शरद पवार ने वरिष्ठ नेताओं को बीजेपी से बात करने को कहा था: छगन भुजबल
अजित पवार के साथ महाराष्ट्र में शिंदे की शिवसेना व बीजेपी सरकार में शामिल छगन भुजबल ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर हमला किया है। उन्होंने बीड रैली में शरद पवार पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का उपयोग करके बीजेपी के साथ बातचीत करने और बाद में पीछे हटने का आरोप लगाया।
बीड में रविवार को हुई रैली में शरद पवार पर हमला करने में वालों में छगन भुजबल ही सबसे मुखर रहे। भुजबल को शरद पवार का विश्वासपात्र और सबसे क़रीबियों में से एक माना जाता रहा था। उन्होंने बीड रैली में कहा, 'मैं आपसे 2014 से आज तक की घटनाओं के बारे में पूछना चाहता हूं। आपने अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल, जयंत पाटिल को दिल्ली जाने को कहा। चर्चा करें और मंत्री पद के साथ-साथ विधायक और सांसद की सीटें भी मांगें। यहाँ तक कि जयंत पाटिल भी उस सूची में थे। अब क्या हुआ?'
उन्होंने दावा किया कि यह शरद पवार ही हैं जो 2014 से हमें भाजपा की ओर धकेलने का यह तरीका दिखाते रहे हैं। उन्होंने दोहराया कि सभी एनसीपी विधायकों ने भाजपा को समर्थन देने वाले एक पत्र पर हस्ताक्षर किए थे।
भुजबल ने शरद पवार का साथ देने वालों पर भी निशाना साधा। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार भुजबल ने आरोप लगाया कि जो लोग पवार के मंच से भाषण दे रहे हैं, वे सभी बीजेपी से हाथ मिलाने के पत्र पर हस्ताक्षरकर्ता हैं। उन्होंने आरोप लगाया, 'येओला में आपने मुझे टिकट देने के लिए लोगों से माफ़ी मांगी। लेकिन उस स्थिति में आप कितनी बार माफ़ी मांगेंगे? भंडारा से कोल्हापुर तक? क्योंकि सभी 54 तैयार थे। यह आप ही थे जिन्होंने हमें यह रास्ता दिखाया।'
बता दें कि यह भुजबल का विधानसभा क्षेत्र येओला था, जहां शरद पवार ने अजित पवार और उनके समर्थक नेताओं के विद्रोह के बाद रैली की थी और पार्टी का पुनर्निर्माण करने की घोषणा की थी।
छगन भुजबल ने कहा कि 'यहां जुटे लोग अपने आप में इस बात का सबूत हैं कि वे अजित दादा के साथ हैं और एनसीपी अध्यक्ष अजित दादा हैं।'
राजनीति में कोई स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं: अजित
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि राजनीति में कोई स्थायी दुश्मन और दोस्त नहीं होता है और उनका गुट राज्य में लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए भाजपा और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के गठबंधन में शामिल हुआ है। वह बीड में एक रैली को संबोधित कर रहे थे।
अजित ने कहा, 'हम लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए महायुति (बीजेपी, शिंदे के नेतृत्व वाली सेना के साथ अजित पवार का गठबंधन) में शामिल हुए हैं। हमने राज्य के विकास के लिए यह निर्णय लिया है। राजनीति में कोई स्थायी दुश्मन नहीं है और कोई स्थायी दोस्त नहीं है। हम महाराष्ट्र में सभी को बताना चाहते हैं कि भले ही हम महायुति गठबंधन में हैं, लेकिन सभी जातियों और धर्मों के लोगों की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।'
उन्होंने कहा, 'हम किसानों के हित के लिए हमेशा काम करते रहेंगे। खेतों में पानी के बिना खेती नहीं होती। जब मैं राज्य में जल संसाधन मंत्री था, तब मैंने बहुत काम किया।' अजित पवार ने कहा कि उन्होंने राज्य के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे को दिल्ली जाकर राज्य में प्याज के हालिया मुद्दे पर प्रमुख केंद्रीय नेताओं से मिलने के लिए कहा।
उन्होंने कहा, 'जब प्याज का मुद्दा आया तो कई लोगों के फोन आए। विपक्ष हमेशा गलत जानकारी देता है। मैंने धनंजय को दिल्ली जाने के लिए कहा। धनंजय गये और अधिकतम मदद का अनुरोध किया। गृहमंत्री अमित शाह ने तुरंत 24 रुपये प्रति किलो के हिसाब से 2 लाख मीट्रिक टन प्याज खरीदा।'