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बीजेपी के विनोद तावड़े पर 'पैसे बाँटने' का आरोप; ECI बोला- 10 लाख बरामद

बीजेपी के विनोद तावड़े पर 'पैसे बाँटने' का आरोप; ECI बोला- 10 लाख बरामद

महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव बुधवार को होगा, लेकिन इससे पहले राज्य में बड़ा बवाल मच गया है। जानिए, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव पर क्या आरोप लगा है।

महाराष्ट्र में चुनाव से एक दिन पहले मंगलवार को बड़ा बवाल मच गया। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर 'वोट के लिए पैसे बाँटने' का आरोप लगा है। बहुजन विकास अघाड़ी यानी बीवीए पार्टी के समर्थकों ने होटल में धावा बोल दिया और तावड़े के चेहरे पर नकदी फेंकी। पुलिस मौके पर पहुंची और तावड़े को वहां से ले गई। एक रिपोर्ट के अनुसार बाद में पहुँची चुनाव आयोग की टीम को क़रीब 10 लाख रुपये होटल के कमरों से बरामद हुए हैं।

इससे पहले तावड़े को मुंबई के एक होटल में बीवीए के कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। उनका आरोप है कि तावड़े 5 करोड़ रुपए लेकर यहाँ बांटने के लिए आए थे। हालाँकि, तावड़े ने इन आरोपों को झूठा बताया है। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में तावड़े को घेरे बीवीए समर्थकों ने तरह-तरह के आरोप लगाए, नोट लहराए और जबर्दस्त हंगामा किया।

विरार (पूर्व) के एक होटल में यह नाटकीय घटनाक्रम चला। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार समाप्त होने के 17 घंटे से अधिक समय बाद बुधवार सुबह एक होटल में कथित तौर पर नकदी के साथ पाया गया।

नालासोपारा निर्वाचन क्षेत्र का बीवीए विधायक क्षितिज ठाकुर प्रतिनिधित्व करते हैं। यहाँ भाजपा के राजन नाइक और कांग्रेस के संदीप पांडे के बीच मुकाबला है। बीवीए ने 2019 में अपने तीन विधायकों के साथ महायुति को समर्थन दिया था। इसके बावजूद बीवीए अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर ने इस चुनाव में मंगलवार को अभियान बंद होने के बाद विरार में एक 'बाहरी' राजनेता की उपस्थिति पर सवाल उठाया।

टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार बीवीए सदस्यों के अनुसार, उन्हें तावड़े के बारे में जानकारी मिली कि वे मनवेलपाड़ा के विवंत होटल में एक बैठक आयोजित कर रहे थे, जहाँ नाइक और स्थानीय भाजपा नेता मौजूद थे।

अंग्रेज़ी अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उन्होंने तावड़े को उपस्थित लोगों को पैसे बांटते हुए देखा। ठाकुर ने दावा किया कि तावड़े के पास 5 करोड़ रुपये और नामों वाली दो डायरियाँ हैं। बीवीए ने आरोप लगाया कि तावड़े जब होटल के अंदर बैठक कर रहे थे, तब होटल का मुख्य द्वार बंद था। बीवीए ने नालासोपारा निर्वाचन क्षेत्र के सभी 507 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग को लेकर चिंता जताई है। इस क्षेत्र में पालघर जिले के दो महत्वपूर्ण मतदान केंद्रों में से एक शामिल है। 

तीन घंटे से अधिक समय तक चले हंगामे के बाद यह तय हुआ कि हितेंद्र ठाकुर, उनके बेटे क्षितिज, विनोद तावड़े और भाजपा उम्मीदवार राजन नाइक की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस होटल में होगी। हालांकि, प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू होते ही चुनाव आयोग के अधिकारियों ने यह कहते हुए इसे रोक दिया कि प्रेस कॉन्फ्रेंस करना गैरकानूनी है।

पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। तीन एफ़आईआर दर्ज की गई हैं जिसमें से दो तावड़े और एक बीजेपी उम्मीदवार राजन नाईक के ख़िलाफ़। डीसीपी पूर्णिमा गायकवाड़ ने कहा, 'आज जो घटनाएं हुईं, उनके लिए तुलिंज पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और हाल ही में जो प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई, वह अवैध थी। हम चुनाव आयोग के निर्देशानुसार उस पर भी कार्रवाई कर रहे हैं।' द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया, 'होटल के कमरों से 9.93 लाख रुपए बरामद किए गए हैं।' 

रिपोर्ट में बीवीए के हवाले से कहा गया है कि तावड़े के पास एक बैग था जिसमें 15 करोड़ रुपये बांटे जाने की डायरी थी। वसई-विरार से बीवीए विधायक हितेंद्र ठाकुर ने आरोप लगाया कि तावड़े 5 करोड़ रुपये नकद लेकर आए थे।

वसई निर्वाचन क्षेत्र में ठाकुर का मुक़ाबला भाजपा उम्मीदवार स्नेहा दुबे से है। ठाकुर ने दावा किया कि तावड़े ने विरार में अपनी उपस्थिति के लिए माफ़ी मांगने के लिए फ़ोन किया। उन्होंने पुलिस और चुनाव अधिकारियों से चुनाव आचार संहिता के कथित उल्लंघन पर कार्रवाई करने का आग्रह किया।

इस बीच शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे का इस घटना पर बयान आया है। आजतक की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, 'मैं जब मां तुलजाभवानी के दर्शन के लिए आ रहा था, तब मेरा बैग चुनाव आयोग के अधिकारियों ने चेक किया। हालांकि, उन्हें कुछ नहीं मिला। अब पता चला है कि विनोद तावड़े के बैग से पैसे मिले हैं। कल भी अनिल देशमुख के उपर जो हमला हुआ, तो पत्थर कहां से आए इसकी जांच किसे करनी चाहिए थी? मैं मां तुलजाभवानी से प्रार्थना करता हूं कि इस भ्रष्ट और दहशत फैलाने वाली सरकार को राज्य से खत्म किया जाए।'

विनोद तावड़े की सफाई

एएनआई के अनुसार इस घटना पर विनोद तावड़े ने कहा है, '...नालासोपारा के विधायकों की बैठक चल रही थी। मतदान के दिन के लिए आदर्श आचार संहिता, वोटिंग मशीन को कैसे सील किया जाएगा और अगर कोई आपत्ति दर्ज करानी है तो क्या करना है... मैं उन्हें इसके बारे में बताने गया था। पार्टी (बहुजन विकास अघाड़ी) के कार्यकर्ता अप्पा ठाकुर और क्षितिज को लगा कि हम पैसे बांट रहे हैं। चुनाव आयोग और पुलिस को जांच करनी चाहिए, सीसीटीवी फुटेज निकालनी चाहिए। मैं 40 साल से पार्टी में हूं। अप्पा ठाकुर और क्षितिज मुझे जानते हैं, पूरी पार्टी मुझे जानती है... फिर भी, मेरा मानना ​​है कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।'

इधर, बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय का भी बयान आया है। उन्होंने कहा है कि अगर विपक्ष के पास ऐसे कोई सबूत हैं तो उन्हें चुनाव आयोग के पास जाना चाहिए। मालवीय ने इस घटना को साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा, 'चुनाव से 24 घंटे पहले नेता अपने बूथ का मैनेजमेंट देखते हैं। ऐसा ड्रामा हारने वाले नेता करते हैं, जो इस समय नालासोपारा में हो रहा है।' उन्होंने कहा है कि उस होटल में हमारे संगठन की बैठक चल रही थी।

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