काबुल एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी, देश छोड़कर जा रहे अफ़ग़ान
तालिबान के आतंकवादियों के द्वारा अफ़ग़ानिस्तान पर कब्जा कर लिए जाने के बाद इस मुल्क के लोग तेज़ी से देश छोड़कर जा रहे हैं। काबुल के हामिद करज़ई एयरपोर्ट पर जबरदस्त अफ़रा-तफरी का माहौल है। काबुल एयरपोर्ट पर फ़ायरिंग भी हुई है और इसके बाद एयरपोर्ट पर कॉमर्शियल फ्लाइट्स को सस्पेंड कर दिया गया है। एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में अमेरिकी सैनिकों को तैनात किया गया है।
भारत की ओर से सोमवार को एयर इंडिया को दो फ्लाइट काबुल भेजी जानी थीं। इसके लिए दो विमानों को स्टैंड बाइ मोड में रखा गया था। इनके जरिये वहां फंसे भारतीयों को निकाले जाने की योजना थी। लेकिन बाद में इन्हें रद्द करना पड़ा।
देश छोड़कर चले गए राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी ने सोशल मीडिया पर अपनी बात रखी है। ग़नी ने कहा है कि उन्होंने ख़ून-ख़राबे से बचने के लिए देश को छोड़ने का रास्ता चुना। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया है कि वे कहां गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर वे देश नहीं छोड़ते तो शहर में हालात बेहद ख़राब हो जाते।
उधर, तालिबान के प्रवक्ता ज़बीउल्लाह मुजाहिद ने कहा है कि आम लोग उनसे ख़ुश हैं। मुजाहिद ने कहा कि काबुल शहर में सुरक्षा के लिए इसलामी अमीरात की विशेष इकाइयों को तैनात कर दिया गया है।
तालिबान ने बेहद तेज़ी के साथ आगे बढ़ते हुए कुछ ही दिनों में काबुल पर कब्जा कर लिया। हालांकि इस दौरान इस बात पर सवाल उठे कि अफ़ग़ान सेना ने बिना लड़े क्यों तालिबान के आतंकवादियों के सामने हथियार डाल दिए। जलालाबाद और मज़ार-ए-शरीफ़ जैसे बड़े शहरों पर बग़ैर लड़ाई लड़े ही तालिबान ने क़ब्ज़ा कर लिया था।