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चंद्रयान 3 ने देश को एकजुट किया- कहीं नमाज, कहीं हवन

चंद्रयान 3 ने देश को एकजुट किया- कहीं नमाज, कहीं हवन

चंद्रयान 3 ने देश को एकजुट कर दिया है। मजहबों की दीवार टूट गई है। भारत में हर धर्म के लोग अपने-अपने ढंग से चंद्रयान 3 की सफलता के लिए इबादत कर रहे हैं। दुनिया में जहां भी भारतीय हैं, वे इस प्रार्थना को अंजाम दे रहे हैं। नफरत के माहौल में यह घटनाक्रम बहुत महत्वपूर्ण है। 

भारत ने पिछले दो दिनों से साबित कर दिया है कि उसकी बहुसंस्कृति वाला देश होना उसकी सबसे बड़ी ताकत है। चंद्रयान 3 की सफलता के लिए सारे भारतीय अपने-अपने भगवान और अल्लाह की इबादत में जुट गए हैं। यह सब सिर्फ भारत में नहीं हो रहा है। दुनिया के जिस कोने में भी भारतीय हैं, वहां-वहां इसके लिए दुआएं मांगी जा रही हैं। देश में जब नफरती माहौल को असामाजिक तत्व और उनके संगठन जब हवा दे रहे थे तो ऐसे माहौल में यह घटनाक्रम बहुत खास संदेश लेकर आया है। लखनऊ के नदवा मरकज, अजमेर शरीफ दरगाह से लेकर मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर और वाराणसी के अस्सी घाट पर हवन ने चंद्रयान 3 को इतनी ऊंचाई दे दी है कि कल्पना करना मुश्किल है।

बुधवार शाम 6.04 बजे चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल विक्रम की "सॉफ्ट लैंडिंग" होगी। उन क्षणों को जीने के लिए हर भारतीय तैयार हो गया है। भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने की उम्मीद में सभी धर्मों के लोगों ने बुधवार सुबह प्रार्थना की। हालांकि देश के तमाम हिस्सों में नमाज और पूजा का क्रम मंगलवार से ही जारी हो गया था। इस मिशन के सफल होने पर भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा। लूना-25 के साथ रूस का हालिया प्रयास निर्धारित लैंडिंग समय से केवल 12 घंटे पहले विफल हो गया था। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग सबसे चुनौतीपूर्ण मानी जा रही है।

ऋषिकेश से लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका तक भारतीय चंद्रयान-3 की सफलता के लिए आशीर्वाद मांगने, अनुष्ठान, प्रार्थना और समारोह कर रहे हैं। अभूतपूर्व चंद्रमा मिशन की सफलता के लिए आशीर्वाद मांगने के लिए पूरे भारत में विभिन्न धर्मों से जुड़े धार्मिक समारोह आयोजित किए जा रहे हैं।

मध्य प्रदेश में, लोग चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए 'भस्म आरती' नामक एक विशेष समारोह करने के लिए उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में जमा हुए।

उत्तराखंड के ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन घाट पर भारत के चंद्रमा मिशन को समर्पित एक अलग तरह का समारोह, जिसे 'गंगा आरती' के नाम से जाना जाता है, आयोजित किया गया। जहां लोगों ने आरती करते समय भारतीय ध्वज पकड़ रखा था। इस समारोह से पहले, भक्तों ने मिशन की सफलता की कामना के लिए घाट पर 'हवन पूजन' नामक एक विशेष पूजा भी की।

भुवनेश्वर, वाराणसी और प्रयागराज जैसी जगहों पर लोगों के समूह 'हवन' अनुष्ठान करने और चंद्रयान -3 की सुरक्षित लैंडिंग के लिए प्रार्थना करने के लिए भारी तादाद में जमा हुए।

खास नमाज पढ़ी गई

लखनऊ में इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में लोगों ने चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के इरादे से इस्लामिक प्रार्थना के रूप में नमाज अदा की। लखनऊ में ही मेडिकल कॉलेज के पास स्थित शाह मीना शाह दरगाह में भाजपा नेता मोहसिन रजा चंद्रयान 3 के लिए दुआ मांगने पहुंचे। नदवा मरकज़ में खास नमाज वहां के इमाम ने पढ़ाई। इसी तरह विश्व विख्यात अजमेर शरीफ दरगाह में भी चंद्रयान 3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग के लिए दुआएं मांगी गईं। लोग सोशल मीडिया पर भी तमाम स्थानों पर नमाज पढ़े जाने की सूचनाएं दे रहे हैं। कई जगह उलेमा और मौलानाओं ने चंद्रयान 3 के लिए खुतबा तक पढ़ा।

इसी तरह, लखनऊ (यूपी) के अलीगंज में हनुमान मंदिर में, लोग आरती करने के लिए एक साथ आए। इस आरती में भक्तों ने हिस्सा लिया और चंद्रयान 3 को अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए सच्चे मन से प्रार्थना की।

संयुक्त राज्य अमेरिका में, भारतीय अमेरिकी चंद्रमा पर चंद्रयान -3 की लैंडिंग की सफलता की कामना के लिए 'हवन' और 'अभिषेकम' करने जैसी धार्मिक प्रथा को कर रहे हैं। भारतीय प्रवासी अमेरिका के वर्जीनिया में एक मंदिर में 'हवन' करने के लिए जमा हुए। एएनआई ने वर्जीनिया मंदिर में आए मधु राममूर्ति, जो एयरोस्पेस और रक्षा से जुड़े हुए हैं, के हवाले से कहा, “मैं व्यक्तिगत रूप से बहुत लंबे समय से एयरोस्पेस और रक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा हूं। बेंगलुरु में मेरी एक कंपनी है जो रक्षा क्षेत्र में काम आने वाले बहुत सारे उपकरण बनाती है। अब, ऐसा होता है, तो यह भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होगा।

लंदन के उक्सब्रिज में भारतीय छात्रों और शोधकर्ताओं ने चंद्रयान-3 की सुरक्षित लैंडिंग के लिए प्रार्थना करने के लिए आद्या शक्ति माताजी मंदिर में एक विशेष प्रार्थना का आयोजन किया।

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