बालासोर रेल हादसा केस में सीबीआई ने तीन रेलकर्मियों को किया गिरफ्तार
गिरफ्तार किए गए तीनों रेलवे कर्मचारियों के नाम सीनियर सेक्शन इंजीनियर अरुण कुमार महंत, सेक्शन इंजीनियर मोहम्मद आमिर खान और तकनीशियन पप्पू कुमार हैं।
ओडिशा के बालासोर में दो जून को हुए रेल हादसा केस में सीबीआई ने शुक्रवार को तीन रेलकर्मियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में यह पहली गिरफ्तारी है। इन तीनों पर गैर इरादतन हत्या और सबूत मिटाने का आरोप है। गिरफ्तार किए गए तीनों रेलवे कर्मचारियों के नाम सीनियर सेक्शन इंजीनियर अरुण कुमार महंत, सेक्शन इंजीनियर मोहम्मद आमिर खान और तकनीशियन पप्पू कुमार हैं। ये तीनों आरोपी बालासोर जिले में तैनात थे।तीनों को आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और धारा 201 (साक्ष्य नष्ट करना) के तहत गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई इस रेल हादसे के बाद आपराधिक साजिश की आंशका की जांच कर रही है।
करीब 293 लोगों की मौत हो गई थी
दो जून को हुए इस रेल हादसे में करीब 293 लोगों की मौत हो गई थी और 1,000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। सूत्रों का दावा है कि इन तीनों की लापरवाही के कारण ही हादसा हुआ और तीनों आरोपी जानते थे कि उनकी लापरवाही से बड़ा हादसा हो सकता है।प्राप्त सूचना के मुताबिक दुर्घटना की जांच कर रहे रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस ) ने पिछले सप्ताह हादसे के लिए सिग्नलिंग विभाग के कर्मचारियों की मानवीय भूल को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने जांच में तोड़फोड़, तकनीकी गड़बड़ी या मशीन में खराबी की संभावना को खारिज कर दिया था। बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास हुआ था हादसा
बालासोर के बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास दो जून को शाम करीब सात बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस स्टेशन पर खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई थी। इसकी चपेट में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी आ गई थी। इस भीषण रेल दुर्घटना में करीब 292 लोगों की मौत हो गई थी और 1000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। बहानगा बाजार रेलवे स्टेशन से लगभग 170 ट्रेनें प्रतिदिन गुजरती थी। इस हादसे के बाद जांच कर रही सीबीआई ने लॉग बुक, रिले पैनल और कुछ उपकरणों को जब्त कर इस स्टेशन को सील कर दिया था। इसके बाद से अभी तक बहनगा बाजार स्टेशन पर कोई भी ट्रेन नहीं रुकती है। अब तक 42 शवों की नहीं हो पाई है पहचान
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक बालासोर रेल हादसे में जान गंवाने वाले 42 मृतकों के शव की अब तक पहचान नहीं हो सकी है। इनके शव को भुवनेश्वर के एक अस्पताल में रखा गया है। पहचान में दिक्कत आने के बाद इनकी डीएंनए जांच करवाई गई है। अभी इन शवों की डीएनए जांच रिपोर्ट आने का इंतज़ार है। हादसे के बाद 81 मृत यात्रियों की डीएनए जांच करवाई गई थी। इसमें 39 मृतकों का डीएनए सैंपल मैच करने के बाद उनके परिवार को अंतिम संस्कार करने को लेकर शव सौंप दिए गए थे। वहीं कुछ शव ऐसे भी हैं जिन्हें लेने उनके परिवार से कोई आया ही नहीं।