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4 मई से 10 जून तक होंगी CBSE बोर्ड की परीक्षाएं: निशंक

4 मई से 10 जून तक होंगी CBSE बोर्ड की परीक्षाएं: निशंक

शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने गुरूवार को कहा कि CBSE बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा 4 मई से शुरू होंगी और 10 जून तक चलेंगी। 

शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने गुरूवार को कहा कि CBSE बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा 4 मई से शुरू होंगी और 10 जून तक चलेंगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि इसके लिए छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों से व्यापक स्तर पर राय ली गई। उन्होंने कहा कि इस दौरान आई दिक़्कतों को दूर करने के लिए मंत्रालय के अफ़सरों ने भी काफी मेहनत की। 

उन्होंने कहा कि हमने इस वर्ष जेईई, एनईईटी (नीट) परीक्षा का आयोजन किया है और यह कोरोना महामारी के बीच आयोजित सबसे बड़ी परीक्षाओं में से एक थी।

शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘प्रैक्टिकल 1 मार्च से शुरू होंगे। सीबीएसई के पाठ्यक्रम को 30 फ़ीसदी तक कम किया गया है।’ उन्होंने छात्रों से कहा कि उनके पास पर्याप्त समय है, वे मजबूत इच्छाशक्ति के साथ परीक्षा दें और किसी को भी कोई चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। 

निशंक ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 को काफी सराहना मिली है और यह एक बड़ा सुधार है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय की कोशिश रहेगी कि वक़्त पर परीक्षा के नतीजों की घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि 15 जुलाई तक हम ऐसा करने में सक्षम होंगे। इससे पहले जनवरी-फरवरी में प्रैक्टिकल शुरू होते थे और मार्च तक परीक्षाएं हो जाती थीं लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से परीक्षाएं देरी से हुई हैं। 

बता दें कि मार्च में कोरोना संक्रमण के फैलने के बाद से ही स्कूल बंद हैं और परीक्षाओं को लेकर तरह-तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। 

बता दें कि वैक्सीन आ जाने के बाद भी नये क़िस्म के कोरोना संक्रमण के कारण नये सिरे से दुनिया भर में खौफ फैला है। ब्रिटेन सहित कई देशों में नए क़िस्म के कोरोना के ख़ौफ़ के बीच केंद्र सरकार ने ब्रिटेन की उड़ानों पर 7 जनवरी तक रोक लगा दी है। दुनिया के कई देशों ने ब्रिटेन की उड़ानों पर रोक लगाई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने लोगों को आश्वासन दिया है कि स्थिति नियंत्रण में है और घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह से सतर्क है। 

इस बीच, कोरोना वैक्सीन का 'ड्राई रन' 2 जनवरी से सभी राज्यों में शुरू किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय की उच्चस्तरीय बैठक में यह फ़ैसला लिया गया है। इससे पहले 28 दिसंबर को चार राज्यों में दो दिन के लिए 'ड्राई रन' किया गया था। 'ड्राई रन' से मतलब है टीकाकरण अभियान से पहले की तैयारी। और साफ़ कहें तो यह एक पूर्वाभ्यास है। यह देखने के लिए कि टीकाकरण अभियान के लिए वैक्सीन को स्टोर करने, एक जगह से दूसरी जगह ढोने, सुरक्षित रखने जैसी व्यवस्था दुरुस्त है या नहीं।केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि वे ड्राई रन संचालित करें। कुछ राज्यों को वैसे ज़िलों को भी शामिल करना होगा जो दूर-दराज के क्षेत्रों में हैं और जहाँ सुविधाएँ उतनी दुरुस्त नहीं हैं। 

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