2023 और 2024 के चुनावों की तैयारी में जुट गई है बीजेपी!
हिमाचल और गुजरात के विधानसभा चुनाव में मतदान पूरा होते ही भारतीय जनता पार्टी ने साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव और उसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की 2 दिन की बैठक हो रही है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया है। साल 2023 भारतीय चुनावी राजनीति के लिहाज से बेहद अहम है क्योंकि इस साल 10 राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं।
इन राज्यों में कर्नाटक, नगालैंड, त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर, तेलंगाना आदि शामिल हैं।
राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में मुख्य रूप से राज्यों के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर ही चर्चा होगी। इस बैठक में सभी राज्यों में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और संगठन महामंत्री भाग ले रहे हैं।
बीजेपी की कोशिश अब दक्षिण में मजबूती से कदम बढ़ाने की है। कर्नाटक में उसकी सरकार है और तेलंगाना में सरकार बनाने की वह पूरी कोशिश कर रही है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में भी वह पैर पसारने में जुटी हुई है।
144 सीटों पर नजर
बीजेपी अपने कई मंत्रियों को अलग-अलग राज्यों में जिम्मेदारी सौंप चुकी है। याद दिलाना होगा कि कुछ महीने पहले ही बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी के तमाम पदाधिकारियों, मोदी सरकार के मंत्रियों के साथ 2024 के चुनाव को लेकर लंबी चर्चा की थी और 144 ऐसी लोकसभा सीटों की पहचान की थी जहां उसे 2019 में हार मिली थी।
इन सभी सीटों पर मोदी सरकार के मंत्री प्रवास के तहत जा रहे हैं और कार्यकर्ताओं को चुनाव की तैयारियों में जुटने के लिए एकजुट कर रहे हैं।
नीतीश का पाला बदलना
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विपक्ष के पाले में आने के साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों में भी तेजी आ गई है। एनडीए का साथ छोड़ने के बाद नीतीश कुमार राहुल गांधी समेत तमाम विपक्षी दलों के तमाम नेताओं से मिलने दिल्ली पहुंचे थे।
विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की जो कोशिश नीतीश कुमार से लेकर ममता बनर्जी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव कर रहे हैं, उस सूरत में अगर सभी विपक्षी दल एक मजबूत फ्रंट बनाते हैं तो 2024 में चुनावी लड़ाई जोरदार हो सकती है।
आम आदमी पार्टी से मिलेगी चुनौती?
गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव नतीजों से यह भी पता चलेगा कि बीजेपी को इन राज्यों में विपक्षी दलों से कितनी चुनौती मिली है। गुजरात में बीजेपी 27 साल से सत्ता में है लेकिन बावजूद इसके इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को जमकर पसीना बहाना पड़ा है।
दिल्ली और पंजाब में बड़े बहुमत के साथ सरकार बना चुकी आम आदमी पार्टी से बीजेपी को गुजरात में कितनी चुनौती मिली है, इसका पता भी 8 दिसंबर को चलेगा और इससे यह भी पता चलेगा कि क्या आम आदमी पार्टी वाकई आगे चलकर बीजेपी को बड़ी चुनौती दे सकती है, इस पर भी बीजेपी के रणनीतिकारों की नजर है।
भारत जोड़ो यात्रा को लेकर सतर्क
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के द्वारा निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा को लेकर भी बीजेपी सतर्क है। केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में इस यात्रा में काफी भीड़ दिखाई दी थी। राहुल गांधी बेरोजगारी, महंगाई के साथ ही महिला अपराध, किसानों से जुड़े तमाम मुद्दों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार को जमकर घेर रहे हैं। ऐसे में मोदी सरकार और बीजेपी का संगठन तमाम चुनौतियों पर पैनी नजर रख रहा है।
बेरोजगारी का मुद्दा
निश्चित रूप से बीजेपी इस बात को जानती है कि महंगाई को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाने के साथ ही बेरोजगारी को एक बड़ा मुद्दा बनने से रोकना होगा। बीजेपी ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान हर साल 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था लेकिन विपक्षी दलों का कहना है कि मोदी शासन में बेरोजगारी चरम पर है। इसे देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस साल जून में कहा था कि अगले डेढ़ साल में सरकार 10 लाख नौकरियां देगी। हाल ही में युवाओं को सरकारी नौकरियों के नियुक्ति पत्र भी दिए गए हैं।
2024 के लोकसभा चुनाव का वक्त जैसे-जैसे नजदीक आएगा विपक्ष के साथ ही बीजेपी भी अपनी तैयारियों को तेज करेगी। जनता से जुड़े तमाम मुद्दों पर सरकार फोकस करेगी तो विपक्ष जनता की समस्याओं को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा करेगा। ऐसे में 2024 का चुनावी मुकाबला निश्चित रूप से बेहद जोरदार होने की पूरी उम्मीद है और अगर विपक्षी दलों का एक मजबूत फ्रंट बना तो इससे बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।