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आयुष्मान भव अभियान के जरिए 35 करोड़ नए लोगों का बनेगा कार्ड

आयुष्मान भव अभियान के जरिए 35 करोड़ नए लोगों का बनेगा कार्ड

केंद्र सरकार 2024 तक आयुष्मान भव अभियान के जरिए 7 करोड़ नए परिवारों को आयुष्मान योजना से जोड़ने की तैयारी कर रही है। इसके तहत 35 करोड़ नए लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाने का केंद्र सरकार ने लक्ष्य रखा है। 

केंद्र सरकार 2024 तक आयुष्मान भव अभियान के जरिए 7 करोड़ नए परिवारों को आयुष्मान योजना से जोड़ने की तैयारी कर रही है। इसके तहत 35 करोड़ नए लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाने का केंद्र सरकार ने लक्ष्य रखा है। 

इससे पहले केंद्र सरकार ने  2018 में 10.74 करोड़ ऐसे परिवार यानी करीब 50 करोड़ लोगों को चिह्नित किया था जिन्हें आयुष्मान योजना के दायरे में लाना था। अब इस योजना के तहत आयष्मान लाभार्थियों की संख्या में उन लोगों को भी जोड़ने की बात कही जा रही है जो 2011 के बाद नई जनगणना नहीं होने से कहीं दर्ज नहीं किए गए हैं। 

एक अनुमान के मुताबिक ऐसे दो करोड़ परिवार यानी करीब 10 करोड़ लोग हैं।अब तक करीब 25 करोड़ आयुष्मान कार्ड जारी किए जा चुके हैं। सरकार अगले 2 अक्तूबर तक आयुष्मान लाभार्थियों का कुल आंकड़ा बढ़ाकर 60 करोड़ करना चाहती है। सूत्रों के मुताबिक नए लाभार्थियों में कचरा उठाने वाले, भिखारी, घरेलू नौकर, ट्रांसपोर्ट वर्कर, हेल्पर, पेंटर, राजमिस्त्री आदि को शामिल किया जाएगा। 

5 लाख की मुफ्त चिकित्सा देता है आयुष्मान

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सोमवार को कहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय 17 सितंबर से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर 'आयुष्मान भव' अभियान चलाएगा। उन्होंने कहा कि 'आयुष्मान भव' एक अभियान है और प्रधानमंत्री न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में मानव जाति की सेवा के लिए जाने जाते हैं। 

मंडाविया ने कहा कि पीएम मोदी ने 60 करोड़ लोगों को 5 लाख की मुफ्त चिकित्सा सहायता की गारंटी दी है। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के तहत शोषित और वंचित आबादी और महिलाओं के हित के लिए काम किया है। इसलिए हमने 17 सितंबर से 'आयुष्मान भव' चलाने का फैसला किया है। 

आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा कार्यान्वित केंद्र की प्रमुख योजना है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि इस अभियान के तहत, हम स्वास्थ्य लक्ष्य सेवाओं को बढ़ावा देंगे। भारत सरकार द्वारा संचालित सभी स्वास्थ्य योजनाओं को प्रत्येक इच्छित लाभार्थी तक पहुंचाना सुनिश्चित करने के लिए लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाएंगे। 

उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हम स्वास्थ्य सेवाओं और कार्यक्रमों की बेहतर पहुंच बढ़ाने के लिए इस तरह के कार्यक्रम को और अधिक बार चलाएंगे। 

क्या है 'आयुष्मान भव' अभियान ?

हिंदुस्तान टाइम्स अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक 'आयुष्मान भव' अभियान आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए पूरे भारत में 17 सितंबर को शुरू किया जाने वाला एक सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियान है। जो एक पखवाड़े तक चलेगा।

इस अभियान में तीन प्रमुख घटक शामिल हैं जिसमें आयुष्मान आपके द्वार 3.0, आयुष्मान मेला और आयुष्मान सभा शामिल है। कार्यक्रम का उद्देश्य पूरे देश में स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच को बढ़ाना और स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ाना है। सरकार 2024 को लोकसभा चुनाव से पहले ज्यादा से ज्यादा लोगों को आयुष्मान योजना से जोड़ना चाहती है। 

आयुष्मान मेलों में बनवा सकते है कार्ड

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 13 सितंबर से आयुष्मान भव अभियान शुरू करेंगी। वहीं 'आयुष्मान भव' अभियान के तहत 17 सितंबर से 2 अक्टूबर क बीच आयुष्मान योजना से जुड़े सभी 1.17 लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर आयुष्मान मेले लगाए जायेंगे। इसमें गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों के साथ ही मध्यम वर्ग का भी निःशुल्क इलाज हो सकता है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक योग्य पात्रों के इसमें तुरंत आयुष्मान कार्ड बनाए जायेंगे। सभी प्रखंड स्तरीय अस्पतालों और मेडिकल कालेजों में भी ऐसे कैंप लगाए जायेंगे।  

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