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'उड़ान से पहले विमान का इमरजेंसी गेट खोला तो कार्रवाई क्यों नहीं'

'उड़ान से पहले विमान का इमरजेंसी गेट खोला तो कार्रवाई क्यों नहीं'

विपक्षी दल उड़ान से पहले विमान का इमरजेंसी गेट खोल देने का आरोप बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या पर लगा रहे हैं। सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के लिए क्या कार्रवाई हुई? जानिए, क्या-क्या आरोप लग रहे हैं।

कांग्रेस सहित विपक्षी दल बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या पर हमलावर हैं। उन्होंने मीडिया रिपोर्टों के बीच निशाना साधा कि जिस यात्री ने इंडिगो विमान का आपातकालीन निकास द्वार खोल दिया था वह कथित तौर पर भाजपा युवा मोर्चा के प्रमुख तेजस्वी सूर्या थे। ये आरोप ख़ासकर इसलिए और भी बड़े हैं कि इतनी बड़ी सुरक्षा चूक के लिए कार्रवाई क्यों नहीं हुई? विपक्षी दल सहित सोशल मीडिया यूजर ये सवाल पूछ रहे हैं।

घटना पिछले महीने 10 दिसंबर की बताई जाती है। एक यात्री ने उड़ान से पहले विमान का इमरजेंसी एग्ज़िट गेट खोल दिया। इस वजह से विमान के उड़ने में क़रीब 2 घंटे की देरी होती है। इंजीनियर विमान ठीक करने आते हैं। आरोप है कि इस गड़बड़ी के लिए न तो कार्रवाई हुई और न ही डीजीसीए के ध्यान में लाया गया। कांग्रेस ने इसको लेकर बीजेपी नेता पर निशाना साधा। रणदीप सिंह सूरजेवाला ने ट्वीट किया, 'बीजेपी के वीआइपी बदमाश! एयरलाइन की शिकायत करने की हिम्मत कैसे हुई? क्या यह भाजपा के ताक़तवर अभिजात वर्ग का तरीका है? क्या इसने यात्री सुरक्षा से समझौता किया? ओह! आप भाजपा के वी. आई.पी. के बारे में प्रश्न नहीं पूछ सकते!'

 'द न्यूज़ मिनट' की रिपोर्ट के अनुसार प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोप लगाया कि बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने विमान का गेट खोला था। 

रिपोर्ट के अनुसार बेंगलुरू दक्षिण लोकसभा सांसद तेजस्वी सूर्या ने कथित तौर पर 10 दिसंबर, 2022 को चेन्नई हवाई अड्डे पर बिना किसी अधिकार के एक विमान के आपातकालीन निकास द्वार को खोला। रिपोर्ट में कहा गया है कि एयरलाइन इंडिगो ने कथित तौर पर इस मुद्दे पर कोई भी बयान जारी करने से इनकार कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार चेन्नई हवाई अड्डे के अधिकारियों और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के अधिकारियों ने पुष्टि की कि आपातकालीन निकास द्वार एक यात्री द्वारा खोला गया था, लेकिन उन्होंने इस बात की पुष्टि करने से इनकार कर दिया कि वह यात्री तेजस्वी सूर्या थे या नहीं। हालाँकि इस घटना के एक चश्मदीद ने द न्यूज़ मिनट को बताया कि यह तेजस्वी सूर्या थे जिन्होंने आपातकालीन द्वार खोला था और उनसे माफी मंगवाई गई थी।

तृणमूल कांग्रेस ने इस घटना को लेकर बीजेपी सांसद पर निशाना साधा। इसने कहा है, 'भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या की लापरवाही से जान जा सकती थी। चश्मदीदों का दावा है कि उन्होंने ही 10 दिसंबर, 2022 को इंडिगो की एक उड़ान का आपातकालीन निकास द्वार खोला था। डीजीसीए की ओर से कोई कार्रवाई नहीं। तो, क्या उनकी पार्टी से जुड़ाव ने उन्हें फ्री-पास दे दिया?'

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेट ने कहा है कि तेजस्वी सूर्या को सबक़ सिखाया जाना चाहिए।

अभिषेक सिंघवी ने कहा है, "ऐसा लगता है कि कोई राजनीतिक जीवन में बड़ा हासिल करने के लिए बहुत उत्सुक है। ऐसा नहीं होता है। राजनीति में सफलता विनम्रता और दृढ़ता से मिलती है, अस्थिरता और अहंकार से नहीं।'

प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया है, 'क्या इंडिगो ने इस घटना की सूचना डीजीसीए को दी है? क्या किसी को इस घटना का स्वत: संज्ञान नहीं लेना चाहिए? क्या होता अगर रनवे पर खड़े होने के बजाय विमान के उड़ान भरने के बाद ऐसा हुआ होता, तो क्या माफी पर्याप्त होनी चाहिए?'

विपक्षी दल कार्रवाई की मांग क्यों कर रहे हैं? क्या आपातकालीन द्वार को खोल देना मामूली बात है। यदि ऐसा है तो क़रीब पाँच साल पहले ऐसे ही एक मामले में एफ़आईआर क्यों की गई थी? 

फैक्ट चेकर मुहम्मद ज़ुबैर ने एक ऐसी ही घटना का ज़िक्र ट्वीट में किया है, "2017 में एक यात्री ने आपातकालीन द्वार खोला, इंडिगो ने तुरंत यात्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई और उसे सुरक्षा अधिकारियों को सौंप दिया। डीजीसीए को इस घटना की जानकारी पहले से ही थी।

2023 : 'पैसेंजर' ने खोला इमरजेंसी दरवाजा, इंडिगो ने दर्ज नहीं की एफआईआर, DGCA ने एक महीने बाद जांच के आदेश दिए।' 

बहरहाल, कुछ रिपोर्टों में अब सूत्रों के हवाले से यह सफाई दी जा रही है कि ग़लती से वह द्वार यात्री से खुल गया था। एक रिपोर्ट में तो सूत्रों के हवाले से यह भी कहा गया कि यात्री ने आपातकाली द्वार पर हल्का हाथ रखा था और कुछ समय बाद उन्होंने एयर होस्टेस को सूचित किया कि वह द्वार हल्का से खुल गया होगा।

एक यूज़र ने इस पर भी तंज कसा है और एक वीडियो ट्वीट कर कहा है कि आपातकालीन द्वार क्या इतनी आसानी से खुल सकता है। उन्होंने ट्वीट में पूछा है, 'आपातकालीन निकास द्वार गलती से कैसे खुल जाता है?'

बता दें कि एयरलाइन ने यात्री की पहचान के बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है, उसने कहा है कि 'यात्री ने उसके लिए तुरंत माफी मांगी'। एचटी की रिपोर्ट के अनुसार एयरलाइन ने कहा है, 'एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) के अनुसार, घटना को दर्ज किया गया था और विमान को अनिवार्य इंजीनियरिंग जांच से गुजरना पड़ा था, जिसके कारण उड़ान के प्रस्थान में देरी हुई थी'। नाम न छापने की शर्त पर डीजीसीए के एक अधिकारी ने एचटी को बताया कि उन्हें इस घटना के बारे में सूचित किया गया था, और ऐसा लगता है कि यात्री ने 'गलती से' गेट खोल दिया था।

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