बीजेपी के स्वामी प्रसाद मौर्य, कांग्रेस के नसीमुद्दीन सिद्दीकी के सपा में आने की चर्चा, मुलायम पार्टी दफ्तर पहुंचे
समाजवादी पार्टी में कुछ बड़े नाम आज शामिल हो सकते हैं। यही वजह है कि सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव आज पार्टी दफ्तर आ पहुंचे और वहां बड़ी तादाद में जमा कार्यकर्ता उनका स्वागत कर रहे हैं। चर्चा है कि बीजेपी के स्वामी प्रसाद मौर्य, कांग्रेस के नसीमुद्दीन सिद्दीकी भी सपा में शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस के इमरान मसूद पहले ही सपा में आने की घोषणा कर चुके हैं। मुलायम को एक रणनीति के तहत पार्टी दफ्तर में बुलाया गया है।
सपा में आने का तांता
सपा में दूसरे दलों के नेताओं से टूटकर आने वालों का तांता लग गया है। तमाम दलों के नेता टिकट के आश्वासन पर अखिलेश यादव का दरवाजा खटखटा रहे हैं। सपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी के संस्थापक को इसी वजह से दफ्तर में बुलाया गया है। ताकि उनकी मौजूदगी में दूसरे दलों के नेताओं की ज्वाइनिंग कराई जा सके।
योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य भी सपा में आने को बेकरार हैं। विश्वस्त सपा सूत्रों ने यह जानकारी दी है। स्वामी प्रसाद मौर्य बीएसपी से बीजेपी में आए थे। मंत्री होने के बावजूद वो खुद को उपक्षेति महसूस कर रहे थे। मौर्य की सबसे बड़ी शिकायत है कि योगी उनसे ठीक से बात तक नहीं करते थे।
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव पहुँचे समाजवादी पार्टी कार्यालय....
— ANANT DIXIT (@anant1982) January 10, 2022
पार्टी कार्यकर्ताओं से कर रहे मुलाक़ात.....
सैकड़ो की संख्या में पहुँचे पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलायम सिंह यादव कर रहे है मुलाक़ात.. @samajwadiparty pic.twitter.com/EV9tnBe7IW
कांग्रेस के नसीमुद्दीन सिद्दीकी जो बीएसपी से कांग्रेस में आए थे, वे भी सपा में आ सकते हैं। नसीमुद्दीन को अब कांग्रेस में अपना भविष्य नहीं दिख रहा है। पार्टी ने खुद को चुनावी रेस से धीरे-धीरे बाहर निकालना शुरू कर दिया है। इसलिए पार्टी के तमाम नेता दूसरे दलों का मुंह देख रहे हैं। इमरान मसूद की एंट्री लगभग हो ही चुकी है। उनके साथ कुछ औऱ विधायक भी आ सकते हैं।
शिवपाल यादव की सूची
दूसरे दलों के नेताओं का सपा में आना देखकर प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के अध्यक्ष और अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव ने अपने प्रत्याशियों की सूची सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को आज सौंप दी है। सूत्रों का कहना है कि इसमें करीब 15 नाम हैं।
शिवपाल ने आज स्पष्ट किया कि गठबंधन हो चुका है। हमारे लोग सपा टिकट पर ही लड़ेंगे। अखिलेश को सीएम बनाना है। कहीं कोई शक नहीं है। चूंकि प्रत्याशियों के नाम की सूची देनी थी, इसलिए आज उस काम को भी निपटा दिया है।