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मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा कोरोना संक्रमित

मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा कोरोना संक्रमित

मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा भी कोरोना संक्रमित हो गए। उनके सहयोगी और चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को भी कोरोना जाँच में पॉजिटिव पाया गया है।

पहले पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह और उसके अगले ही दिन मुख्य चुनाव आयुक्त। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा भी कोरोना संक्रमित हो गए। उनके सहयोगी और चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को भी कोरोना जाँच में पॉजिटिव पाया गया है। सुशील चंद्रा कुछ दिन पहले ही सुनील अरोड़ा के हटने के रिटायर करने के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त बनाए गए थे। 

बता दें कि सोमवार को डॉक्टर मनमोहन सिंह को कोरोना संक्रमित पाया गया और उन्हें दिल्ली स्थित एम्स के ट्रॉमा सेंटर में दाखिल कराया गया। 

खबरों में यह भी कहा गया है कि कुछ उप चुनाव आयुक्त भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं और उन्हें क्वरेन्टाइन कर दिया गया है। 

आइसोलेशन में

'हिन्दुस्तान' ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि सुशील चंद्रा कोरोना संक्रमित होने के बाद आइसोलेशन में है, लेकिन वीडियो कॉल के जरिए संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हैं ताकि पश्चिम बंगाल में बचे हुए तीन चरण के मतदान संपन्न कराए जा सकें। 

बता दें कि पश्चिम बंगाल में 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को मतदान होने हैं। राज्य में 29 मार्च को पहले चरण का मतदान हुआ था। इस राज्य में आठ चरणों में चुनाव होने हैं, पाँच चरणों के मतदान कराए जा चुके हैं। 

सुशील चंद्रा को मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर पिछले सप्ताह ही नियुक्त किया गया था। वह 14 मई 2022 तक इस पद पर बने रहेंगे।

मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा और चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के कोरोना संक्रमित होने की ख़बर ऐसे समय आई है जब देश में कोरोना संक्रमण के कुल मामले 1 करोड़ 53 लाख से ज़्यादा हो गए हैं।

देश में इस समय 20 लाख 31 हज़ार 977 सक्रिय मामले हैं, जबकि 1 लाख 31 हज़ार से ज़्यादा इस बीमारी से उबर चुके हैं। मरने वालों की संख्या 1,80,530 पहुँच गई है। अब तक 12,71,29,113 लोगों को टीका लगाया गया है।

 - Satya Hindi

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना संक्रमण के मामले सोमवार को एक दिन में 2.59 लाख आए और 1761 लोगों की मौत हुई। एक दिन पहले ही रविवार को 24 घंटे में 2 लाख 73 हज़ार 810 पॉजिटिव केस आए थे और इस दौरान 1619 कोरोना मरीज़ों की मौत हुई थी।

नये संक्रमण के मामले भले ही कम दिख रहे हों, लेकिन ज़रूरी नहीं है कि मामले कम होने शुरू हो गए हों। ऐसा इसलिए कि सामान्य तौर पर हर सोमवार को संक्रमण के मामले हफ़्ते के अन्य दिनों के मुक़ाबले कम रिकॉर्ड होते रहे हैं।

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