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आबकारी नीति: बीजेपी ने जारी किया नया स्टिंग, घोटाला होने का दावा

आबकारी नीति: बीजेपी ने जारी किया नया स्टिंग, घोटाला होने का दावा

नई आबकारी नीति को लेकर दिल्ली में चल रहे घमासान के बीच बीजेपी के इस नए स्टिंग में आखिर क्या है?

केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति को लेकर दिल्ली में चल रहे घमासान के बीच बीजेपी ने गुरुवार को एक और स्टिंग जारी किया है। स्टिंग में अमित अरोड़ा नाम के एक शख्स को दिखाया गया है। बीजेपी का आरोप है कि आबकारी नीति के जरिए करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार हुआ है। 

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता आदि ने स्टिंग को जारी करते हुए कहा कि अमन अरोड़ा आबकारी घोटाले का आरोपी नंबर 9 है और उसने पूरी पोल खोल दी है कि किस-किस से कितना पैसा लिया गया और किस तरह से घोटाला हुआ। बीजेपी ने कहा कि पूरी की पूरी पॉलिसी घोटाले के लिए ही तैयार की गई।

स्टिंग में अमन अरोड़ा अपने सामने बैठे शख्स से कहता है कि अमन डल और अनंत वाइंस इन दो आदमियों को 10000 करोड़ रुपए का धंधा कैसे दे दिया। इसके पीछे वजह बताई जानी चाहिए कि यह दो ही लोग काम क्यों करेंगे। अरोड़ा कहता है कि आज की तारीख में अमन डल और अनंत वाइंस पंजाब में किसी भी रिटेलर का धंधा बंद करा सकते हैं जिसको यह लोग माल नहीं देंगे उसकी दुकान बंद हो जाएगी। 

अमन अरोड़ा कहता है कि वह दिनेश अरोड़ा को जानते थे और कई लोग उनको ही दिनेश अरोड़ा समझते थे और जब मेरा नाम इस मामले की जांच में आ गया है तो जांच में शामिल होना होगा। अमन अरोड़ा आगे कहता है कि आबकारी नीति बनाने में सारा काम विजय नायर, समीर महेंद्रु, अमन डल, मैडम चड्डा और अरुण पिल्लई नाम के शख्स का था। 

वह कहता है कि अगर कोई बंदा ड्रग्स भी बेचे तो भी इतने पैसे नहीं कमा सकता 10 करोड़ रुपए लगाए होंगे और डेढ़-डेढ़ सौ करोड़ रुपए अभी तक कमा लिए गए हैं। 

 - Satya Hindi

अरोड़ा सामने सामने बैठे शख्स से बातचीत के दौरान कहता है कि यह बात तो सोचने लायक है कि पहले 10 लाख रुपए का लाइसेंस था होलसेल का, केजरीवाल सरकार ने इसको 5 करोड़ का कर दिया। पूरे हिंदुस्तान में 5 करोड़ का लाइसेंस नहीं होता और ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि छोटा प्लेयर रहे ही ना। 

अमन अरोड़ा कहता है कि दिल्ली में ऐसा क्या हो गया जहां हर महीने 4 से 5 लाख पेटी बिकती थी वहां अब 15 लाख पेटी बिक रही हैं।

बताना होगा कि दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी ने उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। बीजेपी का कहना है कि सिसोदिया ने आबकारी नीति में जमकर भ्रष्टाचार किया है और उन्हें दिल्ली कैबिनेट से हटाया जाना चाहिए।

विजय नायर और दिनेश अरोड़ा 

सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर भी दर्ज कर ली थी और इसमें मनीष सिसोदिया का नाम अभियुक्तों की सूची में पहले नंबर पर है। सूची में मनीष सिसोदिया के अलावा आबकारी विभाग के कई अफसरों के साथ ही विजय नायर और दिनेश अरोड़ा के नाम भी शामिल हैं। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि विजय नायर और दिनेश अरोड़ा अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के लिए नकदी इकट्ठा करने का काम करते थे। 

सीबीआई ने आबकारी नीति के मामले में ही मनीष सिसोदिया के घर पर 14 घंटे तक छापेमारी की थी और उनके फोन और कंप्यूटर को जब्त कर लिया था। मनीष सिसोदिया के पंजाब नेशनल बैंक की गाजियाबाद ब्रांच में लॉकर को खंगाला गया था। 

कुलविंदर मारवाह का स्टिंग

5 सितंबर को बीजेपी ने कुलविंदर मारवाह नाम के शख्स का एक स्टिंग जारी किया था। पार्टी ने कहा था कि कुलविंदर मारवाह सीबीआई के द्वारा आबकारी नीति के मामले में दर्ज की गई एफआईआर में आरोपी बनाए गए सनी मारवाह के पिता हैं। 

वीडियो में कुलविंदर मारवाह ने कहा था कि आबकारी नीति में 80 फीसद प्रॉफिट है। एक रुपए के माल में 80 पैसे हमारे होते हैं, बस 20 पैसे का माल होता है। वीडियो के मुताबिक,  कुलविंदर मारवाह कहते हैं कि 20 पैसे का माल लेकर आप आगे जितने मर्जी का बेचो, हमें इतने फिक्स पैसे दे दो। 

कुलविंदर मारवाह कहते हैं कि पहले 20 पैसे का सामान होता था 70 पैसे सरकार लेती थी और 10 पैसे हमें मिलते थे। अब सरकार ने यह कर दिया है कि 20 पैसे का माल लो, जो मर्जी करो, आप हमें फिक्स कितना दोगे। 

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