मोदी की 'डांट' का भी असर नहीं?, सांसदों की ग़ैर हाज़िरी पर बीजेपी गंभीर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेतावनी देने के बाद भी बीजेपी सांसदों के सदन से ग़ैर हाज़िर रहने को पार्टी ने बेहद गंभीरता से लिया है। लोकसभा में पार्टी के चीफ़ व्हिप राकेश सिंह ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ से कहा कि सांसदों को सदन में नियमित रूप से रहना चाहिए, विशेषकर प्रधानमंत्री के कहने के बाद।
उन्होंने कहा कि पार्टी इस पर नज़र रख रही है और वे संसदीय कार्य मंत्री के साथ मिलकर इस मामले का हल निकालेंगे।
सांसदों की ग़ैर हाज़िरी की वजह से लोकसभा में 14 सवालों को नहीं उठाया जा सका क्योंकि जिन सांसदों के ये सवाल थे, वे सदन में मौजूद नहीं थे। इनमें से 9 सांसद बीजेपी के थे।
गोगोई ने दिलाया ध्यान
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा में बीजेपी सांसदों की ग़ैर हाज़िरी की ओर ध्यान दिलाया। उन्होंने स्पीकर से पूछा, “बीजेपी सांसद कहां हैं, वे कहां गए हैं, सदन में बीजेपी का एक भी सांसद सवाल पूछने के लिए मौजूद नहीं है।”
संसद के आंकड़ों के अनुसार, 6 दिसंबर को बीजेपी के 240 सांसद लोकसभा में हाज़िर थे जबकि 7 दिसंबर को मोदी ने संसदीय दल की बैठक में सांसदों को चेताया था। इसके बाद 240 सांसदों के आंकड़े में थोड़ा बहुत सुधार हुआ।
प्रधानमंत्री ने संसदीय दल की बैठक में कहा था कि सदन से ग़ैर हाज़िर रहने वाले सांसद ख़ुद को बदल लें वरना अपने आप बदलाव हो जाएगा। उनकी इस चेतावनी के बाद भी सांसदों पर इसका असर न होना हैरान करता है।
संसद सत्र में सांसदों के निलंबन, केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी के मुद्दे पर घिरी केंद्र सरकार और बीजेपी को यह निश्चित रूप से नागवार गुजरा है कि चेतावनी के बाद भी सांसदों का रवैया नहीं सुधर रहा है।