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यूपी के मंत्री और पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान का निधन, कोरोना संक्रमित थे

यूपी के मंत्री और पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान का निधन, कोरोना संक्रमित थे

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के मंत्री और पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान का रविवार को निधन हो गया। वह कोरोना संक्रमित थे। उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के मंत्री और पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान का रविवार को निधन हो गया। वह कोरोना संक्रमित थे। उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रिपोर्टों के अनुसार, उनकी किडनी फ़ेल हो गई थी। चेतन चौहान उत्तर प्रदेश में दूसरे ऐसे मंत्री हैं जिनकी कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हुई है। राज्य में कई और मंत्री भी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। 

योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान जुलाई महीने में कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। तब उन्हें लखनऊ के संजय गाँधी पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार को ही उनकी हालत ख़राब हो गई थी और उन्हें लाइफ़ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सपा नेता अखिलेश यादव सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है। 

चेतन चौहान दो बार लोकसभा के लिए सांसद चुने गए। उन्हें 1981 में बेहतरीन क्रिकेट खेलने के लिए अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया था। 12 साल के अपने क्रिकेट करियर में उन्होंने 40 टेस्ट मैच खेले थे और 2084 रन बनाए थे। चेतन चौहान सुनील गावस्कर के साथ बैटिंग में ओपनिंग करते थे और दोनों की जोड़ी ज़बरदस्त थी। इन दोनों की जोड़ी ने तीन हज़ार से ज़्यादा रन बनाए थे और उनके बीच 12 शतकों की पार्टनरशिप रही थी। 

क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वह क्रिकेट के प्रशासक की भूमिका में भी आ गए थे। डीडीसीए यानी दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन में कई अलग-अलग पदों पर भी रहे थे। बाद में वह राजनीति में आ गए और वह उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री बन गए थे। 

एक पखवाड़ा पहले कमल रानी का निधन 

इससे पहले उत्तर प्रदेश की ही कैबिनेट मंत्री कमल रानी का दो अगस्त को कोरोना संक्रमण से निधन हो गया था। वह 62 साल की थीं। राज्य की तकनीकी शिक्षा मंत्री कमल रानी को संक्रमण के बाद 18 जुलाई को लखनऊ के संजय गाँधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया था। रिपोर्टों में कहा गया था कि फेफड़ों में संक्रमण के बाद उनकी हालत बिगड़ गई थी। उन्हें भी कई दिनों तक लाइफ़ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। कमल रानी कानपुर के घाटमपुर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक थीं। वह 11वीं और 12वीं लोकसभा की सदस्य भी रही थीं। सांसद रहने के दौरान वह अलग-अलग संसदीय कमेटियों की सदस्य रही थीं। 

कई मंत्री हो चुके हैं संक्रमित

उत्तर प्रदेश सरकार के क़ानून मंत्री ब्रजेश पाठक भी हाल ही में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे पहले खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी, जेल मंत्री जय प्रताप सिंह, राजेंद्र प्रताप सिंह, धर्म सिंह सैनी, कैबिनेट मंत्री मोती सिंह और महेंद्र सिंह भी कोरोना संक्रमित हो चुके थे। हालाँकि इन मंत्रियों की रिपोर्ट अब नेगेटिव हो चुकी है। हाल ही में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी कोरोना पॉजिटिव मिले थे। बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण काफ़ी तेज़ी से फैल रहा है। 

यूपी में डेढ़ लाख से ज़्यादा केस

बता दें कि उत्तर प्रदेश में 1 लाख 50 हज़ार से ज़्यादा मामले आ चुके हैं और 2300 से ज़्यादा लोगों की मौतें हुई हैं। शुरुआत में प्रदेश में संक्रमण इतनी तेज़ी से नहीं फैल रहा था, लेकिन अब हालात बिगड़ते जा रहे हैं। हालाँकि पूरे देश में ही स्थिति ख़राब है। देश में अब हर रोज़ दुनिया में सबसे ज़्यादा मामले आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, देश में 24 घंटे में 63 हज़ार 489 पॉजिटिव केस आए और 944 लोगों की मौत हुई। अब तक 25 लाख 89 हज़ार 682 पॉजिटिव केस आ चुके हैं और 49 हज़ार 980 लोगों की मौत हो चुकी है। हालाँकि 18 लाख 62 हज़ार मरीज़ ठीक भी हुए हैं। फ़िलहाल, 6 लाख 77 हज़ार से ज़्यादा संक्रमित हैं।

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