अनिल देशमुख से सीबीआई ने की 11 घंटे पूछताछ
महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख से बुधवार को सीबीआई के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने 11 घंटे तक पूछताछ की। देशमुख से पूछताछ मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों के सिलसिले में की गई है। सीबीआई ने देशमुख को पूछताछ के लिए सांताक्रुज के कालीना डीआरडीओ गेस्ट हाउस पर बुलाया था। देशमुख सुबह क़रीब 10 बजे कालीना डीआरडीओ गेस्ट हाउस पहुँचे थे और उनसे रात क़रीब 9 बजे तक पूछताछ की गयी। देशमुख ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया है।
सीबीआई सूत्रों से 'सत्य हिंदी' को पता चला है कि अनिल देशमुख से सीबीआई के दो बड़े अधिकारियों ने पूछताछ की। बताया जा रहा है कि देशमुख ने ज़्यादातर सवालों का जवाब देते हुए कहा कि उनके ऊपर जो भी आरोप परमबीर सिंह ने लगाए हैं वह राजनीति से प्रेरित हैं।
सीबीआई के एक अधिकारी ने जब देशमुख से पूछा कि क्या उनकी कभी सचिन वाजे से मुलाक़ात हुई थी या फ़ोन पर बात हुई थी तो देशमुख ने कहा कि उनकी वाजे से बात होती थी लेकिन जो हाई प्रोफाइल केस वाजे हैंडल कर रहे थे उसकी ब्रीफिंग के लिए वाजे को बुलाया जाता था। सूत्रों के अनुसार, देशमुख ने सीबीआई अधिकारियों को बार-बार बताया कि वह इस मामले में शामिल नहीं हैं और जो आरोप उनके ऊपर लगाए गए हैं वो राजनीति से प्रेरित हैं।
सीबीआई अनिल देशमुख द्वारा कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये की उगाही के मामले की जाँच कोर्ट के आदेश पर कर रही है। रविवार को सीबीआई ने अनिल देशमुख के निजी सहायकों संजीव पलांडे और कुंदन से पूछताछ की थी। इससे पहले इस केस में सीबीआई पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह से भी पूछताछ कर चुकी है।
सीबीआई सूत्रों का कहना है कि परमबीर सिंह ने कुछ सुबूत भी सीबीआई को दिए थे जिसमें वो वाट्सऐप चैट भी शामिल है जिसके ज़रिए उन्होंने महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल पुथल को हवा दी थी।
सीबीआई को अपनी प्राथमिक जाँच 15 दिनों के भीतर पूरी करनी है। सीबीआई ने इस मामले में एंटीलिया विस्फोटक पदार्थ कांड और मनसुख हिरेन हत्याकांड मामले के आरोपी निलंबित पुलिस अफ़सर सचिन वाजे से भी पूछताछ की थी। जिस दिन सीबीआई ने वाजे से पूछताछ की थी उसी दिन वाजे की एक चिट्ठी सामने आई थी जिसमें वाजे ने महाराष्ट्र के दो मंत्रियों अनिल परब और उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर उगाही करने के आरोप लगाए थे। मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी भुजबल, एसीपी संजय पाटिल से भी सीबीआई पूछताछ कर चुकी है।
आपको बता दें कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए थे और कहा था कि उन्होंने सचिन वाजे से 100 करोड़ रुपए की उगाही करने के लिए कहा था। परमबीर ने इस मामले की जाँच सीबीआई से कराने के लिए पहले सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी जिसे सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट जाने को कहा था। इसके बाद बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआई को करने के निर्देश दिए थे। हाई कोर्ट ने यह भी कहा था कि सीबीआई 15 दिनों के भीतर इस मामले में अपनी प्राथमिक जांच पूरी करे। बॉम्बे हाई कोर्ट के इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ अनिल देशमुख सुप्रीम कोर्ट भी गए थे लेकिन उन्हें वहाँ से कोई राहत नहीं मिली थी।