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महाराष्ट्र एमएलसी: बीजेपी, इसके गठबंधन ने 11 में से 9 सीटें जीतीं

महाराष्ट्र एमएलसी: बीजेपी, इसके गठबंधन ने 11 में से 9 सीटें जीतीं

क्रॉस वोटिंग की आशंका के बीच महाराष्ट्र विधान परिषद की 11 सीटों के लिए शुक्रवार को चुनाव हुए। जानिए, क्या रहे नतीजे।

बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने महाराष्ट्र एमएलसी का चुनाव जीत लिया है। 11 सीटों पर हुए चुनाव में इसके सभी 9 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। बीजेपी ने पाँच व शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी ने 2-2 उम्मीदवार खड़े किए थे और इन सभी ने जीत दर्ज की। लोकसभा चुनाव में हार के बाद महायुति गठबंधन के सहयोगियों के लिए यह चुनाव बेहद अहम हो गया था।

कांग्रेस, उद्धव की शिवसेना और शरद पवार की एनसीपी वाले महा विकास अघाड़ी ने तीन उम्मीदवार उतारे थे। शरद पवार की पार्टी समर्थित उम्मीदवार जयंत पाटिल चुनाव हार गए। भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जश्न मनाने में देर नहीं लगाई, उन्होंने एक्स पर एक संक्षिप्त संदेश पोस्ट किया।

परिणाम अप्रत्याशित नहीं रहे, क्योंकि एमएलसी अप्रत्यक्ष रूप से चुने जाते हैं। विधानसभा के विधायकों द्वारा एमएलसी का चुनाव हुआ। आम तौर पर विधायकों की संख्या के आधार पर जीत होती रही है, जबतक कि कोई उलटफेर नहीं हो। इस चुनाव में भी कोई उलटफेर नहीं हुआ और इस तरह चुनाव नतीजे भी प्रत्याशित ही रहे।

महाराष्ट्र विधान परिषद की 11 सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव में शुक्रवार को सभी 274 विधायकों ने मतदान किया। राज्य विधानमंडल के ऊपरी सदन की 11 सीटों के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में थे, जहां विधानसभा के 274 मौजूदा सदस्य निर्वाचक मंडल का गठन करते हैं। यानी इनमें से एक उम्मीदवार की हार तय थी।

इस चुनाव में हर सीट जीतने के लिए 23 विधायकों के वोट चाहिए थे। भाजपा ने पांच उम्मीदवार उतारे। उसके पास 103 विधायक हैं। पांचवीं सीट के लिए 12 वोट कम थे। शिंदे की सेना के पास 37 हैं, दो उम्मीदवारों के लिए उसके नौ वोट कम थे। अजित पवार की एनसीपी के पास 39 विधायक थे और उसके पास सात वोट कम थे। इसलिए, महायुति को नौ सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए 28 वोटों की कमी रह गई थी।

कांग्रेस के पास 37 विधायक हैं, लेकिन उसने केवल एक उम्मीदवार का नाम दिया, जिससे उसके पास 14 अतिरिक्त वोट थे। शरद पवार के नेतृत्व वाला एनसीपी गुट किसानों और श्रमिकों की पार्टी के जयंत पाटिल का समर्थन कर रहा था। लेकिन उसके 13 विधायकों के कारण उसके पास 10 वोट कम थे। उद्धव ठाकरे की सेना ने भी आठ वोट कम होने के बावजूद एक उम्मीदवार खड़ा किया। कांग्रेस के अतिरिक्त वोट उसके सहयोगियों के पक्ष में डाले जाने के बाद भी एमवीए को तीनों सीटें जीतने के लिए चार वोट कम थे। महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव के लिए मतगणना समाप्त होने के साथ ही शिवसेना (यूबीटी) के मिलिंद नार्वेकर ने अंतिम सीट के लिए जीत दर्ज की है। जयंत पाटिल चुनाव हार गए। 

बता दें कि क्रॉस वोटिंग की आशंका के बीच के चलते राजनीतिक दल एहतियाती क़दम उठा रहे थे। इसके पीछे की एक वजह यह भी थी कि 11 सीटों के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में थे। 

इसी के साथ महाराष्ट्र में 'रिसॉर्ट और होटल पॉलिटिक्स' इस चुनाव में हावी रहा और विधायकों के खरीद-फरोख्त की संभावना भी बढ़ी हुई बतायी गई थी। महाविकास अघाड़ी ने लोकसभा चुनाव में 30 सीटें जीती हैं, इसीलिए उसका मनोबल बढ़ा हुआ था। 

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