बंगाल: चुनावी रण में बीजेपी-टीएमसी के बीच चले सियासी तीर
पश्चिम बंगाल के सियासी रण में बीजेपी और टीएमसी के बीच जबरदस्त घमासान जारी है। अभी बंगाल में सिर्फ़ दो ही चरणों का मतदान हुआ है और आठ चरणों की वोटिंग बाक़ी है। दूसरे चरण में जिस तरह नंदीग्राम में बीजेपी और टीएमसी आमने-सामने आ गए, उससे साफ है कि आने वाले चरणों में यह सियासी लड़ाई और तेज़ होगी।
पश्चिम बंगाल में शुक्रवार को सीतलकुची सहित कई जगहों पर आयोजित जनसभाओं में अमित शाह ने कहा कि पिछले दो चरण में जिन 60 सीटों पर मतदान हुआ है, बीजेपी उनमें से 50 सीटों पर जीत हासिल करेगी। शाह ने दावा किया कि बीजेपी उत्तरी बंगाल में भी सभी 50 सीटें जीतेगी।
शाह ने कहा, “दीदी हम तुम्हारे खेलों से नहीं डरते हैं और हर बीजेपी कार्यकर्ता आपकी दी हुई चुनौतियों से लड़ने के लिए तैयार है।” उन्होंने वादा किया कि बंगाल में बीजेपी की सरकार बनने पर सातवां वेतन आयोग लागू किया जाएगा।
शाह ने चेताया और कहा, “टीएमसी के कार्यकर्ता ये नहीं सोचें कि वे बच जाएंगे। ऐसे सभी गुंडों को जिन्होंने भ्रष्टाचार किया है और बीजेपी के कार्यकर्ताओं की हत्या की है, हम सरकार में आने पर उन्हें जेल में डालेंगे, फिर चाहे वे कोयला माफिया हों, रेत माफिया हों या गौ तस्करी करने वाले।” उन्होंने कहा कि दीदी नंदीग्राम में चुनाव हार रही हैं।
वाराणसी में देंगे चुनौती
दूसरी ओर ममता ने कूच बिहार, अलीपुर दुआर सहित कई जगहों पर चुनावी रैलियां कीं। ममता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने गृह मंत्री को कंट्रोल करें उसके बाद उन्हें कंट्रोल करने की कोशिश करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुरूवार को एक चुनावी रैली में यह कहने पर कि ममता बनर्जी नंदीग्राम में हार रही हैं और वह दूसरी सीट से चुनाव लड़ने पर विचार कर रही हैं, टीएमसी ने कहा है कि मोदी अपने लिए 2024 में सुरक्षित सीट देख लें क्योंकि उन्हें वाराणसी में चुनौती दी जाएगी।
ममता ने भी मोदी की इस टिप्पणी पर कहा कि वह नंदीग्राम में जीत हासिल करेंगी। ममता ने एआईएमआईएम सांसद असदउद्दीन ओवैसी पर भी हमला बोला और कहा कि हैदराबाद से आए एक आदमी ने बीजेपी से पैसे ले लिए हैं, लोग उन्हें यहां नहीं आने दें। ओवैसी की पार्टी भी बंगाल में कुछ सीटों पर चुनावी जोर-आजमाइश कर रही है।
बंगाल चुनाव पर देखिए चर्चा-
चुनाव आयोग से मिले टीएमसी नेता
शुक्रवार को ही टीएमसी का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला और मतदान के दौरान केंद्रीय बलों पर पक्षपात करने का आरोप लगाया। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा सहित कई नेता शामिल थे।
सिन्हा ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराने के बाद पत्रकारों से कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह दिल्ली से आदेश देकर बंगाल में मतदाताओं को प्रभावित कर रहे हैं। सिन्हा ने कहा कि टीएमसी के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग को बताया कि चुनाव के पहले दो चरण में कई पोलिंग स्टेशनों पर केंद्रीय बलों का व्यवहार पक्षपाती रहा है और बीजेपी समर्थकों ने टीएमसी के समर्थकों पर हमला किया है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग यह सुनिश्चित करे कि आगे के चरणों में मतदान के दौरान ऐसा न हो। बंगाल में कुल 8 चरणों में विधानसभा का चुनाव होना है। सिन्हा ने कहा कि टीएमसी ने ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा भी उठाया है।
ममता ने गुरुवार को आरोप लगाया था कि राज्य में स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव नहीं हो रहे हैं। उन्होंने राज्यपाल जगदीप धनखड़ और चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की थी और इसके बाद वे एक बूथ पर धरने पर बैठ गई थीं। व्हील चेयर पर बैठे हुए ही वह कई बूथों तक पहुंचीं थीं।