ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनाक ब्रिटेन में शीर्ष पद संभालने वाले भारतीय मूल के पहले नेता हैं। 42 वर्षीय सुनाक भारत और पूर्वी अफ्रीका के अप्रवासियों के एक धनी हिंदू वंशज हैं। उन्होंने इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से शादी की है।
सुनाक के पिता, यशवीर सुनाक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के जनरल फिजिशियन थे और माँ, उषा सुनाक, एक केमिस्ट की दुकान चलाती थीं। ऋषि भारतीय मूल की तीसरी पीढ़ी हैं। उनके दादा-दादी ने भारत के विभाजन से पहले ही पाकिस्तानी पंजाब के गुजरांवाला शहर से ईस्ट अफ्रीका के लिए पलायन किया था। वह बहुत सालों बाद इंग्लैंड के सॉउथैंप्टन शहर आकर बस गए थे जहाँ 1980 में ऋषि सुनाक का जन्म हुआ। इसी शहर में वह पले-बढ़े।
सुनाक का कहना है कि मैं अपने माता-पिता को समर्पण के साथ हमारे स्थानीय समुदाय की सेवा करते हुए देखकर बड़ा हुआ हूं। सुनाक ने यह बात अपनी वेबसाइट पर लिखी है।
उन्होंने विनचेस्टर कॉलेज, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। वो कहते हैं, मैं कई देशों में रहने, अध्ययन करने और काम करने के लिए भाग्यशाली रहा हूं। मैं कैलिफ़ोर्निया में अपनी पत्नी अक्षता से मिला, जहां हम घर लौटने से पहले कई सालों तक रहे। हमारी दो बेटियां हैं, कृष्णा और अनुष्का, जो हमें व्यस्त रखती हैं और खूब मनोरंजन करती हैं।
अपने खाली समय में सुनाक को फिट रहना, क्रिकेट, फ़ुटबॉल और फिल्में पसंद हैं।
सुनाक पहली बार 2015 में रिचमंड (यॉर्क) निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने गए और 2017 और 2019 में फिर से चुने गए। जुलाई 2019 में सुनाक को जनवरी 2018 में स्थानीय सरकार के मंत्री के रूप में सरकारी सेवा में प्रवेश करने के बाद, ट्रेजरी का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था।
फरवरी 2020 में, उन्हें ट्रेजरी का चांसलर नियुक्त करने का सम्मान मिला। इस पद पर वो जुलाई 2022 तक रहे। इसके बाद उन्होंने ब्रिटिश पीएम का चुनाव लड़े, जिसमें उन्हें लिज ट्रस ने हरा दिया। लेकिन लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद हालात ऐसे बने हैं कि सुनाक को प्रधानमंत्री पद मिल गया है।