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जम्मू कश्मीर: एक और बीजेपी नेता को गोली मारी गई, कई नेताओं का पार्टी से इस्तीफ़ा

जम्मू कश्मीर: एक और बीजेपी नेता को गोली मारी गई, कई नेताओं का पार्टी से इस्तीफ़ा

जम्मू कश्मीर में बीजेपी नेताओं पर एक के बाद एक हमले हो रहे हैं। रविवार को भी कश्मीर के बडगाम में पार्टी के एक नेता को संदिग्ध आतंकवादियों ने गोली मार दी। इसके बाद पार्टी के कई नेताओं ने इस्तीफ़ा दे दिया।

जम्मू कश्मीर में बीजेपी नेताओं पर एक के बाद एक हमले हो रहे हैं। रविवार को भी कश्मीर के बडगाम में पार्टी के एक नेता को संदिग्ध आतंकवादियों ने गोली मार दी। वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद पार्टी के कई नेताओं ने इस्तीफ़ा दे दिया। समझा जाता है कि आतंकवादी खौफ का माहौल बनाना चाहते हैं और इसीलिए वे बीजेपी नेताओं को ज़्यादा निशाना बना रहे हैं। हाल के दिनों में चार ऐसे हमले हुए हैं जिनमें बीजेपी नेताओं को निशाना बनाया गया है। पिछले एक हफ़्ते में यह तीसरा ऐसा हमला है। 

कश्मीर की राजनीति में बीजेपी कभी भी महत्वपूर्ण पार्टी नहीं रही, जम्मू के बाहर इसका कोई प्रभाव नहीं रहा है। इसके बावजूद अब क्या हो गया कि वे अलगाववादियों के निशाने पर हैं? क्या यह इसलिए है कि बीजेपी ही मुख्यधारा की पार्टी है जो वहाँ फ़िलहाल ज़मीनी स्तर पर मौजूद है।

बीजेपी के ओबीसी मोर्चा के बडगाम ज़िला अध्यक्ष अब्दुल हमीद नजार पर रविवार को तब हमला हुआ जब वह मॉर्निंग वाक पर निकले थे। चार दिन पहले ही छह अगस्त को कुलगाम ज़िले में आतंकवादियों ने बीजेपी सरपंच सज्जाद अहमद खांडे की काजीगुंड में गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह बीजेपी के कुलगाम ज़िले के उपाध्यक्ष थे। पुलिस के अनुसार जब सज्जाद अपने घर के बाहर थे तभी आतंकवादियों ने उन पर ताबड़तोड़ फ़ायरिंग कर दी थी। इससे एक दिन पहले ही आतंकवादियों ने कुलगाम ज़िले के ही अखरान के बीजेपी सरपंच आरिफ़ अहमद पर हमला कर दिया था। इस हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। 

पिछले महीने ही बांदीपोरा ज़िला में पूर्व बीजेपी ज़िला अध्यक्ष वसीम बारी, उनके पिता और भाई की हत्या कर दी गई थी। जब वे अपनी दुकान के बाहर थे तभी आतंकवादियों ने उन पर ताबड़तोड़ फ़ायरिंग कर दी थी। बारी को 10 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा मिली हुई थी, लेकिन हमले के दौरान सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं थे। उन्हें बाद में निलंबित कर दिया गया था। इस हमले में एक नए आतंकवादी समूह 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' ने हमले की ज़िम्मेदारी ली थी। पुलिस ने कहा कि यह समूह जैश, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन का मोर्चा है। 

जून महीने में अनंतनाग ज़िले में लरकीपुरा क्षेत्र में कांग्रेस सरपंच अजय कुमार पंडिता की हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद ऐसी रिपोर्टें आई थीं कि सुरक्षाबलों ने अभियान चलाया था और आतंकवादियों को मार गिराया गया था। तब कहा गया था कि मारे गए लोगों में अजय पंडिता के हत्यारे शामिल थे। 

किसने-किसने दिया इस्तीफ़ा?

रविवार को बीजेपी के ओबीसी मोर्चा के बडगाम ज़िला अध्यक्ष अब्दुल हमीद नजार पर हमले के बाद बीजेपी के कम से कम 4 नेताओं ने इस्तीफ़ा दे दिया। 'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार, बांदीपोरा यूनिट के महासचिव अवतार कृष्ण, बडगाम के ज़िला अध्यक्ष इमरान अहमद पार्रे, निर्वाचन क्षेत्र के अध्यक्ष वली मोहम्मद भट, और बडगाम ज़िला कार्यालय सचिव समीर अहमद शाह ने बीजेपी से अपने इस्तीफ़े की घोषणा करते हुए बयान जारी किए। रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे पहले के हमले के बाद भी नेताओं ने ऐसे ही इस्तीफ़े दिए थे।

आतंवादियों का दावा- सैनिक की हत्या की

रविवार को ही एक ऑडियो क्लिप में एक आतंकवादी ने दावा किया कि उन्होंने शोपियाँ में एक टेरिटोरियल आर्मी सैनिक की हत्या कर दी है जो सात दिन पहले अपने घर से लापता हुए हैं। इसमें यह भी दावा किया गया है कि उन्होंने शव को दफना दिया है। 'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार शोपियाँ के पुलिस अधीक्षक अमृत पाल सिंह ने कहा, 'हम अभी भी (ऑडियो संदेश) का सत्यापन कर रहे हैं।' पुलिस और सेना लापता सैनिक शाकिर मंजूर वागे की तलाश कर रही है।

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