20 लाख करोड़ के पैकेज को चिदंबरम ने बताया, ‘बड़ी हेडलाइन वाला कोरा काग़ज़’
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए आर्थिक पैकेज की आलोचना करते हुए इसे ‘कोरा काग़ज़’ क़रार दिया है।
मंगलवार को एलान किए गए इस पैकेज के तहत 20 लाख करोड़ रुपए की आर्थिक मदद देने का दावा किया गया है, जो सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी का लगभग 10 प्रतिशत होगा।
लेकिन इस पैकेज का लगभग आधा हिस्सा तो पहले के पैकेज और रिज़र्व बैंक के एलानों के रूप में दिया जा चुका है।
कोरा काग़ज़?
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के नेता और डॉक्टर मनमोहन सिंह की सरकार में वित्त मंत्री रहे चिदंबरम ने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह पैकेज ‘बड़ी हेडलाइन है, जिसके साथ कोरा काग़ज़ दिया गया है।’उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘कल प्रधानमंत्री ने हमें बड़ी हेडलाइन के साथ खाली पेज थमा दिया। स्वाभाविक है कि इस मेरी प्रतिक्रिया भी खाली ही रहती।’
Yesterday, PM gave us a headline and a blank page. Naturally, my reaction was a blank!
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 13, 2020
Today, we look forward to the FM filling the blank page. We will carefully count every ADDITIONAL rupee that the government will actually infuse into the economy.
चिदंबरम ने इसके आगे कहा :
“
‘हम उम्मीद करते हैं कि आज वित्त मंत्री इस खाली पेज को भर देंगी। हम सावधानीपूर्वक हर उस रुपये पर नज़र रखेंगे जो वास्तव में वह अर्थव्यवस्था में डालेंगी।’
पी. चिदंबरम, पूर्व वित्त मंत्री
पूर्व वित्त मंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि आज वित्त मंत्री इस खाली पेज को भर देंगी। हम सावधानीपूर्वक हर उस रुपये पर नज़र रखेंगे जो वास्तव में वह अर्थव्यवस्था में डालेंगी।’,
पी चिंदबरम ने यह स्पष्ट कर दिया कि उनकी नज़र वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की घोषणा पर है और वह यह देखेंगे कि इस प्रस्तावित पैकेज में वास्तव में किसको कितना मिलता है। उन्होंने कहा :
“
‘हम इस पर सावधानीपूर्वक नज़र रखेंगे कि किसको क्या मिलता है। सबसे पहले हमारी नज़र इस पर होगी हज़ारों किलोमीटर पैदल चल कर घर पहुँचने वाले भूखे, ग़रीब, फटेहाल प्रवासी मज़दूरों को क्या मिलता है।’
पी. चिदंबरम, पूर्व वित्त मंत्री
फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडियन चैंबर्स ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज़ (फ़िक्की) ने प्रधानमंत्री के एलान का स्वागत किया। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि इस पैकेज से ‘देश को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत ही मदद मिलेगी।’