बीबीसी 'भ्रष्ट बकवास कॉर्पोरेशन' बन गया है: बीजेपी
बीजेपी ने ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर को 'दुनिया का सबसे भ्रष्ट संगठन' बताया है। उसने कहा कि बीबीसी पूरे विश्व की सबसे भ्रष्ट और बकवास कॉरपोरेशन हो गया है। उसने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि वह 'भारत विरोधी' बयानों का समर्थन करती है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'यदि कोई कंपनी या संगठन भारत में काम कर रहा है, तो उन्हें भारतीय कानून का पालन करना होगा। यदि आप कानून का पालन कर रहे हैं तो आप क्यों डर रहे हैं? आईटी विभाग को अपना काम करने दिया जाना चाहिए। बीबीसी का प्रोपेगेंडा कांग्रेस के एजेंडे से मेल खाता है।'
भाटिया ने कहा, 'बीबीसी दफ्तरों में आयकर विभाग के चल रहे सर्वे पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, कांग्रेस हो, टीएमसी हो या सपा, यह सभी भारतीयों के लिए चिंता का विषय है। पहले कांग्रेस को यह समझने की ज़रूरत है कि देश संविधान के अनुसार चलता है। ये मोदी सरकार है। जांच एजेंसियां अब पिंजरे में बंद तोते नहीं हैं। वे अपना काम कर रही हैं। भारत में काम करने वाली कोई भी एजेंसी चाहे मीडिया फर्म हो या कंपनी, उसे भारतीय कानूनों का पालन करना होगा। अगर कुछ गलत नहीं किया है तो डर नहीं होना चाहिए।'
बीबीसी पर हमला बोलते हुए बीजेपी नेता ने कहा, "अगर हम बीबीसी के कामों को देखें तो ये दुनिया का 'भ्रष्ट बकवास कॉर्पोरेशन' बन गया है। कहा जाता है कि बीबीसी का प्रोपेगंडा और कांग्रेस का एजेंडा एक जैसा है।" उन्होंने आगे कहा, 'हम जानते हैं कि भारत पीएम मोदी के नेतृत्व में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। लेकिन कुछ ताकतें हैं जो इसे पसंद नहीं करती हैं। और जब भी देश अच्छा प्रदर्शन करता है, तो ये एजेंसियां या राहुल गांधी की कांग्रेस और कुछ विपक्षी नेताओं को दर्द होता है।'
उन्होंने बीबीसी के इतिहास को 'अंधेरा और भारत के ख़िलाफ़' बताया। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस पार्टी को याद रखना चाहिए कि कैसे इंदिरा गांधी ने बीबीसी पर प्रतिबंध लगाया था।'
विपक्षी नेताओं ने मंगलवार को केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार बीबीसी के पीछे पड़ी है। किसी दल ने इसे अघोषित आपातकाल कहा तो किसी ने कहा कि सरकार 'लोकतंत्र को ख़त्म कर रही है'।
विपक्षी दलों ने यह प्रतिक्रिया इसलिए दी कि दिल्ली और मुंबई में बीबीसी के कार्यालयों में आयकर अधिकारियों द्वारा 'सर्वेक्षण' किया है। कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा, 'यहां, हम अडानी मुद्दे पर जेपीसी की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार बीबीसी के पीछे पड़ी है। विनाशकाले विपरीत बुद्धि'। कांग्रेस ने एक ट्वीट में कहा, 'पहले बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री आई, उसे बैन किया गया। अब बीबीसी पर आईटी का छापा पड़ गया है। अघोषित आपातकाल।'
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा, 'बीबीसी कार्यालय पर छापे का कारण और प्रभाव बिल्कुल स्पष्ट है। सच बोलने वालों को सरकार बेशर्मी से परेशान कर रही है। चाहे वह विपक्षी नेता हों, मीडिया, कार्यकर्ता या कोई और।'
समाजवादी पार्टी ने कहा है, 'लोकतंत्र को ख़त्म कर रही भाजपा सरकार! दिल्ली में बीबीसी के ऑफिस पर आयकर विभाग की जबरन छापेमारी बेहद निंदनीय। क्या भाजपा सरकार हर आवाज़ को दबाना चाहती है जो उनके या उनके नेताओं के उत्पीड़न के विरुद्ध मुखर होगा? सरकार याद रखे समय और सत्ता बदलती है लेकिन लोकतंत्र अमर है।'
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस कार्रवाई को 'वैचारिक आपातकाल की घोषणा' क़रार दिया है। कांग्रेस ने ट्वीट किया है कि 'एक तानाशाह एक डरपोक आदमी होता है।'
तृणमूल नेता महुआ मोइत्रा ने भी आयकर विभाग की इस कार्रवाई को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि बीबीसी कार्यालय पर छापे और 'अडानी के लिए फरसान सेवा जब उनकी सेबी चेयरमैन कार्यालय के साथ बातचीत सामने आती है"।
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा, 'बीबीसी के दफ्तरों पर आईटी के छापे से हताशा की बू आती है और दिखाता है कि मोदी सरकार आलोचना से डरी हुई है। हम डराने-धमकाने के इन हथकंडों की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। यह अलोकतांत्रिक और तानाशाही रवैया अब और नहीं चल सकता।'