बुलडोजरः जेएनयू के छात्रों को यूपी भवन जाने से रोका, जो पहुंचा अरेस्ट
Afreen tum sangharsh karo, hum tumhare saath hain
— Safoora Zargar (Away) (@SafooraZargar) June 13, 2022
Students in India are stepping up in support of #AfreenFatima. Students took out marches in their respective campuses. In Delhi, students reached UP bhawan in considerable numbers.
The message is clear: we will not be silenced. pic.twitter.com/XP9S3lnlqt
जेएनयू छात्र संघ के आह्वान पर यूपी भवन पर प्रदर्शन करने आए करीब 40 से ज्यादा छात्रों को दिल्ली पुलिस ने सोमवार दोपहर बाद गिरफ्तार कर लिया। जेएनयू छात्र संघ ने छात्र नेता आफरीन फातिमा की मां परवीन फातिमा का घर प्रयागराज में गिराने के विरोध में यूपी भवन पर प्रदर्शन का ऐलान किया था लेकिन पुलिस ने छात्रों को रोकने के लिए वहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी थी। इसके बावजूद कुछ छात्र वहां पहुंचने में कामयाब रहे लेकिन उनकी संख्या ज्यादा नहीं थी। पुलिस ने उन्हें आसानी से हिरासत में ले लिया।
पुलिस गिरफ्तार छात्रों को संसद मार्ग थाने में ले गई है। छात्रों के हाथों में फैटरनिटी मूवमेंट के झंडे और बैनर थे। हालांकि प्रदर्शन की कॉल जेएनयू छात्र संघ ने दी थी। अभी पुलिस ने यह तय नहीं किया है कि हिरासत में लिए गए छात्र-छात्राओं को कब छोड़ा जाएगा।
इससे पहले जेएनयू में आफरीन फातिमा के समर्थन रविवार देर रात विरोध प्रदर्शन चलता रहा। इसका आयोजन आइसा ने किया। फातिमा के मां परवीन फातिमा के घर पर 'बुलडोजर' कार्रवाई का छात्र संघ विरोध कर रहा है। प्रदर्शन के दौरान कैंपस में पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारेबाजी भी हुई।
Indian police continue targeting Muslims, Muslim students detained from UP Bhawan in Delhi , Students were protesting against the bulldozing of Muslim houses.#MuslimsUnderAttackinIndia #مودي_قتل_مدثر #غضبة_المليار_لرسول_الله#StandWithAfreenFatima#IndianMuslimsUnderAttack pic.twitter.com/WydWRyob4r
— Ahmed Alsomairi (@Alsomairi_Ahmed) June 13, 2022
सोशल मीडिया पर भी आफरीन फातिमा के समर्थन में जबरदस्त अभियान चल रहा है। तमाम आम लोगों ने ट्वीट कर उनका घर बुलडोजर से गिराने का विरोध किया है। कुछ लोगों ने इसे पागलपन की पराकाष्ठा कह कर लिखा है। लोगों का कहना है कि अगर ये बुलडोजर चलते रहे तो देश का माहौल खराब हो जाएगा। इतनी सी बात बीजेपी को समझ में नहीं आ रही है।
11 जून को, आफरीन फातिमा ने सोशल मीडिया पर एक अपील की थी, जिसमें उन्होंने अपने पिता की सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग को लिखा था। लेकिन यूपी पुलिस का दावा है कि जावेद ही पिछले शुक्रवार को नूपुर शर्मा की टिप्पणी पर प्रयागराज में हुए विरोध प्रदर्शनों के कथित रूप से मास्टरमाइंड हैं।
रविवार को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच प्रयागराज की सड़कों पर बुलडोजर निकले और सबसे पहले आफरीन फातिमा का घर तोड़ दिया गया। शाम तक घर पूरी तरह से उजड़ चुका था। पुलिस ने दावा किया इस घर से हथियार भी मिले हैं, लेकिन पुलिस ने यह दावा घर गिराते समय फौरन नहीं किया था।
आफरीन की बहन सुमैया के मुताबिक, जो मकान गिराया गया था, वह उनकी मां को उनके नाना ने गिफ्ट किया था। सुमैया ने दावा किया कि न तो जमीन और न ही घर उनके पिता का था।
शुक्रवार के विरोध प्रदर्शन में जावेद की भूमिका से इनकार करते हुए बेटी ने कहा, जब शुक्रवार को हिंसा हुई, तो मेरे पिता नमाज के बाद सीधे घर आए। उन्होंने किसी भी तरह के हिंसक प्रदर्शन में शामिल होने से इनकार कर दिया था।