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कोरोना पर केंद्र की चेतावनी : अगले सौ दिन अहम, स्थिति हो सकती है बदतर

कोरोना पर केंद्र की चेतावनी : अगले सौ दिन अहम, स्थिति हो सकती है बदतर

केंद्र सरकार ने कोरोना की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा है कि अगले सौ दिन बेहद अहम हैं और स्थित बदतर हो सकती है। 

केंद्र सरकार ने कोरोना की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा है कि अगले सौ दिन बेहद अहम हैं और स्थित बदतर हो सकती है। 

कोरोना पर बने राष्ट्रीय टास्क फ़ोर्स के प्रमुख डॉक्टर वी. के. पॉल ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है और यह चिंता की बात है। 

उन्होंने कहा कि भारत में स्थिति अभी नियंत्रण में है, लेकिन यदि लोगों ने सावधानी नहीं बरती और लापरवाही दिखाई तो स्थिति बदतर हो सकती है। 

कोरोना को लेकर केंद्र सरकार की यह चेतावनी ऐसे समय आई है जब देश के 73 ज़िलों में कोरोना पॉज़िटिवटी रेट 10 प्रतिशत या उससे ज़्यादा है। इसके साथ ही कोरोना से मौतें भी बढ़ने लगी हैं।

तीसरी लहर

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव कुमार ने कहा कि कोरोना के मामले स्पेन में 64 प्रतिशत और नीदरलैंड में 300 प्रतिशत बढ़ गए हैं। अफ्रीका महादेश में कोरोना के मामलों में 50 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। 

उन्होंने यह भी कहा कि म्यांमार, मलेशिया और इंडोनेशिया में भी कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है।

लव कुमार ने यह भी कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण से यह साफ है कि लोग एक जगह से दूसरे जगह आ- जा रहे हैं, कोरोना के दिशा निर्देशों को लेकर लापरवाह हो गए हैं। 

 - Satya Hindi

क्या कहा आईएमए ने?

राष्ट्रीय टास्क फ़ोर्स के प्रमुख के इस बयान के कुछ दिन पहले ही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा था कि कोरोना की तीसरी लहर अवश्यंभावी है, लिहाज़ा, किसी तरह की ढिलाई न दी जाए और पर्यटन व तीर्थाटन जैसी चीजों पर कुछ समय के लिए रोक लगा दी जाए। 

डॉक्टरों की इस संस्था ने कहा था कि वह ऐसे नाजुक समय अधिकारियों के आत्मसंतुष्ट होने से परेशान है। 

आईएमए ने कहा था कि 'पर्यटन, तीर्थाटन और धार्मिक उत्साह, सबकुछ ठीक है, पर इन्हें कुछ समय के लिए टाला जा सकता है। धार्मिक अनुष्ठानों और उनमें बड़ी तादाद में लोगों के बेरोकटोक जाने की अनुमति देने से ये कार्यक्रम सुपर स्प्रेडर यानी कोरोना फैलाने के बड़े कारण बन सकते हैं।' 

संसद का सत्र

दूसरी ओर, संसद का मानसून सत्र इस बार 19 जुलाई को शुरू हो जाएगा। यह 13 अगस्त तक चलेगा। सामान्य तौर पर मानसून सत्र जुलाई के तीसरे हफ़्ते में शुरू होता है और 15 अगस्त से पहले ख़त्म हो जाता है।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा है कि इस सत्र में 19 कार्य दिवस होंगे और सत्र सुबह 11 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक चलेगा। कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पूरे इंतज़ाम किए जाएँगे।

ओम बिड़ला ने सोमवार को इस सत्र के लिए तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि सभी सांसदों और मीडिया को कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों के पालन पर ही शामिल होने दिया जाएगा।

उन्होंने कहा है कि आरटीपीसीआर जाँच अनिवार्य नहीं होगी, लेकिन जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है उन्हें जाँच कराने का आग्रह किया जाएगा। 

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