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मौसम का मिजाजः मई में कहीं बारिश, कहीं धूप क्यों

मौसम का मिजाजः मई में कहीं बारिश, कहीं धूप क्यों

मौसम विज्ञान विभाग ने अपने अनुमान में कहा है कि मई के महीने में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों सहित देश के पश्चिमोत्तर और पश्चिम-मध्य हिस्सों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।

साल 2023 की फरवरी बीती एक सदी की सबसे गर्म फरवरी थी। मार्च के महीने में हुई बारिश भी बहुत असामान्य थी, जिसके चलते किसानों को बहुत नुकसान हुआ। मौसम में हो रहा यह बदलाव असमान्य है। 

लगातार बदल रहे मौसम से मई का महीना भी अछूता नहीं है। एक तरफ देश के कई राज्यों में बारिश हो रही है। दूसरी तरफ भयंकर गर्मी पड़ रही है। इसमें सबसे ज्यादा असमान्य तो उत्तर भारत के राज्यों में हो रही बारिश है, जो इन दिनों भयंकर गर्मी के लिए जाना जाता है। हालत यह है कि दिल्ली में लगातार बारिश हो रही है, जबकि दिल्ली में मई के महीने में भयंकर गर्मी होती है।  

भारत के मौसम विभाग (IMD) द्वारा मई महीने के लिए जारी किये गये पूर्वानुमान में बारिश की आशंका जताई गई है। मौसम विज्ञान विभाग ने अपने अनुमान में कहा है कि मई के महीने में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों सहित देश के पश्चिमोत्तर और पश्चिम-मध्य हिस्सों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। जबकि इस दौरान बिहार, झारखंड और ओडिशा समेत पूर्वी भारत के कई हिस्सों में मई में तापमान सामान्य से अधिक रहने और कुछ दिनों तक लू चलने का पूर्वानुमान है जताया गया है।  

आईएमडी ने मई के लिए लगाए पूर्वानुमान में बताया कि पश्चिमोत्तर और पश्चिम-मध्य भारत के अलग-अलग हिस्सों में रात में गर्म मौसम और दिन में सामान्य से कम तापमान रहने की संभावना है।

विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पूर्वोत्तर क्षेत्र, केरल, आंध्र प्रदेश और दक्षिण कर्नाटक के कई हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान है। आईएमडी के अनुसार, मई में 61.4 मिलीमीटर की लंबी अवधि के औसत (एलएपी) की 91-109 प्रतिशत बारिश होने की संभावना है।

मई में बिहार, झारखंड, ओडिशा, गांगेय पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों तथा पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना और तटीय गुजरात के अधिकतर हिस्सों में सामान्य से अधिक गर्म हवाएं चलने का अनुमान है।

विभाग के अनुसार मौसम में हो रहे इस बदलाव का कारण अल नीनो या फिर भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर के गर्म होने का प्रभाव भारत में मानसूनी बारिश पर होता है। इसके अलावा, हिंद महासागर में समुद्र की के तापमान जैसे अन्य कारक भी मौसम को प्रभावित करने में सहायक माने जा रहे हैं।

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