई के नाम से भारत में मोबाइल फोन का एक कारोबारी और डिस्ट्रीब्यूटर है। यह भारत में तमाम कंपनियों से पूरी तरह से निर्मित मोबाइल सेट और अन्य उत्पादों की खरीद करता है। ईडी के अनुसार, उसने उन तीन विदेशी संस्थाओं से कोई सर्विस नहीं ली है, जिन्हें इस तरह का पैसा ट्रांसफर किया गया है।
समूह की कंपनियों के बीच बनाए गए विभिन्न असंबंधित दस्तावेजों की आड़ लेकर कंपनी ने विदेश में रॉयल्टी के नाम इस पैसे को भेजा था जो फेमा की धारा 4 का उल्लंघन है। ईडी ने कहा कि कंपनी ने विदेशों में पैसा भेजते समय बैंकों को गुमराह करने वाली सूचनाएं दी थीं।